लखनऊ : नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के सम्बोधन पर विधानसभा में जय श्री राम और जय समाजवाद के नारे लगे. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने राज्यपाल का बहुत समय बर्बाद किया. भाषण कट इन पेस्ट था, जो योजनाएं दी गईं वह जमीन पर नहीं कोसों दूर हैं. यूपी की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी तो देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी. आज यूपी की आबादी 25 करोड़ है. वित्त मंत्री की शायरी की तुकबंदी अच्छी नहीं है. आखों पर सियासत का असर देख रहे हैं, किस ओर लगी आग किधर देख रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी के लोगों ने जो सपना देखा वो पूरा नहीं हुआ. यूपी सबसे बड़ा प्रदेश है. प्रदेश खुशहाली के रास्ते पर जाएगा तो देश खुशहाली के रास्ते पर जाएगा. कई आंकड़ों में कहा जाता है प्रदेश की आबादी 25 करोड़ है. वर्ष 2017 से 2022 से लेकर और एक साल कार्यकाल का कुछ नहीं है. नेता सदन अच्छे खिलाड़ी लगते हैं, दुनिया के लोग अभी एक खेल देख रहे थे, लेकिन हमारे नेता सदन अकेले टीवी पर कुछ देख रहे थे. फुटबॉल का मैच अकेला नहीं देखा करते हैं, जिस टीम का सपोर्ट करते हैं उस की ड्रेस पहनते हैं. नेता सदन को हम ने एक दूसरा खेल खेलते देखा कई टप्पे के बाद बैट हवा में घूम गया. तीन टप्पे के बाद भी नेता सदन बॉल नहीं मार पाए. उन्होंने कहा कि स्टेडियम हमने बनवाया, लेकिन नेता सदन कई बार गए.
विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि स्पीकर की आवाज पर आप नाराज हो गए, लेकिन जो सदस्य खैनी खा रहे थे, आप नाराज नहीं हुए. बजट देख कर दुख हुआ, हमने कहा था नेता सदन से गोरखपुर के लिए कुछ कीजिएगा, गोरखपुर में स्टेडियम क्यों नहीं बनवाया. लखनऊ में स्टेडियम बना है. ग्रीन पार्क के लिए भी कुछ नहीं हुआ. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपने अपने गोरखपुर में स्टेडियम नहीं बना सके. कम से कम 'क्योटो' में तो बना देते. क्योटो कहां है, आपको पता होगा. अभी महराजगंज देवरिया के बच्चे स्वीमिंग पुल का इंतजार कर रहे हैं. मैं नेता सदन को भरोसा देता हूं कि आप स्विमिंग पूल बनवाइए, कोई समाजवादी नहाने नहीं जाएगा.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम उन अधिकारियों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवा रहे हैं जो चीनी मिलों को लूट रहे हैं. चीनी मिलों को बर्बाद कर दिया गया है. मैं पूछना चाहूंगा कि प्रदेश में कितने महिला थाने खुले हैं. गन्ना किसानों को भुगतान कितना किया, बकाया बताइए कितना है. चीनी मिलों को लूटने वाले अधिकारियों पर बुलडोजर कब चलेगा. 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होनी थी, क्या हुआ. प्रधानमंत्री ने कहा था कि सड़क पर खुले घूमने वाले जानवरों से निजात दिला देंगे. मुझे लग रहा है, दिल्ली लखनऊ वालों में तालमेल नहीं बैठ रहा है. लखनऊ वाले बोलेंगे तो दिल्ली वाले नहीं करेंगे और दिल्ली वाले बोलेंगे तो लखनऊ वाले नहीं करेंगे. दिल्ली लखनऊ में तालमेल सही नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं याद दिलाना चाहता हूं, स्टूडेंट्स को लैपटॉप कितने दिए, वन स्कूल वन टीचर योजना चल रही है. आठ हजार स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं. नेता सदन लखनऊ मेट्रो में तो चलकर उद्घाटन कर दिया. आप कम से कम गोरखपुर में तो मेट्रो चलवा दीजिए. एम्स गोरखपुर के लिए जमीन समाजवादियों ने ही दी थी. धमकी भी दी गई थी कि अगर जमीन नहीं दी तो वो कहीं दूसरे राज्य में चली जाएगी. रायबरेली एम्स के लिए भी जमीन समाजवादियों ने दी थी. कहां हैं आपके एम्स. सड़कें गड्ढा मुक्त हो गईं. सरकार को गड्ढे नहीं दिखाई देते. जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी का उदाहरण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सरकार को दिखा दिया गया, क्या खेल हुआ, ये नेता सदन जानते हैं. आप कभी केरल को कहते थे कि उत्तर प्रदेश से सीखे, कम्पोजिट स्कोर में आप महाराष्ट्र से भी पीछे, 16वें नम्बर पर, इकोनॉमी में कई सारे मानकों में गुजरात नम्बर 1 है. उत्तर प्रदेश नम्बर 17 पर है. इस पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि ये एजेंसी कौन सी है जिसके आकंड़े बता रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अभी कांग्रेस के नेता हवाई जहाज से जा रहे थे. आपकी पुलिस पहुंच गई, एक लोक गायक ने गाना गाया, 'का बा' आपकी पुलिस नोटिस दे रही है. मैं ऐसा पहला मुख्यमंत्री हूं, जिसने खुद की कार्टून बुक लॉन्च की थी. आपका नहीं होगा, क्योंकि आप खुद कार्टून हैं. आपकी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी क्या है. आप ने पांच करोड़ देने का कहा था, विधायकों को कहां हैं, वो बजट. आपकी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी नहीं बची अब. इस पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमारी सरकार को 2 बार जनता ने वोट देकर शासन का मौका दिया. ये हमारी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी है.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अध्यक्ष जी, हम सब जातीय जनगणना चाहते हैं. इसके बिना हमारी आबादी, हिस्सेदारी नहीं पता चलेगी. तब कैसे आप सबका विश्वास जीतेंगे. जातीय जनगणना के बिना विकास अधूरा रहेगा. सबका साथ सबका विकास बिना जाति जनगणना के कैसे संभव है. हमारे सहयोगी दल अपना दल, रालोद भी जाति जनगणना चाहते हैं. इसके अलावा भी कई दल चाहते हैं कि जाति जनगणना होनी चाहिए. जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है, तो उत्तरप्रदेश में क्यों नहीं हो सकती. दक्षिण भारत के बड़े नेता भी चाहते हैं. हमारी मांग है, जातीय जनगणना होनी चाहिए. आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं, तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यों नहीं हैं. बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं, तो फिर क्यों जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए.
अखिलेश ने कहा कि सरकार के मंत्रियों में एक डेलिगेशन यूनाइटेड स्टेट्स गया और एमओयू कर आए. बाद में पता चला वो कोई यूनिवर्सिटी ही नहीं, जिससे एमओयू कर आए थे. नेता सदन से कहना चाहूंगा कि उस डेलिगेशन को फिर से भेजिए यूनाइटेड स्टेट्स और तब तक न आए जब तक काबिल यूनिवर्सिटी न मिले. इन्वेस्टर मीट किया सरकार ने, मेला लगा दिया. आपके कितने भी मंत्री कहीं भी विदेश घूम आए. आपकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं होगी. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने इन्वेस्टर समिट के लिए विदेश जाने वाले मंत्रियों से पूछा कि इतने देश देख आए किसी देश मे सांड सड़क पर दिखा. अमेरिका में सांड दिखा था क्या, वित्त मंत्री जी आपको दिखा क्या सांड़. इस पर नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठहाका लगाकर हंसे तो सुरेश खन्ना असहज दिखे. उत्तर प्रदेश में सांड से एक्सीडेंट हो रहे हैं. मैं खुद बचा हूं सांड से एक्सीडेंट होने से, सरकार से मांग करता हूं सांड से मरने वाले लोगों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दें.
अखिलेश ने कहा कि पहले जो इन्वेस्टर मीट किया. उनमें 4 लाख करोड़ के एमओयू कितने जमीन पर उतरे. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के लिए क्या बजट है. कार्पेट का एक्सपोर्ट बढ़ा. अगर वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट पर काम हुआ होता तो कुछ ग्रोथ दिखाई पड़ता. एग्रीकल्चर ग्रोथ लगातार नीचे जा रही है. डेयरी के लिए क्या कर रहे आप. नया कौन सा प्लांट लगवाया. पराग के लिए क्या कर रहे हैं आप. कन्नौज में हमने काउ मिल्क प्लांट लगवाया था, क्या स्थिति है, सरकार ने क्या कर दिया. एक्सप्रेस वे पर अगर समाजवादियों ने इस तरह का डिजाइन नहीं किया होता तो प्रधानमंत्री जी का हरक्यूलिस वहां नहीं उतर पाता. समाजवादियों के एक्सप्रेस वे केवल शहरों को जोड़ने के लिए ही नहीं, गांवों को भी जोड़ना था, लेकिन सरकार ने एलाइनमेंट बदल दिए. गंगा एक्सप्रेस वे भी इनकी नहीं बहुजन सरकार की थी.
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर में मां-बेटी की मौत का मुद्दा सदन में उठाया. बोले कि बुलडोजर के दिमाग नहीं होता, चलवाने वाले देखे जाने चाहिए. इसके अलावा एक और वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह से न्याय मांगने गए इसी ब्राह्मण परिवार को नंगा कर दिया गया था. इज ऑफ डूइंग क्राइम यूपी में बढ़ रहा. एडमिनिस्ट्रेशन अगर न्याय देता तो मां बेटी को जली नहीं होती. कानपुर देहात में बुलडोजर चलाने का फैसला किसका था. पुलिस ने पीड़ित युवक को नंगा किया. आपको कौन रोकता है अफसरों पर कार्रवाई करने से. कन्नौज में 10 हजार रुपये देकर युवक से मांस रखवा दिया गया. रायबरेली में दलित युवक से जूते चटवाए गए, बलिया में व्यापारी से सूदखोरी कौन कर रहा है. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो नेता सदन सीएम प्रदेश को परमानेंट डीजीपी नहीं दे सकते हैं. वह कानून व्यवस्था कैसे ठीक कर सकते हैं. एनसीआरबी के आंकड़े बदहाल कानून व्यवस्था की सच्चाई बता रहे हैं.
इसके पहले सदन शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के सदस्य संग्राम सिंह यादव ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाकर हंगामा किया. सपा सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा किया. इस दौरान सदन में समाजवादी पार्टी के सदस्य शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में सपा सदस्य धरने पर बैठ गए. इस पर बसपा के विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि सदन व्यवस्थित होना चाहिए. जनहित के मुद्दे उठाने देने चाहिए. सपा सदस्यों के धरने के चलते अन्य सदस्य भी सवाल नहीं पूछ पा रहे हैं. सपा सदस्यों के मानने पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सदन स्थगित करना पड़ा.
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