लखनऊ : यूपी में कोरोना वायरस रफ्तार पकड़ रहा है. जानकारी के अनुसार पिछले पांच दिनों में साढ़े सात गुना रफ्तार बढ़ी है. ऐसे में चिंताजनक है कि कोरोना अब छह जिलों में फिर से लौट आया है. 75 जिलों में से 23 जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है. लेकिन 6 जिलों में कोरोना की वापसी चिंताजनक है. यूपी में शनिवार सुबह 22 नए मरीज पाए गए हैं. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है.
शुक्रवार को 24 घंटे में 1 लाख 4 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 108 केस मिले, जिसमें 28 मरीज स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किए गए. देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 96 लाख से अधिक टेस्ट यूपी में किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ संगठन के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में कोरोना जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश हैं.
यह भी पढ़ें- कोरोना का XE वेरिएंट ओमीक्रोन से भी कमजोर पर रहें सतर्क: डॉक्टर नरेश त्रेहन
दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वेरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी, जो अब घटकर 0.02 फीसदी पर है.
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब फिर से 442 एक्टिव केस हो गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं। 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप