लखनऊ : राजधानी लखनऊ की पूर्व विधानसभा सीट से विधायक आशुतोष गोपाल टण्डन के निधन के बाद विधानसभा सचिवालय ने सीट रिक्त घोषित कर दी है. अब निर्वाचन आयोग की तरफ से इस सीट पर उपचुनाव कराए जाने के लिए नोटिफिकेशन जारी होना है. राजधानी लखनऊ से सांसद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित एक दर्जन से अधिक दावेदारों ने अपनी दावेदारी ठोंक दी है. हालांकि यह सीट भाजपा के हमेशा से जिताऊ रही है.
नीरज सिंह की दावेदारी फंस रहा यह पेंच : भारतीय जनता पार्टी में लखनऊ पूर्व सीट पर सबसे ज्यादा जो नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दावेदारी को लेकर चर्चा हो रही है उनमें रक्षा मंत्री स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह के छोटे पुत्र नीरज सिंह को लेकर हो रही है. हालांकि नीरज सिंह लखनऊ पूर्व विधानसभा क्षेत्र में काफी समय से काम कर रहे हैं. हालांकि परिवारवाद के आरोपों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तो उन्हें चुनाव मैदान में उतरता है या नहीं. यह अपने आप में देखने वाली बात होगी. विपक्षी भी इसे मुद्दा बना सकते हैं. ऐसी स्थिति में नीरज सिंह को टिकट मिलना आसान नहीं होगा. इसके अलावा पार्टी के कुछ लोगों का कहना है कि अगर नीरज सिंह को चुनाव मैदान में पार्टी उतारने का फैसला करती है तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव लड़ने पर भी संशय हो सकता है. यह सब केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर तय किए जाने वाली बात है.
भाजपा में इन नेताओं की चर्चा : इसके अलावा अन्य दावेदारों में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, एमएलसी प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक, भाजपा प्रवक्ता हीरो बाजपेई, दिवंगत पत्नी के नाम से ट्रस्ट बनाकर समाजसेवा करने वाले भाजपा अवध क्षेत्र के उपाध्यक्ष राजीव मिश्रा, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के बेटे अमित मिश्रा का भी नाम दावेदारों में शामिल है. इसके अलावा बीजेपी के प्रवक्ता मनीष शुक्ला की दावेदारी भी लखनऊ पूर्व सीट पर बताई जा रही है. लखनऊ महानगर के पूर्व उपाध्यक्ष मनीष शुक्ला का भी नाम चर्चा में है. अवध क्षेत्र में पदाधिकारी ओपी श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव सहित कई अन्य नेताओं की तरफ से भी दावेदारी को लेकर चर्चा शुरू कर दी गई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से लखनऊ पूर्व से टिकट को लेकर बातचीत करके दावेदारी मजबूत करने का काम पार्टी के अंदर चल रहा है.
सपा, कांग्रेस के दावेदार ठोंक रहे ताल : वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी की तरफ से पिछली बार चुनाव लड़ने वाले अनुराग भदौरिया का नाम चर्चा में है. अनुराग एक बार फिर चुनाव लड़ने की जुगाड़ में है. हालांकि पार्टी उनके नाम पर विचार करती है या फिर उन किसी को चुनाव मैदान में उतरती है यह देखने वाली बात होगी. सपा की तरफ से अनुराग भदौरिया के बाद पार्टी की वरिष्ठ नेता जूही सिंह सहित कई अन्य दावेदारों के नाम चर्चा में हैं. कांग्रेस पार्टी की बात करें तो निवर्तमान शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान, पिछली बार चुनाव लड़ने वाले पंकज तिवारी, रमेश श्रीवास्तव जैसे नेताओं के नाम दावेदारों की लिस्ट में हैं. बहुजन समाज पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ती है. ऐसे में बसपा की तरफ से फिलहाल कोई दावेदार भी सामने नहीं हैं.
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