लखनऊ: रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग से अब वहां के हालात काफी खराब हो रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के कई छात्र जो पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे. अब वहां जारी युद्ध के चलते फंस चुके हैं. ऐसे में उनके परिजनों ने भारत सरकार से बच्चों को वापस लाने की गुहार लगाई है.
फिरोजाबाद: फिरोजाबाद शहर के गुंजन एनक्लेव कॉलोनी निवासी डॉ. बसंत शर्मा और उनकी पत्नी श्रीमती प्रीति शर्मा काफी चिंता में हैं. दरअसल, डॉ. बसंत शर्मा का बेटा मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था. लेकिन अब वहां जारी उत्पाद के बाद फंस गया है. उनका बेटा प्रांजुल यूक्रेन की गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी टार्नओपाल में एमबीबीएस कर रहा है. 2 साल पहले प्रांजुल का इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन हुआ था.
प्रांजुल के पिता बसंत शर्मा और मां प्रीति शर्मा का कहना है कि यूक्रेन के जो मित्र देश है उन्हें अपने मित्र देश की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए. साथ ही भारत सरकार को कुछ ऐसे कदम उठाने की जरूरत है जिससे यूक्रेन में फंसे भारतीय लोग सुरक्षित बाहर निकल सकें.
फर्रुखाबाद: जिले के प्रतीक कुमार राजपूत और अभिनव वर्मा भी यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे हैं. वहां जारी युद्ध के चलते छात्रों के परिजन यहां काफी चिंतित हो गए हैं. मैनपुरी जनपद के भोगांव थाना क्षेत्र के गड्ढा निवासी कमलेश राजपूत शमशाबाद थाना क्षेत्र के चिलसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट हैं. उनका बड़ा बेटा 22 वर्षीय पुत्र प्रतीक यूक्रेन में ओडेसा में एमबीबीएस कर रहा है. कमलेश राजपूत ने बताया कि प्रतीक से बात हुई है.
प्रतीक ने बताया है यूक्रेन के हालत खराब होते जा रहे हैं. वहां लगातार बमबारी हो रही है. वहीं शहर के ही आवास विकास कॉलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार वर्मा जनपद कन्नौज के गुरसहायगंज में फार्मासिस्ट है. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उनका पुत्र अभिनव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी ओडेसा यूक्रेन में एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र है. उनकी बेटे से बात हुई है. वहां अभी हमला नहीं हुआ है. लेकिन वह चिंतित हैं. मौका मिलते ही वह उसे वहां से बुला लेंगे.
अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए छात्र के परिवारों को चिंता सता रही है. यूक्रेन और रूस के बीच तनाव में फंसे अमरोहा नगर व जोया कस्बे के एक ही परिवार के 3 छात्र और नौगांवा कस्बे के 2 छात्र हैं.
अमरोहा नगर के रहने वाले डॉक्टर जमशेद कमाल जो कि एक कॉलेज में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात है. उनका बेटा भी 21 दिसंबर 2021 को यूक्रेन एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था. डॉक्टर जमशेद कमाल ने बताया कि उनके बेटे की फ्लाइट 3 मार्च को है, लेकिन आज यूक्रेन की फ्लाइट बंद हो गई है. जिससे उन्हें काफी डर सता रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें भारत सरकार पर पूरा भरोसा है कि उनका बेटा सलामत घर लौटेगा.
बिजनौर: रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब बिजनौर जिले में भी दिखाई देने लगा है. जिले के दर्जनों छात्र यूक्रेन में एमबीएबीएस की पढ़ाई करने गए थे, लेकिन युद्ध शुरू होने के चलते अब वहां फंस चुके हैं. परिजनों ने सरकार से स्पेशल विमान लगाकर बच्चों को वापस लाने की लगाई है.
देवरिया: रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बाद भारत से यूक्रेन पढ़ाई करने गए बड़ी संख्या में छात्र फंस गए हैं. इनमें देवरिया जिले के रामपुर कारखाना कस्बे के रहनेवाले प्रवण नाथ सिंह यादव भी शामिल हैं जो एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन 2018 में गए थे.
सिद्धार्थनगर: जिले के बांसी कस्बे का छात्र सुशांत पांडे यूक्रेन में फंसा हुआ है. वह यूक्रेन के विनिस्ता शहर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. 5 साल पहले अपना भविष्य संवारने सुशांत पांडे यूक्रेन गए थे, लेकिन अब वहां की स्थिति खराब होने के चलते वह घर नहीं लौट पा रहा है जिसके चलते सुशांत के परिजनों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
बरेली: यूक्रेन में हुए हमले से वहां रहनेवाले भारतीय छात्रों में दहशत का माहौल है. परिजन भी अपने बच्चों को लेकर काफी परेशान हैं. बरेली के कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. जिले के शेरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव आसपुर खेड़ा के रहने वाले साबिर अली के बेटे जावेद हुसैन साल 2016 में यूक्रेन की यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे. छात्र जावेद हुसैन ने एक वीडियो वायरल कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
मुरादाबाद : यूक्रेन में पढ़ाई करने गए मुरादाबाद जिले के कई छात्र फंस गए हैं. इन छात्रों के परिजन काफी परेशान हैं. यूक्रेन की राजधानी कीप में पढ़ाई कर रहे निमिष सक्सेना के पिता प्रदीप सक्सेना ने आरोप लगाया कि भारत सरकार बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है.
प्रदीप सक्सेना का कहना है कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सूबे के सीएम चुनाव में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार कह रही है कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय लोगों को निकाला जाएगा, लेकिन सरकार आपदा में भी अवसर देख रही है. यूक्रेन से आने वाली फ्लाइट के दाम तीन गुना बढ़ गए हैं.
बांदा : यूक्रेन में फंसे बांदा के छात्र के परिजनों पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है. छात्र के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा पिछले 4 साल से यूक्रेन में एमबीबीएस(MBBS) की पढ़ाई कर रहा है.
परिजनों का कहना है कि वह अपने बेटे से लागातार संपर्क में है. यूक्रेन की विपरीत परिस्थियों को देखते हुए वह अपने बेटे की सकुशल वापसी चाहते हैं. गौरतलब है कि बिसंडा कस्बे के निवासी नरेश चंद्र गुप्ता का बेटा नीरज गुप्ता यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है.
कानपुर : रूस-यूक्रेन यूद्ध की चर्चा पूरी दुनियां में हो रही है. रूसी हमले के बाद यूक्रेन की स्थिति चिंताजनक है. इस तनातनी के महौल में भारत के कई हिस्सों में रहने वाले नागरिक यूक्रेन में फंसे हैं. कानपुर की रहने वाली एक छात्रा भी यूक्रेन में फंसी है. ईटीवी भारत की टीम ने यूक्रेन में फंसी छात्रा के परिजनों से बातचीत की.
बातचीत के दौरान छात्रा के परिजनों ने बताया कि यूक्रेन में फंसी उनकी बेटी दहशत में है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. परिजनों ने बताया कि यूक्रेन में कई भारतीय छात्रों को बंकरों में रखा गया है. छात्रा के परिजनों ने भारत सरकार से अपनी बेटी को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है.
सीतापुर : जिले के हसनपुर गांव में का निवासी छात्र मोहम्मद फैज खान यूक्रेन में पढ़ाई करने लिए गया था. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण छात्र वहां फंस गया. अब छात्र के परिजन उसे वापस लाने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहै हैं.
आगरा : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कई भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंस गए हैं. रूसी सेना लगातार यूक्रेन के तमाम हिस्सों पर कब्जा कर रही है और बम बरसा रही है. आगरा के रहने वाले कई मेडिकल स्टूडेंट्स ने यूक्रेन से वीडियो संदेश भेजकर वहां के हालातों को बताया है. छात्रों ने वीडियो के माध्यम से कहा है कि उन्हें अभी तक कोई मदद नहीं मिली है. वह परेशान हैं और उन्हें नहीं पता कि मदद कब मिलेगी.
उन्नाव : जिले के कोईथर गांव निवासी कुलदीप यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गया था. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण मेडिकल का छात्र कुलदीप वहां फंस गया है. अब कुलदीप के पिता जगन्नाथ वर्मा और भाई जगदीश ने अपने भाई को यूक्रेन से सुरक्षित वापस लाने के लिए पीएम मोदी से अपील की है.
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