लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार 12 दिसंबर को वाराणसी में विशेष कैबिनेट बैठक करना चाहती है. इस संबंध में तैयारियां शुरू कर दी गई है. इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार 2019 में हुए प्रयागराज कुंभ के दौरान भी विशेष कैबिनेट बैठक कर चुकी है. इसके बाद अब 13 दिसंबर को होने वाले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण समारोह से ठीक पहले सरकार विशेष कैबिनेट बैठक का आयोजन करेगी. इसमें मुख्य रूप से निर्णय काशी विश्वनाथ से जुड़े हुए होंगे.
इसके अलावा कुछ और लोक कल्याणकारी कैबिनेट निर्णय बैठक के दौरान किए जा सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी इस बैठक को और इसके होने वाले निर्णय को आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने स्तर पर भुनाएगी. इसको लेकर भी रणनीति बनाई जा रही है.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को करेंगे. जिसके बाद एक महीने तक सरकार वाराणसी में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी. जिसके जरिये भाजपा पूरे प्रदेश में एक आध्यात्मिक संदेश देना चाहती है. इस संदेश के माध्यम से भाजपा विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में ध्रुवीकरण के जरिए और अधिक हिंदू मतदाताओं को अपने पक्ष में करेगी. जिसके जरिए भाजपा को अपनी सरकार बनाने में मदद मिल सकती है.
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उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट का आयोजन इस दौरान किया जाना भी उसमें एक अहम पहलू होगा. भाजपा और सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है इस कैबिनेट की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इसीलिए सरकार ने लंबे समय से कोई कैबिनेट मीटिंग नहीं की है. विगत बुधवार को बाई सरकुलेशन केवल एक कैबिनेट निर्णय लिया गया था. जिसमें फैसला किया गया था कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक थाने में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. माना जा रहा है कि 12 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में कई बड़े फैसले होंगे.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हीरो वाजपेई का इस बारे में कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह की तैयारियां कर रही है. यह भव्य आयोजन होगा. जिसके जरिए भारत की आध्यात्मिक शक्ति को पूरी दुनिया देखेगी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सभी उपेक्षित धार्मिक स्थलों को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है. केंद्र की नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार मिलकर काम कर रहे हैं.
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