लखनऊ: प्रदेश में रविवार को कोरोना के 23 नए मरीज मिले. बीते 24 घंटे में 16 मरीज कोविड से ठीक हुए हैं. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर सरकार सतर्क है. लगातार स्वास्थ्य विभाग लोगों को चेतावनी दे रहा है. दूसरी लहर वाला हाल फिर से न हो इसलिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार एलर्ट जारी कर रहा है. ऐसे में इलाज की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं.
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.02 से अब 2 फीसदी रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसदी है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई. 30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 164 हो गयी है. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी दर 98.7 फीसदी हो गई है.
यूपी में कोरोना की संक्रमण दर बढ़ रही है. पिछले चार दिनों में संक्रमण दर 0.008 से बढ़कर 0.013 पहुंच गई है. शनिवार को 22 नए कोरोना केस मिले. यूपी में शनिवार को 1 लाख 71 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए थे. वहीं 15 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ दो लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. लखनऊ में न्यू हैदराबाद निवासी महिला कोरोना पॉजिटिव निकली.
प्रदेश के 38 जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है. उन्नाव, सुल्तानपुर, श्रावस्ती ,शाहजहांपुर, रामपुर, प्रतापगढ़, पीलीभीत, मुरादाबाद, मिर्जापुर, मऊ, महोबा, ललितपुर, लखीमपुर- खीरी, कुशीनगर, कौशांबी, कासगंज, जालौर, हाथरस, हरदोई, हापुड़, हमीरपुर, फिरोजाबाद, इटावा, चित्रकूट, चंदौली, बुलंदशहर, बिजनौर, भदोही, बहराइच, बस्ती ,बलरामपुर, बागपत, बदायूं ,आजमगढ़ ,अयोध्या ,अमरोहा, औरैय्या जनपद कोरोना मुक्त हो गए हैं.
प्रदेश में बीते शनिवार को एक्टिव केस की संख्या 144 रह गई. प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 549 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम जारी है. इसमें से 528 प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
राजधानी में पांच मरीज मिले संक्रमित
सीएमओ ऑफिस प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक, बिहार के छपरा से लखनऊ पहुंचे दो यात्रियों में रेलवे स्टेशन पर जांच के दौरान संक्रमण की पुष्टि हुई है. इनकी टे्रवल हिस्ट्री के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम किया जा रहा है. इसके अलावा दो लोगों की रिपोर्ट कांटेक्ट ट्रेसिंग के तहत भेजे गये सैंपल के दौरान पॉजिटिव आई है. इसमें एक जानकीपुरम और दूसरा एलडीए आशियाना निवासी है. इसके अलावा पंजाब से राजधानी लौटा एक और यात्री में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. सभी का सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. इसके अलावा पॉजिटिव आये लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है. सभी संक्रमितों में कोई लक्षण नहीं है.
रविवार को जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया. आरोग्य मेले में कुल 5161 मरीज पंजीकृत हुए. जिसमें पुरुष मरीज 2126 महिला मरीज 2295 व 740 बच्चे थे. इस मौके पर 43 आयुष्मान कार्ड बने. आरोग्य मेले का आयोजन कोविड से बचाव के सभी प्रोटोकॉल के साथ किया जा रहा है साथ ही 156 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया. जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई.
फिर बनाए जा रहे रेड जोन
ओमिक्रॉन के खतरे के बीच राजधानी में लगातार मिल रहे कोरोना केसेस के देखते हुए एक बार फिर रेड जोन बनाये जा रहे हैं. जिन एरियाज में सर्वाधिक केस मिलेंगे उन जगहों को रेड जोन में शामिल किया जायेगा. इसमें आलमबाग, सरोजनी नगर, अलीगंज और सिल्वर जुबली को रेड जोन में शामिल किया गया है. जबकि, 31 कंटेनमेंट जोन बने हुए है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन इलाकों में सर्विलांस, ट्रेसिंग, टेस्टिंग के साथ टीमों की संख्या बढ़ाई जायेगी.
50 घरों में सघन जांच होगी
राजधानी में शनिवार को 12 केसेस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अपनी प्लालिंग में बदलाव कर रहा है. जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन के मुताबिक, जिन इलाकों में ज्यादा केस आयेंगे उनको रेड जोन बनाया जायेगा. जिसके तहत संक्रमित के घर के आसपास के 50 घरों में सर्विलांस का काम किया जायेगा. सर्विलांस टीमों द्वारा घर-घर दस्तक देकर लोगों की जानकारी जुटाई जायेगी. इसके अलावा रैपिड रेस्पांस टीमों द्वारा कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम किया जायेगा. जो लक्षण वाले लोगों का सैंपल लेने का काम करेंगी.
डॉ. मिलिंद के मुताबिक विभाग द्वारा पहले अधिक कोरोना केसेस वाले इलाकों में 5-5 सर्विलांस टीम और रैपिड रेस्पांस टीमों को लगाया गया था. लेकिन, अब इनकी सख्या बढ़ाकर डबल कर दी गई है. यानि इन इलाकों में 10 सर्विलांस टीमें और 10 रैपिड रेस्पांस टीमें काम करेंगी. जो डोर टू डोर सिम्प्टम वाले लोगों को ढूंढने का काम करेंगी.
31 कंटेनमेंट जोन बन चुके
सीएमओ आफिस प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक, राजधानी में इस समय 31 कंटेनमेंट जोन बनाये गये है. इसमें सबसे ज्यादा कंटेनमेंट जोन आशियाना, एलडीए, इंदिरा नगर एरिया में बनाये गये है.
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