लखनऊ: राज्य निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रदेश के 38 जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेक्षक (Senior officials become observers in 38 districts) बनाया है. निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया है कि प्रदेश के 38 जिलों में दूसरे चरण होने वाले निकाय चुनाव को स्वतन्त्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रेक्षकों की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि सभी 38 जिलों में प्रेक्षक के रूप में तैनात किए गए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने सम्बन्धित जनपद में प्रत्येक दशा में 6 मई को सायंकाल तक अवश्य पहुँचना सुनिश्चित करें.
उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि तैनात प्रेक्षकों को अपने तैनाती जनपद में पहुँचकर ही नियत तिथि 6 मई को सायंकाल तक आयोग को अवश्य अवगत करायें. समय से सूचना न मिलने पर संबंधित प्रेक्षकों की जिम्मेदारी नियत होगी. निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने प्रेक्षक पद पर तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अपने तैनाती जनपद मुख्यालय पर पहुँचकर मतदान की समुचित तैयारियों के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक जानकारियाँ आयोग को यथाशीघ्र उपलब्ध करायेंगे. उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि तैनात प्रेक्षकों को निर्वाचन क्षेत्रों में भ्रमण कर मतदान सम्बन्धी समस्त तैयारियों का सूक्ष्म निरीक्षण अवश्य करना होगा ताकि स्वतत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से मतदान के लिए सभी व्यवस्थायें समय से अवश्य पूर्ण हो जाएं.
उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि दूसरे चरण के 11 मई को होने वाले मतदान के दिन भी निर्वाचन क्षेत्रों में व्यापक भ्रमण कर मतदान को शान्तिपूर्ण, स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्यवेक्षण का कार्य सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि यदि कोई गम्भीर समस्या परिलक्षित होती है तो उसे आयोग के संज्ञान में तत्काल लाना अनिवार्य होगा. आयोग को समय से सूचना न देने पर तैनात प्रेक्षकों की जिम्मेदारी नियत की जायेगी. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने तैनात प्रेक्षकों को यह भी निर्देश दिए हैं कि मतदान समाप्त होने के उपरान्त समस्त निर्वाचन सामग्री स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बाद आयोग को अवगत कराकर ही तैनाती जनपद के मुख्यालय को छोड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि यदि सम्बन्धित जनपदों में तैनात प्रेक्षकों द्वारा निर्देशानुसार वाँछित जानकारी समय से नहीं उपलब्ध करायी जाती है तो विवश होकर नियमानुसार कार्यवाही करायी जायेगी. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी जनपद में कहीं भी पुनर्मतदान का निर्णय लिया जाता है तो पुनर्मतदान के पश्चात् मतपेटिकायें स्ट्रांग रूम में रखे जाने के बाद ही आयोग को सूचित कर तैनाती जनपद के मुख्यालय को छोड़ेंगे. निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि दूसरे चरण में तैनात प्रेक्षकों को यह भी निर्देश दिए हैं कि सम्बन्धित जनपद में स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष मतगणना की तैयारियों के बारे में भी सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक कर सकुशल मतगणना के लिए समस्त आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करायेंगे.
मतगणना के दिन मतगणना स्थलों का सतत भ्रमण कर मतगणना का आयोग के निर्देशानुसार पर्यवेक्षण सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि आगामी 13 मई को होने वाली मतगणना के समाप्त के उपरान्त ही आयोग को वाँछित जानकारियॉं एवं सूचनायें उपलब्ध कराने के उपरान्त ही तैनात प्रेक्षक अपने जनपद मुख्यालय छोड़ेंगे.- इन जिलों में इन वरिष्ठ अधिकारियों को बनाया गया प्रेक्षक मेरठ में सुधीर महादेव बोवड़े, अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा एवं डा कंचन शरण, अपर आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल, हापुड़ में मेधा रूपम, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गौतमबुद्धनगर, गौतमबुद्धनगर में मयूर महेश्वरी, सीईओ, एसआईडीए कानपुर नगर, गाजियाबाद में नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं उद्योग एवं पुष्पराज सिंह, अपर आयुक्त, प्रयागराज मण्डल, बागपत में सतीश पाल, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर में डॉ. हीरालाल, अपर प्रबन्ध निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, बरेली में संयुक्ता समद्दर, आयुक्त, नेशनल कैपिटल रीजन, गाजियाबाद एवं राजीव पाण्डेय, सचिव, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, मुरादाबाद, बंदायॅू में प्रेम प्रकाश सिंह, विशेष सचिव, श्रम विभाग, शाहजहॉपुर में गिरिजेश कुमार त्यागी, विशेष सचिव, उच्च शिक्षा एवं योगेन्द्र कुमार, सचिव, बरेली विकास प्राधिकरण, बरेली, पीलीभीत में ओमप्रकाश वर्मा, अपर आयुक्त, वाणिज्य कर, अलीगढ़ में डा अंकुर लाठर, उपाध्यक्ष, बुलन्दशहर विकास प्राधिकरण एवं राजेश कुमार, अपर आयुक्त, आगरा मण्डल, हाथरस में श्रीश चन्द्र वर्मा, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपिडा, कासगंज में गौरव वर्मा, विशेष सचिव, राज्य कर विभाग भेजा गया है.
इसी तरह एटा में नरेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, संबद्ध कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा, कानपुर नगर में मनीषा त्रिघाटिया, आयुक्त एवं सचिव, राजस्व परिषद एवं कुमार विनीत, विशेष सचिव, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक, फर्रूखाबाद में सुरेन्द्र राम, अपर आयुक्त, सहारनपुर मण्डल, इटावा में योगेश कुमार, विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा , कन्नौज में सुनील कुमार सिंह, विशेष सचिव, आवास, औरैया में प्रेम प्रकाश मीणा, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, उप्र राज्य औद्योगिक विकास अधिकरण, कानपुर नगर, कानपुर देहात में जयशंकर दुबे, विशेष सचिव, वित, चित्रकूट में राजेश कुमार पाण्डेय, संयुक्त प्रबन्ध निदेशक, जल निगम, हमीरपुर में अमर पाल सिंह, अपर आयुक्त, चित्रकूटधाम मण्डल, महोबा में आलोक यादव, उपाध्यक्ष, झांसी विकास प्राधिकरण, बांदा में टीके शिबू, अपर भूमि अध्याप्ति आयुक्त, राजस्व परिषद, अयोध्या में अरूण प्रकाश, विशेष सचिव, सूक्ष्म लघु एवं दिव्यांशू पटेल, विशेष सचिव, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि, सुल्तानपुर में राजाराम, विशेष सचिव, प्रशासनिक सुधार, अम्बेडकरनगर में अजयकान्त सैनी, अपर आयुक्त, गोरखपुर मण्डल, बाराबंकी में पवन कुमार गंगवार, सचिव, लखनऊ विकास प्राधिकरण, अमेठी में प्रेम रंजन सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण, बस्ती में संतोष कुमार, क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक, लखनऊ, संतकबीर नगर मेंपवन अग्रवाल, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गीडा, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर में महेन्द्र सिंह तंवर, उपाध्यक्ष, गोरखपुर विकास प्राधिकरण, आजमगढ़ में राधेश्याम, प्रबन्ध निदेशक, उप्र अनुसूचित जाति वित एवं विकास निगम, मऊ में शेषनाग, विशेष सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, बलिया में रवीन्द्र, सचिव, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण, मिर्जापुर में अश्वनी कुमार पाण्डेय, विशेष सचिव, पर्यटन, सोनभद्र में डा सुनील कुमार वर्मा, सचिव, वाराणसी विकास प्राधिकरण, वाराणसी एवं जनपद भदोही में नीरज शुक्ला, अपर आवास आयुक्त, लखनऊ को प्रेक्षक के रूप में तैनात किया गया है.
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