लखनऊ: मुख्तार अंसारी गिरोह के खिलाफ मऊ जिले से लेकर राजधानी लखनऊ तक लगातार कार्रवाई का सिलसिला जारी है. बीते दिनों मुख्तार अंसारी के गैंग से जुड़े हुए अपराधियों के खिलाफ एनकाउंटर, असलहे के लाइसेंस के कैंसिलेशन की कार्रवाई की गई है. गुरुवार को राजधानी लखनऊ में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास व उमर के नाम पर दर्ज निष्क्रान्त संपत्ति पर बनी अवैध बिल्डिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई है.
जिला प्रशासन की ओर से मुख्तार अंसारी, अब्बास अंसारी, उमर अंसारी के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर लेखपाल जियामऊ सुरजन लाल की तहरीर पर दर्ज की गई है. एफआईआर में मुख्तार अंसारी व उनके दोनों बेटे अब्बास व उमर को धोखाधड़ी, जालसाजी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोपी बनाया गया है.
राजधानी में एंटी भू-माफिया स्क्वायड के तहत सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. बीते दिनों राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया है. बाहुबली मुख्तार अंसारी के कब्जे से निष्क्रान्त भूमि को मुक्त कराने की कार्रवाई लखनऊ में की गई. गुरुवार को जिला प्रशासन व एलडीए की टीम ने निष्क्रांत भूमि पर बने मकान को ध्वस्त करने का काम किया है. यह जमीन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी व अब्बास अंसारी के नाम पर दर्ज थी.
शासन के निर्देशों पर मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही हैं. मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत 66 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, गैंग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 41 करोड़ रुपये की अवैध आए पर लगाम लगाई गई है. गैंग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 97 गिरफ्तारियां की गई है.
गैंगस्टर एक्ट के तहत 75 गिरफ्तारियां की गई हैं. 75 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए हैं. 7 सहयोगी ठेकेदार, जो पीडब्ल्यूडी व कोयले के ठेके का काम करते थे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. गुंडा एक्ट के तहत 12 लोगों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की गई है. शासन के निर्देशों पर मुख्तार अंसारी गैंग के संचालित अवैध स्लॉटर हाउस, अवैध वसूली, अवैध मछली कारोबार, सरकारी जमीनों पर कब्जा, शस्त्र निरस्त्रीकरण, शूटर बार रंगदारी, सहयोगी ठेकेदारों, कोयला माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की गई है.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार अंसारी ने डाली बाग स्थित गाटा संख्या 93 सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था. यह जमीन सन 1954 में निष्क्रांत भूमि के तौर पर सरकारी दस्तावेजों में दर्ज थी. 1978 में हेरफेर कर इस जमीन को कृष्ण कुमार नाम के एक व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर दी गई. जिसके बाद यह जमीन मुख्तार अंसारी की मां राबिया के नाम पर दर्ज हुई और उसके बाद जमीन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के नाम पर दर्ज थी.
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि पहले इस जमीन को चिन्हित किया गया और उसके बाद निष्क्रांत भूमि को खाली कराने के लिए कार्रवाई की गई. जिसके चलते सदर तहसील में एक वाद चला. वाद के निस्तारण के बाद जमीन को पुनः निष्क्रांत भूमि के तौर पर दर्ज किया गया. इसके बाद एलडीए मे अवैध बिल्डिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया गया.
गलत तरह से पास था बिल्डिंग का नक्शा
जिला प्रशासन के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस जमीन पर गलत तरह से एलडीए से नक्शा पास करवाया गया था. जमीन को पुनः निष्क्रांत भूमि के तौर पर दर्ज करने के बाद एलडीए को इस बारे में सूचना दी गई. जिसके बाद एलडीए ने नोटिस जारी की थी. एलडीए कोर्ट से बिल्डिंग को गिराने का आदेश जारी किया गया था. जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है.
मऊ से लेकर लखनऊ तक मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई
प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही हैं. मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े कई शातिर अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मार गिराया या गिरफ्तार किया है. बीते दिनों राजधानी लखनऊ में मुख्तार अंसारी के करीबी बताए जाने वाले व कृष्णानंद राय हत्या में आरोपी हनुमान पांडे को एसटीएफ ने मार गिराया था.
माफिया से राजनीति में शामिल हुए मुख्तार अंसारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई का नतीजा है कि मुख्तार अंसारी वर्तमान में जेल में बंद हैं. बीते दिनों लखनऊ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नोएडा से भारी संख्या में अवैध असलहे बरामद किए थे. कई लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की गई थी. लगातार मुख्तार अंसारी के रिश्तेदारों से जुड़े हुए लोगों के असलहे कैंसिलेशन कराने की कार्रवाई मऊ से लेकर लखनऊ तक की गई है.
लखनऊ में फैला है मुख्तार का नेटवर्क
पूर्वांचल में अपनी धाक जमाने वाले बाहुबली मुख्तार अंसारी का नेटवर्क राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई जनपदों तक फैला है. रियल स्टेट से लेकर अन्य व्यापारियों तक मुख्तार अंसारी की दखल रहती है. मुख्तार अंसारी के तमाम लोग विभिन्न धंधों में मुख्तार अंसारी के पैसे का इन्वेस्टमेंट करते हैं. ऐसे में एसटीएफ यूपी पुलिस लगातार ऐसे लोगों पर भी निगरानी बनाए हुए हैं, जो मुख्तार अंसारी के पैसे वह अपने धंधे में लगाते हैं.
मुख्तार अंसारी से जुड़े हुए अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए एक दर्जन अपराधियों के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की गई है. मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े हुए अपराधी अल्तमस सभासद, अनीश, मोहर सिंह जुल्फीकार कुरेशी, तारीख, मोहम्मद सलमान, आमिर हमजा, मोहम्मद ताल्हा, जावेद आरजू, मोहम्मद हाशिम, राशिद, अनुज कनौजिया के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की गई है.