लखनऊ: झांसी में कोरोना संक्रमित पत्नी और बेटी की देखभाल के लिए छुट्टी न मिलने से आहत सीओ मनीष सोनकर ने इस्तीफा दे दिया तो उनके पक्ष में प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) संघ खड़ा हो गया. पीपीएस संघ ने ट्वीट कर डीजीपी और अपर मुख्य सचिव, गृह से कार्रवाई की मांग की है. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरू किया और एक बार फिर सोशल मीडिया पर आईपीएस और पीपीएस संवर्ग के बीच अधिकारों तथा आपसी व्यवहार को लेकर चर्चा छिड़ गई. हालांकि, इसी बीच डीआईजी झांसी रेंज से वार्ता के बाद सीओ ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
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DSPश्री मनीष सोनकर के साथ झांसी के SSP द्वारा अपनी कोविद ग्रस्त पत्नी और बेटी की देखभाल के लिए अवकाश मागने पर इतना मानसिक प्रताड़न किया गया कि श्री सोनकर द्वारा सेवा से त्यागपत्र दे दिया गया। @dgpup सर तथा @AwasthiAwanishK सर से अनुरोध है, संज्ञान लेकर यथोचित कार्यवाही करें
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— PPS Association UP (@ppsofficersup) May 4, 2021
डीजीपी ने दी सफाई
मामले को लेकर डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि सीओ मनीष सोनकर के इस्तीफे के मामले में अभी डीजीपी मुख्यालय को कोई पत्र नहीं मिला है. मामला संज्ञान में आने के बाद डीआईजी झांसी रेंज से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी गई है. मनीष सोनकर वर्ष 2005 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल डिप्टी एसपी झांसी सदर में तैनात हैं. सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में मनीष सोनकर ने लिखा था कि उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित हैं. उनकी चार साल की एक बेटी भी है. उसकी देखभाल के लिए उन्होंने छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया. उन्होंने दोबारा गुहार लगाई, लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं मिली. इससे आहत डिप्टी एसपी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इस्तीफा भेज दिया.
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सोशल मीडिया में लेटर वायरल होने पर सक्रिय हुए अधिकारी
एसएसपी झांसी रोहन पी. कनय और सीओ मनीष सोनकर के बीच अवकाश को लेकर किन परिस्थतियों में मनमुटाव बढ़ा यह तो जांच का विषय है, लेकिन यह प्रकरण सोशल मीडिया पर आने के बाद वरिष्ठ अधिकारी सक्रिय हो गए. एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर और डीआईजी रेंज झांसी जोगेंद्र कुमार ने मामले में हस्तक्षेप किया. डीआईजी ने सीओ मनीष सोनकर से वार्ता की और उन्हें समझाया और भावावेश में कोई कदम नहीं उठाने की सलाह दी. भरोसा दिलाया कि वह वरिष्ठ अधिकारियों से पूरे प्रकरण को लेकर बात करेंगे.
सीओ ने कहा- डीआईजी के संवेदना जताने के बाद इस्तीफा लिया वापस
इसके बाद सीओ मनीष सोनकर ने फिर ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने उनसे दूरभाष पर बात की और पत्नी और बेटी का हालचाल लिया. मेरी परिस्थितियों के प्रति संवेदना जताई. यह भी बताया कि उनकी एडीजी जोन कानपुर और डीजीपी से वार्ता भी हुई है. वरिष्ठ अधिकारियों ने इस संकट के समय उनके परिवार के साथ होने की बात कही है.
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'मैंने भावनागत मनोस्थिति में त्यागपत्र दिया'
सीओ मनीष सोनकर ने कहा, 'मैं अपनी ओर से इस प्रकरण को बंद करना चाहता हूं और मैंने भावनागत मनोस्थिति में त्यागपत्र दिया था. उसे अस्वीकार करने के लिए उच्च अधिकारियों से निवेदन करता हूं'. हालांकि, इस प्रकरण के बाद अब अधिकारियों के बीच आपसी व्यवहार और खींचतान को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जरूर हो रही हैं.