लखनऊ: शनिवार और रविवार को प्रदेश के 11 जिलों में जेल वार्डर, फायरमैन और घुड़सवार पुलिस की लिखित परीक्षा होने वाली है. 19 और 20 दिसंबर को होने वाली पुलिस की लिखित भर्ती परीक्षा से पहले सॉल्वर गैंग को शुक्रवार को प्रयागराज से पकड़ा गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के द्वारा हो रही लिखित परीक्षा से पहले यह सॉल्वर गैंग पकड़ा गया है. शनिवार और रविवार को होने वाली परीक्षा में सॉल्वर गैंग सेंधमारी की फिराक में था. जिसमें अभ्यर्थी समेत आठ सॉल्वर गैंग के मेंबर पकड़े गए. यूपी एसटीएफ ने प्रयागराज के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से सॉल्वर गैंग को गिरफ्तार किया है.
प्रयागराज से किए गए गिरफ्तार
जानकारी में बताया गया है कि यूपी एसटीएफ को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी, जिसमें बताया गया था कि शनिवार और रविवार को प्रदेश के 11 जिलों में जेल वार्डर, फायरमैन और घुड़सवार पुलिस की लिखित परीक्षा होने वाली है. जिसमें एक सॉल्वर गैंग के सदस्य शामिल होने वाले हैं. यह गिरोह अभ्यर्थियों से परीक्षा पास कराने के नाम पर रुपये लिए हैं. जिसके बाद ही एसटीएफ ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र से मान सिंह यादव निवासी आनापुर, दिलीप कुमार मउआइमा, मंगल यादव मउआइमा, शिवकुमार मउआइमा, सत्यम पटेल जगदीशपुर मेंहदी सोरांव, महेश कुमार भौंका मउआइमा प्रयागराज, राज गब्बर सैदहा सोरांव प्रयागराज और विकास पटेल लोहता बाजार वाराणसी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
पांच में तय होता है सौंदा
एसटीएफ से मिली जानकारी अनुसार सॉल्वर गैंग के पांच सदस्यों ने परीक्षा अभ्यर्थियों को शुक्रवार को दिन में फोन कर शाम को सिविल लाइंस स्थित पत्थर गिरजाघर के पास वाली गली में बुलाया था. जिसके बाद इन सभी की गिरफ्तारी की गई है. वहीं सूत्रों ने बताया कि लिखित परीक्षा पास कराने के लिए पांच-पांच लाख रुपये में सौदा हुआ था. इनके पास से कुछ फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं, जिसे परीक्षा के दौरान इस्तेमाल किया जाता है. एसटीएफ एएसपी नीरज पांडेय ने बताया कि सॉल्वर गैंग पकड़ा गया है. सभी से पूछताछ की जा रही है.