लखनऊ: सरकार ने भले ही पेट्रोल-डीजल के भाव घटा दिए हों. लेकिन सब्जियों पर इसका असर नहीं दिख रहा है. यह आज भी बीते महीने की अपेक्षा अधिक दाम पर ही बिक रही हैं. प्याज समेत जरूर कुछ सब्जियों के दाम कम हुए हैं. वहीं, शहर की मंडी से निकलने के बाद सब्जियां दुकान और ठेले पर आते ही दोगुने मूल्य पर बिक रही हैं.
गुरुवार को शहर में नए आलू के भाव दो प्रकार के नजर आए. ठेले पर यह 12-15 रुपये किलो और दुकानों पर 20 रुपये किलो बिक रहा था. मंडी में 15-20 रुपये किलो बिकने वाली हरी मटर ठेलों और दुकानों पर 25-30 रुपये में बिक रही है. मंडी में लौकी 20 रुपये किलो है, जो बाजारों में 30-35 रुपये किलो बिक रही है. 15 रुपये किलो बिकने वाला खीरा बाजारों में 30 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है. आइए जानते हैं कि 26 जनवरी को सब्जियों के दाम क्या रहे.
महिलाओं की बात
स्थानीय महिला बुशरा खान ने बताया कि फुटकर में सब्जी बहुत महंगी बिक रही है. हर कोई मंडी नहीं जा सकता. मंडी में 25 से 30 रुपये में टमाटर मिल रहा है तो बाहर 40 से 50 में. सब्जी के दामों में इतना अंतर नहीं होना चाहिए इससे लोग परेशान हैं. वहीं, सरिता त्रिपाठी का कहना है कि लगातार सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. फुटकर में तो विक्रेता मनमानी दरों पर सब्जी बेच रहे हैं. इन पर किसी का अंकुश नहीं है. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
सब्जियों के भाव प्रति किलो (बाजार भाव)
टमाटर- 40, मटर- 30, नीबू- 40, बैंगन- 20, गाजर- 20, सेम- 50, शिमला मिर्च- 25, धनिया- 120, बंद गोभी 20, भिडी- 120, अदरक- 80, लौकी- 30, प्याज-30, खीरा- 30, कद्दु- 20, फूल गोभी- 15, आलू नया- 15, आलू पुराना- 20, पालक- 30, करेला- 65.
शहर के चौक में सब्जी की दुकान संचालित करने वाले दुर्वेश ने बताया कि मंडी से लाने पर भाड़ा और खराब माल निकलने से यह महंगी होती हैं.
सहालग ने बढ़ाई मांग
नवीन सब्जी मंडी दुबग्गा के अध्य्क्ष परवेज हुसैन ने बताया कि सब्जियों पर महंगाई की वजह सहालग भी है. 15 जनवरी से सहालग शुरू हुई है. शादी-विवाह के आयोजन के चलते मेहमान भी बड़ी संख्या में आने लगे हैं. यही बड़ी वजह है कि ठंड के सीजन में भी सब्जियों के दामों में कमी नहीं आ पा रही है. इसी कारण मंडियों से लेकर बाजारों तक में सब्जियां महंगे दामों पर बिक रही हैं.
यह भी पढ़ें: Republic Day 2023 : देश की आजादी में लखनऊ का खास योगदान, यहां के कई स्थानों पर बनी अंग्रेजों के खिलाफ रणनीति