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लखनऊ: गन्ना आयुक्त ने जारी की एडवाइजरी, टिड्डी से ऐसे बचाएं फसल

उत्तर प्रदेश में टिड्डी के हमले से पहले ही अलर्ट जारी किया गया है, जिससे गन्ना किसानों की फसल बर्बाद होने से बचाई जा सके. उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय भूसरेड्डी की तरफ से किसानों को एडवाइजरी जारी करते हुए अलर्ट किया गया है.

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Published : Jan 14, 2020, 4:55 PM IST

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गन्ना आयुक्त ने जारी की एडवाइजरी.

लखनऊ: गुजरात और राजस्थान में टिड्डी से किसानों की गन्ना फसल काफी बर्बाद हो गई है. टिड्डी कुछ समय में ही पूरी गन्ना की फसल को चौपट कर देती है. उत्तर प्रदेश में टिड्डी के हमले से पहले ही अलर्ट जारी किया गया है, जिससे गन्ना किसानों की फसल बर्बाद होने से बचाई जा सके. उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय भूसरेड्डी की तरफ से किसानों को एडवाइजरी जारी करते हुए अलर्ट किया गया है. एडवाइजरी द्वारा किसानों को टिड्डी से फसल बचाने के लिए परंपरागत तरीके से थाली और ढोल पीटकर फसल बचाने की बात कही गई है.

गन्ना आयुक्त ने जारी की एडवाइजरी.
गुजरात में टिड्डी कीट के प्रकोप के दृष्टिगत और प्रदेश में गन्ना फसल को बचाने के लिए गन्ना विकास विभाग ने कृषक जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर का सिद्धांत अपनाते हुए टिड्डी के प्रकोप से पहले इससे बचाव के उपाय शुरू किए जा सकते हैं.

जारी की गई एडवाइजरी
एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी विभागीय अधिकारियों एवं गन्ना शोध केंद्र के वैज्ञानिकों को लगातार गांवों का भ्रमण करके टिड्डी कीट के संभावित आक्रमण को विफल करने के लिए किसानों को सजग रहने तथा पर्याप्त सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जाए. इसके अलावा पंपलेट, हैंडबिल, सोशल मीडिया, वाट्सएप के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाए. लेखन कराने तथा किसानों तक पंपलेट भेजने को लेकर भी जागरूक करना है.

इसके साथ ही गन्ना आयुक्त की तरफ से जारी की गई एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि टिड्डियों से बचाव के लिए खेत की मेड़ों से घास की साफ-सफाई करना आवश्यक है क्योंकि यह घास में ही अंडे देती हैं और शोर होने से डर जाती हैं. अतः इनका व्यापक प्रकोप होने की दशा में ढोल, थाली आदि बजाना चाहिए, ताकि वह डरकर भाग जाएं.

किसानों को एडवाइजरी जारी की गई है टिड्डी कीट से बचाव को लेकर इसके साथ ही अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं. एडवाइजरी द्वारा अधिकारियों से यह कहा गया है कि वे किसानों के साथ संवाद करें. पंपलेट आदि के माध्यम से भी किसानों के बीच जाएं और टिड्डी से बचाव के उपाय करें. मैसेज, वाट्सएप संदेश और सोशल मीडिया के माध्यम से भी कीट प्रकोप से बचाव को लेकर किसानों के साथ चर्चा की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान और गुजरात राज्य में काफी संख्या में टिड्डी कीट के हमले से सैकड़ों बीघे गन्ना की फसल बर्बाद हो गई थी, जिसको संज्ञान में लेकर उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने किसानों को अलर्ट जारी किया है.

लखनऊ: गुजरात और राजस्थान में टिड्डी से किसानों की गन्ना फसल काफी बर्बाद हो गई है. टिड्डी कुछ समय में ही पूरी गन्ना की फसल को चौपट कर देती है. उत्तर प्रदेश में टिड्डी के हमले से पहले ही अलर्ट जारी किया गया है, जिससे गन्ना किसानों की फसल बर्बाद होने से बचाई जा सके. उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय भूसरेड्डी की तरफ से किसानों को एडवाइजरी जारी करते हुए अलर्ट किया गया है. एडवाइजरी द्वारा किसानों को टिड्डी से फसल बचाने के लिए परंपरागत तरीके से थाली और ढोल पीटकर फसल बचाने की बात कही गई है.

गन्ना आयुक्त ने जारी की एडवाइजरी.
गुजरात में टिड्डी कीट के प्रकोप के दृष्टिगत और प्रदेश में गन्ना फसल को बचाने के लिए गन्ना विकास विभाग ने कृषक जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर का सिद्धांत अपनाते हुए टिड्डी के प्रकोप से पहले इससे बचाव के उपाय शुरू किए जा सकते हैं.

जारी की गई एडवाइजरी
एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी विभागीय अधिकारियों एवं गन्ना शोध केंद्र के वैज्ञानिकों को लगातार गांवों का भ्रमण करके टिड्डी कीट के संभावित आक्रमण को विफल करने के लिए किसानों को सजग रहने तथा पर्याप्त सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जाए. इसके अलावा पंपलेट, हैंडबिल, सोशल मीडिया, वाट्सएप के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाए. लेखन कराने तथा किसानों तक पंपलेट भेजने को लेकर भी जागरूक करना है.

इसके साथ ही गन्ना आयुक्त की तरफ से जारी की गई एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि टिड्डियों से बचाव के लिए खेत की मेड़ों से घास की साफ-सफाई करना आवश्यक है क्योंकि यह घास में ही अंडे देती हैं और शोर होने से डर जाती हैं. अतः इनका व्यापक प्रकोप होने की दशा में ढोल, थाली आदि बजाना चाहिए, ताकि वह डरकर भाग जाएं.

किसानों को एडवाइजरी जारी की गई है टिड्डी कीट से बचाव को लेकर इसके साथ ही अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं. एडवाइजरी द्वारा अधिकारियों से यह कहा गया है कि वे किसानों के साथ संवाद करें. पंपलेट आदि के माध्यम से भी किसानों के बीच जाएं और टिड्डी से बचाव के उपाय करें. मैसेज, वाट्सएप संदेश और सोशल मीडिया के माध्यम से भी कीट प्रकोप से बचाव को लेकर किसानों के साथ चर्चा की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान और गुजरात राज्य में काफी संख्या में टिड्डी कीट के हमले से सैकड़ों बीघे गन्ना की फसल बर्बाद हो गई थी, जिसको संज्ञान में लेकर उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने किसानों को अलर्ट जारी किया है.

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लखनऊ। गुजरात और राजस्थान में टिड्डी कीट से किसानों की गन्ना फसल काफी संख्या में बर्बाद हो गई है। टिड्डी कीट कुछ समय में ही पूरी की पूरी गन्ना फसल चौपट कर देती है। उत्तर प्रदेश में टिड्डी के हमले से पहले ही अलर्ट जारी किया गया है जिससे गन्ना किसानों की फसल बर्बाद होने से बचाई जा सके। उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय भूसरेड्डी की तरफ से किसानो को एडवाइजरी जारी करते हुए अलर्ट किया गया है। जिसमें किसानों को परंपरागत तरीके से थाली और ढोल पीटकर और शोर मचाते हुए टिड्डी को बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।




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गुजरात में टिड्डी कीट के प्रकोप के दृष्टिगत व प्रदेश में गन्ना फसल को बचाने के लिए गन्ना विकास विभाग ने कृषक जागरूकता अभियान शुरू किया है जिसके अंतर्गत प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर का सिद्धांत अपनाते हुए टिड्डी के प्रकोप होने से पहले इससे बचाव के उपाय शुरू किए जा सकते हैं।
जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी विभागीय अधिकारियों एवं गन्ना शोध केंद्र के वैज्ञानिकों को लगातार गांवों का भ्रमण करके टीड्डी कीट के संभावित आक्रमण को विफल करने के लिए किसानों को सजग रहने तथा पर्याप्त सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जाए। इसके अलावा पंपलेट हैंडबिल सोशल मीडिया संदेश व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाए। लेखन कराने तथा किसानों तक पंपलेट भेजने को लेकर भी जागरूक करना है।
इसके साथ ही गन्ना आयुक्त की तरफ से जारी की गई एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि टिड्डियों के बचाव के लिए खेत की मेड़ों से घास को साफ सफाई करना आवश्यक है क्योंकि यह घास में ही अंडे देती है कि और शोर होने से डर जाती है अतः इनका व्यापक प्रकोप होने की दशा में ढोल थाली आदि बचाना चाहिए ताकि वह डर कर भाग जाएं।

बाईट, संजय भूसरेड्डी, गन्ना आयुक्त यूपी
किसानों को एडवाइजरी जारी की गई है टिड्डी कीट से बचाव को लेकर इसके साथ ही अधिकारियों को भी निर्देश निर्देश जारी किए गए हैं कि किसानों के साथ संवाद करें पंपलेट आदि के माध्यम से भी किसानों के बीच जाएं और टिड्डी रोड से बचाव के उपाय करें मैसेज व्हाट्सएप संदेश सोशल मीडिया के माध्यम से भी किटी प्रकोप से बचाव को लेकर किसानों के साथ चर्चा की जाएगी यदि कीट से बचाव किया जा सके और किसानों की फसल सुरक्षित रह सके।




Conclusion:उल्लेखनीय है कि राजस्थान और गुजरात राज्य में काफी संख्या में टिड्डी कीट के हमले से सैकड़ों बीघे गन्ना की फसल बर्बाद हो गई जिस को संज्ञान में लेकर उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने किसानों को जहां अलर्ट जारी किया है वहीं एडवाइजरी जारी किया है इसके प्रकोप से बचने के लिए पहले ही उपाय किए जाएं।


धीरज त्रिपाठी 9453099555
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