लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को डायल 112 के वाट्सएप नंबर पर जान से मारने की धमकी मिली है. एक मैसेज के माध्यम से सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न 50 जगहों को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली है. अधिकारियों का कहना है कि मैसेज मिलने के बाद मुख्यमंत्री आवास और लोक भवन सहित महत्वपूर्ण स्थानों की चेकिंग की गई है.
डीसीपी सेंट्रल दिनेश सिंह ने बताया कि डायल 112 के वाट्सएप नंबर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर एक संदेश मिला है, जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास व आसपास के क्षेत्र में चेकिंग की गई है. उन्होंने बताया कि हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर हमेशा अलर्ट पर रहते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाले अज्ञात के खिलाफ गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. अज्ञात आरोपी के खिलाफ 153 A1, 153 B1, 505(1) (अफवाह फैलाना), 505(2) (सामुदायिक भावना भड़काना), 506 (आपराधिक धमकी) और 63 (आईटी एक्ट) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर एसआई अवधेश त्रिपाठी की तहरीर पर दर्ज की गई है.
डायल 112 के वाट्सएप नंबर पर इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी भरा संदेश भेजा गया था, जिसके बाद गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था. वहीं अब एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को डायल 112 के वाट्सएप नंबर पर बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. पुलिस के अनुसार मिले मैसेज में लिखा गया है, 'हम पूरे उत्तर प्रदेश में धमाके करेंगे और सरकार देखती रह जाएगी.'
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दरअसल, डायल 112 मुख्यालय के सोशल मीडिया डेस्क के वाट्सएप नंबर 757000 0100 पर 21 मई को मोबाइल नंबर 88284 53350 से एक मैसेज भेजा गया था, जिसमें लिखा गया था 'सीएम योगी को मैं बम से मारने वाला हूं, मुसलमानों के जान के दुश्मन हैं वह.' यह मैसेज मिलने के बाद प्रभारी निरीक्षक धीरज कुमार की तहरीर पर धारा 505(1)(ब), 506, 507 के तहत गोमती नगर में एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में मोबाइल नंबर सहित अज्ञात को आरोपी बनाया गया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धमकी भरा संदेश भेजने वाले को मुंबई से गिरफ्तार किया था.
जहां एक ओर मुख्यमंत्री आवास और लोक भवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर दिया गया और चेकिंग अभियान चलाया गया है, वहीं दूसरी ओर इस मैसेज को गृह विभाग ने भी गंभीरता से लिया है. अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने मैसेज मिलने के बाद बैठक की. बैठक में गृह विभाग के सभी सचिव और आला अधिकारी मौजूद रहे.