लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अवध डिपो में हुई बसों के टिकट गाड़ियों की चोरी के मामले में अब भी दोषियों पर कार्रवाई जारी है. पहले जहां तीन कर्मचारियों को प्रबंधन की तरफ से सस्पेंड किया गया था. वहीं अब एक और कर्मचारी को दोषी मानते हुए मंगलवार को निलंबित कर दिया गया. मामले की जांच के लिए गठित की गई टीम को जांच के दौरान इस मामले में एक और लिपिक के शामिल होने की पुष्टि हुई. इसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई.
चारबाग बस स्टेशन पर मारपीट का मुकदमा दर्ज नहीं कर रही पुलिस
पिछले दिनों चारबाग बस स्टेशन पर हाउस कीपिंग और सुपरवाइजर के बीच मारपीट का मुकदमा दर्ज कराने के लिए पीड़ित 15 दिनों से नाका थाना का चक्कर काट रहा है, लेकिन पुलिस है कि कुछ सुनने को ही तैयार नहीं है. पीड़ित संदीप कुमार का कहना है कि बीती 19 सितंबर की सुबह चारबाग स्टेशन पर सफाई के संबंध में औचक निरीक्षण किया. इस दौरान सुपरवाइजर शिवा तिवारी अनुपस्थित थे. काम में लापरवाही बरतने पर वेतन से कटौती करने की चेतावनी दी. इसी बात पर सुपरवाइजर और संविदा पर तैनात उसके पिता अमरेश तिवारी ने जाति सूचक गालियां देने और जान से मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं मारपीट भी की. इस मामले में नाका थाना पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है. संदीप का कहना है कि अब अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में अपील करेंगे. वहीं से न्याय की उम्मीद है.
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