ETV Bharat / state

UPCON 2023 : गर्भावस्था की दौरान महिलाएं पौष्टिक भोजन लें, डॉक्टरों ने महिला स्वास्थ्य पर की चर्चा - यूपीकॉन 2023

राजधानी में केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में यूपीकॉन 2023 का आयोजन हुआ. इस दौरान डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'गर्भावस्‍था में एनीमिया का खतरा रहता है.

a
a
author img

By

Published : Mar 20, 2023, 1:39 PM IST

लखनऊ : महिलाओं को गर्भावस्था में सेहत का भरपूर ख्याल रखने की जरूरत होती है. पौष्टिक भोजन के साथ आयरन-कैल्शियम की गोलियां डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए. इससे एनीमिया के खतरों से बच सकती हैं. करीब 50 से 60 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है. इससे प्रसव के दौरान तमाम तरह की गंभीर परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. यह जानकारी यूपीकॉन-2023 की आयोजक सचिव डॉ. प्रीति कुमार ने दी.

शनिवार को केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में यूपीकॉन-2023 का आयोजन हुआ. यूपीकॉन का आयोजन लखनऊ एब्सट्रेक्ट एंड गायनेकोलॉजिस्ट सोसाइटी (एलओजीएस) और गायनी एकेडिमक वेलफेयर एसोसिशन की ओर से हुआ. डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'गर्भावस्‍था में एनीमिया का खतरा रहता है. प्रेग्‍नेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए शरीर अधिक मात्रा में खून बनाता है. अगर इस दौरान पर्याप्‍त आयरन व पोषक तत्‍व नहीं लेती हैं तो शरीर में अधिक खून बनाने के लिए जरूरी लाल रक्‍त कोशिकाओं का निर्माण प्रभावित हो सकता है.'

गर्भावस्था में एनीमिया की वजह : डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'वैसे तो एनीमिया की कई वजह हो सकती हैं पर शरीर में आयरन कमी से यह समस्या अधिक देखने को मिलती है. 15 से 25 साल की गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी एनीमिया आम बात है. इसमें आयरन का स्तर कम होने पर खून में हीमोग्‍लोबिन कम बनने लगता है. इस समस्या से बचने के लिए आयरन युक्‍त आहार लें. भोजन में अंडा, मछली, रेड मीट, साबुत अनाज, दालें, बींस, सोयाबीन, गुण, शहद, सेब आदि फलों को शामिल करें.'

ऑपरेशन की बढ़ती है आशंका : डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'शरीर में खून की कमी से ऑपरेशन से प्रसव की आशंका बढ़ जाती है. यही नहीं प्रसूता को खून भी चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इन समस्याओं से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर आयरन व कैल्शियम की गोलियां खाएं. नियमित जांच कराएं. हरी पत्तेदार सब्जियों में सेवन में किसी भी तरह की कोताही न बरतें.'

आयरन-कैल्शियम की गोली खाएं : कान्फ्रेंस की चेयपर्सन डॉ. चन्द्रावती ने बताया कि 'प्रेग्‍नेंसी में खून की कमी से बचाने में विटामिन सी भी जरूरी होता है. इसलिए प्रेग्‍नेंसी में विटामिन सी से युक्‍त खाद्य पदार्थ जैसे कि खट्टे फलों को भी शामिल करना चाहिए. गर्भावस्‍था के दौरान महिलाओं के शरीर को दोगुना काम करना पड़ता है और इस समय उनके शरीर को खून की आवश्‍यकता भी अधिक होती है. उन्होंने बताया कि खून की कमी से शिशु के विकास में रुकावट आ सकती है. कोई गंभीर विकार या समस्‍या भी पैदा हो सकती है.'

परिवार नियोजन के साधन अपनाएं : डॉ. चन्द्रावती ने बताया कि 'दो बच्चों के बीच में कम से कम तीन साल का अंतर रखें. उन्होंने बताया कि बार-बार गर्भधारण करने या गर्भापात कराना भी घातक है. लिहाजा परिवार नियोजन के साधनों को अपनाएं.'

यह भी पढ़ें : Amroha News: आम की कलम उखाड़ने का विरोध करने पर युवक की पिटाई

लखनऊ : महिलाओं को गर्भावस्था में सेहत का भरपूर ख्याल रखने की जरूरत होती है. पौष्टिक भोजन के साथ आयरन-कैल्शियम की गोलियां डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए. इससे एनीमिया के खतरों से बच सकती हैं. करीब 50 से 60 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है. इससे प्रसव के दौरान तमाम तरह की गंभीर परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. यह जानकारी यूपीकॉन-2023 की आयोजक सचिव डॉ. प्रीति कुमार ने दी.

शनिवार को केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में यूपीकॉन-2023 का आयोजन हुआ. यूपीकॉन का आयोजन लखनऊ एब्सट्रेक्ट एंड गायनेकोलॉजिस्ट सोसाइटी (एलओजीएस) और गायनी एकेडिमक वेलफेयर एसोसिशन की ओर से हुआ. डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'गर्भावस्‍था में एनीमिया का खतरा रहता है. प्रेग्‍नेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए शरीर अधिक मात्रा में खून बनाता है. अगर इस दौरान पर्याप्‍त आयरन व पोषक तत्‍व नहीं लेती हैं तो शरीर में अधिक खून बनाने के लिए जरूरी लाल रक्‍त कोशिकाओं का निर्माण प्रभावित हो सकता है.'

गर्भावस्था में एनीमिया की वजह : डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'वैसे तो एनीमिया की कई वजह हो सकती हैं पर शरीर में आयरन कमी से यह समस्या अधिक देखने को मिलती है. 15 से 25 साल की गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी एनीमिया आम बात है. इसमें आयरन का स्तर कम होने पर खून में हीमोग्‍लोबिन कम बनने लगता है. इस समस्या से बचने के लिए आयरन युक्‍त आहार लें. भोजन में अंडा, मछली, रेड मीट, साबुत अनाज, दालें, बींस, सोयाबीन, गुण, शहद, सेब आदि फलों को शामिल करें.'

ऑपरेशन की बढ़ती है आशंका : डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 'शरीर में खून की कमी से ऑपरेशन से प्रसव की आशंका बढ़ जाती है. यही नहीं प्रसूता को खून भी चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इन समस्याओं से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर आयरन व कैल्शियम की गोलियां खाएं. नियमित जांच कराएं. हरी पत्तेदार सब्जियों में सेवन में किसी भी तरह की कोताही न बरतें.'

आयरन-कैल्शियम की गोली खाएं : कान्फ्रेंस की चेयपर्सन डॉ. चन्द्रावती ने बताया कि 'प्रेग्‍नेंसी में खून की कमी से बचाने में विटामिन सी भी जरूरी होता है. इसलिए प्रेग्‍नेंसी में विटामिन सी से युक्‍त खाद्य पदार्थ जैसे कि खट्टे फलों को भी शामिल करना चाहिए. गर्भावस्‍था के दौरान महिलाओं के शरीर को दोगुना काम करना पड़ता है और इस समय उनके शरीर को खून की आवश्‍यकता भी अधिक होती है. उन्होंने बताया कि खून की कमी से शिशु के विकास में रुकावट आ सकती है. कोई गंभीर विकार या समस्‍या भी पैदा हो सकती है.'

परिवार नियोजन के साधन अपनाएं : डॉ. चन्द्रावती ने बताया कि 'दो बच्चों के बीच में कम से कम तीन साल का अंतर रखें. उन्होंने बताया कि बार-बार गर्भधारण करने या गर्भापात कराना भी घातक है. लिहाजा परिवार नियोजन के साधनों को अपनाएं.'

यह भी पढ़ें : Amroha News: आम की कलम उखाड़ने का विरोध करने पर युवक की पिटाई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.