नई दिल्ली/लखनऊ: अमृतसर में हुए आपरेशन ब्लू स्टार में शामिल एक सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर की सुरक्षा को यूपी पुलिस ने घटा दिया है. उन्हें पहले " वाई " कैटेगरी की सुरक्षा दी जा रही थी. फरवरी में इसे घटाकर " एक्स " कैटेगरी कर दिया गया है. यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब प्रतिबंधित संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस ने इस ऑपेरशन में शामिल अधिकारियों की हत्या करने वाले को 2.5 लाख डॉलर (लगभग 2 करोड़ रुपये) देने की घोषणा कर रखी है.
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर इसरार रहीम खान की सुरक्षा में की गई कटौती को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे बातचीत की. उन्होंने बताया कि ऑपेरशन ब्लू स्टार में शामिल रहे अधिकारियों को खालिस्तान समर्थन वाला सिख फ़ॉर जस्टिस नामक प्रतिबंधित संगठन लगातार निशाना बनाना चाहता है. इसके लिए वह अधिकारियों पर हमला करने के लिए इनाम देने की घोषणा भी करता है. कुछ समय पहले ही उन्होंने ऑपेरशन ब्लू स्टार में शामिल रहे अधिकारियों पर 2.5 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की है.
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उन्हाेंने कहा कि भारत में अभी के समय में 10 से 15 हजार रुपये में हत्या के लिए सुपारी दे दी जाती है. ऐसे में लगभग दो करोड़ रुपये की राशि पाने के लिए उनके ऊपर भी हमला हो सकता है. ब्रिगेडियर ने बताया कि इस खतरे को ध्यान में रखते हुए उन्हें भारत सरकार के गृह मंत्रालय से कई वर्ष पूर्व सुरक्षा मिली थी. उन्हें "वाई" कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी.
इसके तहत उनके घर पर 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे. इसके अलावा बाहर निकलने पर भी उनके साथ सुरक्षा रहती थी. लेकिन फरवरी में उन्हें यूपी पुलिस की तरफ से एक पत्र भेजकर सूचित किया गया कि उनकी सुरक्षा को वाई से एक्स कैटेगरी का कर दिया गया है. उनकी समिति को लगता है कि ब्रिगेडियर की सुरक्षा के लिए एक्स कैटेगरी काफी है. उन्होंने बताया कि अब उन्हें केवल एक पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए मिला हुआ है. यह सुरक्षा के लिहाज से नाकाफी है.
गौरतलब है कि अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक ऑपरेशन 1984 में करवाया था. इसमें आतंकवादियों के खिलाफ गोल्डन टेम्पल गुरुद्वारे में घुसकर एक्शन लिया गया था. भारतीय सेना ने इस एक्शन को अंजाम दिया था और उसे ऑपरेशन ब्लू स्टार का नाम दिया गया था.