लखनऊ : जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने बसपा सुप्रीमो मायावती के ब्राह्मण प्रेम वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण बंधुआ मजदूर नहीं है कि जब चाहे उसे अड्डे पर बुला लिया. उन्होंने कहा कि मायावती की पार्टी का नारा ब्राह्मण, बनिया, ठाकुर के खिलाफ था. उनके नारे से ब्राह्मण आहत हुआ था और समाज की समरसता छिन्न-भिन्न हो गई थी, जिसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई.
मायावती पर निशाना साधते हुए अनूप पटेल ने कहा कि बसपा जोड़-तोड़कर सत्ता में आई, लेकिन उसने दोनों हाथों से जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा. ब्राह्मणों पर एससी-एसटी एक्ट लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा था. सतीश चंद्र मिश्र की हिम्मत नहीं पड़ी कि आगे आकर ब्राह्मणों के घाव पर मरहम लगाएं. उन्होंने कहा कि बसपा जातीय पार्टी है, जो सिर्फ जात बिरादरी की बात करती है. इनकी नीति में रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था के लिए कोई जगह नहीं है. पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने इनको आईना दिखाया था.
जनता दल यूनाइटेड के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने कहा कि बसपा ने सत्ता में आम ब्राम्हण को न तो रोजगार और न ही सम्मान दिया, बल्कि उसे दोयम दर्जे पर धकेल कर गगनचुंबी स्मारकों का निर्माण कराया. जनता के धन को दोनों हाथों से लूटा.
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जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने कहा कि मायावती कभी सर्व समाज की बात करेंगी, तो कभी ब्राह्मणों को लुभाने की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा कि सत्ता हथियाने के बाद बसपा में जनता के धन को लूटने का काम होता है. उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है.
हमला बोलते हुए आगे उन्होंने कहा- महासचिव व प्रवक्ता प्रोफेसर केके त्रिपाठी ने कहा कि सतीश चंद्र मिश्र उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं. उन्होंने ब्राह्मण के उत्थान के लिए कौन सा कानून बनवाया जो उन्हें नेता मान लें. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद अपने रिश्तेदारों को मंत्री और बड़े-बड़े पदों पर बिठाने का काम किया. ब्राह्मण आजादी की लड़ाई से लेकर आज तक समाज को जोड़ने और दिशा देने का काम किया है.