लखनऊ: आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस (Corona virus) के 14 मरीज मिले. वहीं, प्रदेश में ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर राहत रही. प्रदेश में न्यू वेरिएंट के एक भी मरीज नहीं मिले. बीते शनिवार को 383 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी. कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मरीजों को देखते हुए यूपी सरकार ने नाइट कर्फ्यू भी लगाया है. स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को सावधानी बरतने के लिए कह रहा है.
यूपी में बीते शनिवार को 1 लाख 96 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 383 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. इसमें एक केस कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन का है. वहीं, प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 31 मरीज डिस्चार्ज किए गए. ओमीक्रोन के कहर को देखते हुए यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. वहीं, गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है. निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों पर नजर रख रही है.
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प्रदेश में बीते शनिवार को एक्टिव केस की संख्या 1244 हो गई है. अस्पतालों में 549 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम जारी है. इसमें से 528 प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
प्रदेश में मरीजों की कुल पॉजिटिविटी रेट 2.02 से अब 2 फीसदी रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटिविटी रेट 0.01 फीसदी है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा था, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट रही. सर्वाधिक 30 अप्रैल को यूपी में एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 164 हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी था, अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गया है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसदी हो गया है.
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