लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ (UP STF arrested fraudster in Lucknow) किया है, जो बैंक से कार लोन करा कर लग्जरी गाड़ियां खरीदते थे. फिर फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवा लोन खत्म करवाते थे. इसके बाद आरटीओ के कर्मचारी और दलालों की मदद उस कार को किसी अन्य के नाम ट्रांसफर करवा लेते थे. बुधवार को यूपी एसटीएफ ने गैंग सरगना शुभम मिश्रा को गिरफ्तार कर सात लग्जरी गाड़ियां बरामद की है.
एसटीएफ एसएसपी विशाल विक्रम सिंह (STF SSP Vishal Vikram Singh) ने बताया कि, बीते कुछ समय से गाड़ी के फर्जी कागज बनवा कर उन्हें दूसरों के नाम ट्रांसफर करने के खेल की सूचना मिल रही थी. इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए डिप्टी एसपी दीपक सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. गुरुवार को सूचना मिली थी कि बाराबंकी निवासी शुभम मिश्रा किसी लग्जरी गाड़ी के कागज बनाने लखनऊ आ रहा है. टीम ने जाल बिछाकर उसे पालिटेक्निक चौराहे से गिरफ्तार किया.
फर्जी डेथ सर्टिफिकेट जमा कर बैंक से बंद करवा देता था कार लोन: पूछताछ में आरोपी शुभम ने बताया कि, वह पिछले कई वर्षों से लग्जरी कार के फाइनेंस में अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जीवाड़े कर रहा था. शुभम ने कहा कि वह पहले अपने साथियों के नाम पर अलग-अलग जिलों ने चार पहिया गाड़ियां बैंक से फाइनेंस करवा कर खरीदता था. उसके बाद कुछ समय तक गाड़ियों की किश्त जमा करने के बाद किश्तें जमा करना बंद करवा देता था. जब लोन बढ़ने लगता, तो गाड़ी मालिक का डेथ सर्टिफिकेट बनवा कर बैंक लोन को एनपीए घोषित करवा देता था. इसके बाद उसका सेटलमेंट कराकर रिश्तेदारों के नाम पर कार ट्रांसफर करवा लेते थे.
फर्जी NOC से गाड़ी करवाता था ट्रांसफर: आरोपी (Fraudster Shubham Mishra arrested in Lucknow) ने कबूल किया कि उसने कुछ गाड़ियों की बैंक की फर्जी एनओसी बनवा कर आरटीओ ऑफिस के दलालों के माध्यम से उन्हे अपने रिश्तेदारों के नाम भी ट्रांसफर कराया था. इसके बाद इन गाड़ियों को ट्रांसपोर्ट कंपनी में अटैच करवा देता था. एसएसपी एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी ने फर्जीवाड़ा करने के लिए आरोपी ने अपना और अपने गैंग के सदस्यों का फर्जी आधार कार्ड और पैनकार्ड भी बनवा रखा है. (UP Crime News)
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