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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए ई-लर्निंग सिस्टम बनाएगी यूपी सरकार, यूज़र फ्रेंडली होगा प्लेटफार्म

मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं (सिविल सेवा परीक्षा, पीसीएस, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस) आदि की तैयारियों के लिए प्रतिभाशाली तथा उत्साहित विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग, साक्षात प्रशिक्षण, ऑनलाइन प्रशिक्षण व सलाह प्रदान करने के संबंध में योगी सरकार ई-लर्निंग सिस्टम बनाएगी.

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Published : Nov 1, 2022, 10:13 AM IST

Updated : Nov 1, 2022, 10:36 AM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं (सिविल सेवा परीक्षा, पीसीएस, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस) आदि की तैयारियों के लिए प्रतिभाशाली तथा उत्साहित विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग, साक्षात प्रशिक्षण, ऑनलाइन प्रशिक्षण व सलाह प्रदान करने के संबंध में योगी सरकार ई-लर्निंग सिस्टम बनाएगी. इस बाबत संबंधित अधिकारियों को दिशानर्देश जारी किए गए हैं. निर्देशों के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उत्तर प्रदेश के युवाओं को समान अवसर प्रदान करने एवं विभिन्न सेवाओं के चयन में यूपी का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के उद्देश्य से ऑनलाइन एवं ऑफलाइन (हाइब्रिड) मोड में योजना का संचालन किया जाएगा.

प्रमुख सचिव समाज कल्याण डाॅ. हरिओम (Principal Secretary Social Welfare Dr. Hariom) ने बताया कि प्रदेश के समस्त वर्गों के प्रतिभाशाली तथा उत्साही युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में समुचित उच्च स्तरीय साक्षात, आनलाइन मार्गदर्शन तथा प्रशिक्षण देकर उनके उत्थान के उद्देश्य की पूर्ति हेतु योजना का संचालन किया जा रहा है. इसी क्रम में राज्य व जिला स्तरीय समिति के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा. राज्य सरकार में कार्यरत आईएएस, आईपीएस, भारतीय वन सेवा, पीसीएस संवर्ग एवं अन्य संवर्ग के अधिकारियों, सेवानिवृत्त अधिकारियों, विषयवस्तु विशेषज्ञों द्वारा संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोकसेवा आयोग एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों हेतु राज्य स्तर एवं जिला स्तर पर निःशुल्क मार्गदर्शन हेतु एवं प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा.


डाॅ. हरिओम ने बताया कि राज्य स्तर पर ई-लर्निंग सिस्टम की स्थापना सुनिश्चित की जाएगी एवं अत्याधुनिक सूचना एवं प्रौद्योगिकी व शैक्षणिक तकनीकी आदि का समुचित प्रयोग करते हुए पीपीपी मॉडल पर उत्कृष्ट विषय फैकल्टीज की सहायता से सम्पूर्ण सिलेबस के रोचित एवं लक्षित ज्ञानवर्धक ई-कन्टेन्ट तैयार कराए जाएंगे। राज्य स्तर पर अत्याधुनिक तकनीकी उच्च स्तरीय ई-लर्निंग प्लेटफार्म एक यूजर फ्रेन्डली पोर्टल के रूप में बनाया जाएगा. इसे अभ्यर्थियों को ओपन सोर्स की भॉति निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. इसे मोबाइल ऐप के रूप में विकसित किया जाएगा.



इस संबंध में जारी शासनादेश के अनुसार प्रत्येक जनपद के मुख्यमंत्री अभ्युदय केन्द्र, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र, छात्रावास व आश्रम पद्धति विद्यालय, राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री अभ्युदय सचिवालय में सम्पर्क केन्द्र स्थापित किए जाएंगे. इस योजना हेतु छत्रपति शाहू जी महाराज, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान भागीदारी भवन, लखनऊ सचिवालय के रूप में कार्य करेगा. समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत समस्त कोचिंगों को सुदृढ़ किया जा रहा है. ई-लर्निंग प्लेटफार्म एक यूज़र फ्रे़न्डली पोर्टल के रूप में बनाया जाएगा. इससे प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश के छात्र-छात्राओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा.

यह भी पढ़ें : प्रमुख बस स्टेशनों पर बुकिंग व पूछताछ काउंटर होंगे शुरू, परिवहन मंत्री ने दिए निर्देश

लखनऊ : मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं (सिविल सेवा परीक्षा, पीसीएस, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस) आदि की तैयारियों के लिए प्रतिभाशाली तथा उत्साहित विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग, साक्षात प्रशिक्षण, ऑनलाइन प्रशिक्षण व सलाह प्रदान करने के संबंध में योगी सरकार ई-लर्निंग सिस्टम बनाएगी. इस बाबत संबंधित अधिकारियों को दिशानर्देश जारी किए गए हैं. निर्देशों के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उत्तर प्रदेश के युवाओं को समान अवसर प्रदान करने एवं विभिन्न सेवाओं के चयन में यूपी का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के उद्देश्य से ऑनलाइन एवं ऑफलाइन (हाइब्रिड) मोड में योजना का संचालन किया जाएगा.

प्रमुख सचिव समाज कल्याण डाॅ. हरिओम (Principal Secretary Social Welfare Dr. Hariom) ने बताया कि प्रदेश के समस्त वर्गों के प्रतिभाशाली तथा उत्साही युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में समुचित उच्च स्तरीय साक्षात, आनलाइन मार्गदर्शन तथा प्रशिक्षण देकर उनके उत्थान के उद्देश्य की पूर्ति हेतु योजना का संचालन किया जा रहा है. इसी क्रम में राज्य व जिला स्तरीय समिति के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा. राज्य सरकार में कार्यरत आईएएस, आईपीएस, भारतीय वन सेवा, पीसीएस संवर्ग एवं अन्य संवर्ग के अधिकारियों, सेवानिवृत्त अधिकारियों, विषयवस्तु विशेषज्ञों द्वारा संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोकसेवा आयोग एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों हेतु राज्य स्तर एवं जिला स्तर पर निःशुल्क मार्गदर्शन हेतु एवं प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा.


डाॅ. हरिओम ने बताया कि राज्य स्तर पर ई-लर्निंग सिस्टम की स्थापना सुनिश्चित की जाएगी एवं अत्याधुनिक सूचना एवं प्रौद्योगिकी व शैक्षणिक तकनीकी आदि का समुचित प्रयोग करते हुए पीपीपी मॉडल पर उत्कृष्ट विषय फैकल्टीज की सहायता से सम्पूर्ण सिलेबस के रोचित एवं लक्षित ज्ञानवर्धक ई-कन्टेन्ट तैयार कराए जाएंगे। राज्य स्तर पर अत्याधुनिक तकनीकी उच्च स्तरीय ई-लर्निंग प्लेटफार्म एक यूजर फ्रेन्डली पोर्टल के रूप में बनाया जाएगा. इसे अभ्यर्थियों को ओपन सोर्स की भॉति निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. इसे मोबाइल ऐप के रूप में विकसित किया जाएगा.



इस संबंध में जारी शासनादेश के अनुसार प्रत्येक जनपद के मुख्यमंत्री अभ्युदय केन्द्र, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र, छात्रावास व आश्रम पद्धति विद्यालय, राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री अभ्युदय सचिवालय में सम्पर्क केन्द्र स्थापित किए जाएंगे. इस योजना हेतु छत्रपति शाहू जी महाराज, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान भागीदारी भवन, लखनऊ सचिवालय के रूप में कार्य करेगा. समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत समस्त कोचिंगों को सुदृढ़ किया जा रहा है. ई-लर्निंग प्लेटफार्म एक यूज़र फ्रे़न्डली पोर्टल के रूप में बनाया जाएगा. इससे प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश के छात्र-छात्राओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा.

यह भी पढ़ें : प्रमुख बस स्टेशनों पर बुकिंग व पूछताछ काउंटर होंगे शुरू, परिवहन मंत्री ने दिए निर्देश

Last Updated : Nov 1, 2022, 10:36 AM IST
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