लखनऊ: विधानसभा मानसून सत्र आज यानी सोमवार से शुरू हो रहा है. 11 बजे से सदन की कार्यवाही आरम्भ होगी. सीएम योगी ने सुचारू रूप से सदन चलाने के अपील की है. जनहित से जुड़े मुद्दे, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी सहित तमाम मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को सदन में घेरने की पूरी तैयारी में है. इससे सदन की कार्यवाही के दौरान हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में आज समाजवादी पार्टी के विधायक विधान परिषद सदस्य पैदल मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचेंगे. सपा विधायक विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए सदन तक जाएंगे. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन उन्हें कैसे जाने देता है. क्योंकि 14 सितंबर को प्रशासन ने विधानसभा में विधायकों को धरना नहीं करने दिया था.
सदन शुरू होने से 1 दिन पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक में व्यवस्थित सदन चलाए जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से सहयोग मांगा तो सभी दलों के विधायकों की अलग-अलग बैठक हुई. इसमें सरकार को घेरने की रणनीति बनी. बीजेपी विधायकों की बैठक में विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देने और अधिक से अधिक समय सदन में बिताने को लेकर भी बातचीत की गई. विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें.
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेंगी. उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने मीडिया से कहा कि विपक्ष अगर चाहेगा तो सदन सलीके से चलेगा. विपक्ष के ऊपर निर्भर करता है कि वह सदन चलाना चाहते हैं या नहीं. हम लोग चाहते हैं कि सदन ज्यादा से ज्यादा दिन चले. कौन किस चीज से आता है यह हमारा विषय नहीं है. हम यह चाहते हैं कि सदन जब चले तो विपक्ष पूरा सहयोग करें.
सपा विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि कानून व्यवस्था से लेकर किसानों के मुद्दों तक सरकार को सदन में घेरेंगे. जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएंगे. सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खां के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है. बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे को सदन में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि भले ही हम इकलौते विधायक हैं. लेकिन, पार्टी पूरी संजीदगी से सदन में अपनी बात रखेगी. सदन का समय काफी कम रखा गया है, इसे बढ़ाने का अनुरोध किया है. सदन में बसपा ही केवल विपक्ष समझ में आती है.
22 सितंबर को महिला विधायक सदन चलाएंगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों की बैठक में कहा कि 22 सितंबर का दिन दोनों सदनों के लिए सिर्फ महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है. ऐसा पहली बार हो रहा है. ऐसे में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए सभी महिला विधायक सदन में मिशन शक्ति को लेकर किए गए सरकार की तरफ से कार्यों की जानकारी दें.
महिला सदस्य होंगी पीठासीन अधिकारी
देश की किसी विधानसभा में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब विधानसभा की 47 और विधान परिषद की 6 महिला सदस्य ही अपना विषय रखेंगी. उन्होंने महिला सदस्यों से अनुरोध करते हुए कहा कि वह राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की महिलाओं के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के दृष्टिगत चलाए जा रहे मिशन शक्ति कार्यक्रम के विषय में जरूर बोलें. सीएम योगी ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना से अनुरोध करते हुए कहा कि इस दिन को विशेष बनाने के लिए महिला सदस्य को दोनों सदनों में पीठासीन अधिकारी बनाएं.