लखनऊ : यूपी जल्द ही देश का ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां लाइव इमरजेंसी मॉनीटरिंग सिस्टम संचालित किया जाएगा. योगी-2 सरकार में स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर काम किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेक्टर में अगले छह माह के भीतर इमरजेंसी ट्रॉमा केयर नेटवर्क योजना शुरू होने जा रही है.
डीजीएमई डॉ एनसी प्रजापति ने बताया कि पहली बार यूपी में ऐसा नेटवर्क बनाया जा रहा जिससे ट्रामा में होने वाली अप्रिय घटनाओं की संख्याओं में कमी आएगी. इस नेटवर्क से उस क्षेत्र के निकटम अस्पताल को ट्रेस कर मरीज को तत्काल उपचार मिल सकेगा. इससे मॉनीटरिंग के साथ समय से मरीज तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच सकेंगी।
मोबाइल एप आधारित डिजिटल प्लेटफार्म एवं कमांड कॉल सेंटर से प्राथमिक देखभाल की जाएगी. एंबुलेंस सेवा और अस्पताल की 24 घंटे निगरानी भी की जाएगी. इस इमरजेंसी ट्रामा केयर नेटवर्क से एकीकृत लेवल वन, टू, थ्री, आकस्मिक चिकित्सा केंद्र और पीएचसी जोड़े जाएंगे. इमरजेंसी के समय मरीज को पास के अस्पताल में भर्ती कराया जा सकेगा. मरीज की जान जाने का खतरा कम किया जाएगा. इस नेटवर्क से प्रतिदिन 40 हजार कॉल रिसीव की जाएंगी. कुल तीन लाख मरीजों की प्रतिवर्ष सेवा हो सकेगी.
इमरजेंसी ट्रॉमा केयर नेटवर्क से यूपी की इमरजेंसी स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त होंगी. विभाग की ओर से छह माह के भीतर योजना की घोषणा की जाएगी. दो सालों में कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप तैयार कर इससे आकस्मिक चिकित्सा केन्द्र 6 लेवल वन के अस्पताल, 12 लेवल टू के अस्पताल और 1000 पीएचसी को इससे जोड़ा जाएगा. आने वाले पांच सालों में सभी एंबुलेंस क्रियाशील करते हुए 14 लेवल वन के अस्पताल, 35 लेवल टू के अस्पताल और 3000 पीएचसी तक इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा. इस नेटवर्क से कुछ चुनिंदा प्राइवेट अस्पताल भी जुड़ेंगे.
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