लखनऊ : यूपी एसटीएफ ने अंबेडकर नगर के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र से शिवसेना के पूर्व विधायक रहे पूर्व विधायक पवन पांडे के तीन साथियों को गिरफ्तार किया है. पवन पांडे और उसके साथियों पर मई 2020 को अंबेडकरनगर में 8 करोड़ की जमीन को हड़पने के लिए फर्जी शादी, फर्जी इकरारनामा और फिर बुजुर्ग महिला के इकलौते बेटे की हत्या को अंजाम देने का आरोप है. यूपीएसटीएफ ने तीन नवंबर को पवन पांडे को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से उसके साथियों की तलाश की जा रही थी. एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए तीनों साथियों को जेल भेज दिया गया है.
यूपी एसडीएफ के अनुसार संतोष कुमार अलीगंज, लखनऊ, अजय कुमार त्रिपाठी और जयराम यादव अकबरपुर, अम्बेडकरनगर के रहने वाले हैं. आरोपियों ने अंबेडकरनगर की चम्पा देवी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु के बाद अकबरपुर से बसखारी हाईवे स्थित वादिनी की भूमि (कीमत लगभग आठ करोड़) को हड़पने की नीयत से शिवसेना के पूर्व विधायक रहे पवन पाण्डेय व उसके समर्थक मुकेश तिवारी की मदद से वादिनी के पुत्र अजय सिंह को नशे का इंजेक्शन देकर फर्जी इकरारनामा करा लिया था. जिसमें उक्त जमीन की कीमत 20 लाख रुपये दर्शाई गई थी. इसके अलावा वादिनी के परिवार रजिस्टर में अजय सिंह की पत्नी के रूप में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन किया गया था और आर्य समाज मन्दिर सफेदाबाद बाराबंकी का फर्जी विवाह प्रमाण पत्र दाखिल किया गया. इसके बाद 23 अक्टूबर 2020 को वादिनी के पुत्र अजय सिंह की शादी के बाद सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
इस अभियोग की विवेचना स्थानीय पुलिस द्वारा करते हुए अभियुक्ता नीतू सिंह आदि को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. जिसमें से दो लोग जमानत पर हैं और तीन जेल में निरुद्ध हैं. अभियुक्त पवन पाण्डेय व शेष अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध मामूली धाराओं में आरोप पत्र प्रेषित करते हुए विवेचना समाप्त कर दी गई थी. इसके बाद अभियुक्ता नीतू सिंह एवं अभिषेक तिवारी द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ में अलग-अलग तथ्यों पर जमानत याचिकाएं योजित की गईं. जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेते हुए मई 2023 को इस मुकदमे की विवेचना एसटीएफ उत्तर प्रदेश से कराए जाने का आदेश दिया था.
पूर्व विधायक पवन पांडेय गिरफ्तार, युवक को Drug Injection लगा कर किया था ऐसा काम