लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शनिवार को 2 लाख 58 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए हैं. इसमें 15,795 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. इस दौरान 5031 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में अब तक देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 60 लाख से अधिक टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
अब तक 300 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 300 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है.अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रख रही है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं.गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
84 हजार से ज्यादा एक्टिव केस
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 84,440 हो गई है. इसमें 82 हजार 412 होमआइसोलेशन में हैं. सरकार की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है.अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से हुई 6.30
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.89 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.01 से बढ़कर 6.30 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.2 फीसद से 93 पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 95148 हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 97.2 से 93 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
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यूपी में वैक्सीनेशन का अभियान जारी है. शनिवार को यहां 16 लाख से अधिक को पहली डोज लगी. ऐसे में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 92.50 फीसद को पहली डोज लग गई है.
91.88 फीसद को लगी पहली डोज
18 वर्ष से ऊपर की 92.50 फीसद आबादी को पहली डोज लग गई है. वहीं 57.32 फीसद को दूसरी डोज लग गई. यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों को घर-घर खोज की जा रही है. पहली और दूसरी डोज के छूटे लोगों की लिस्ट बनाकर डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के निर्देश दिए गए हैं.यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है. उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही हैं. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है.
19 हजार बूथों पर लगीं वैक्सीन, 8.54 करोड़ को डोज
शनिवार को प्रदेश में 19,327 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 19,243 सरकारी व 84 निजी केंद्र बनाए गए हैं. इस दौरान 16 लाख को वैक्सीन लगीं. यूपी में कुल डोज़ अब 22 करोड़ 77 लाख से ज्यादा लग गई हैं. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 8 करोड़ 54 लाख पार कर गई है. पहली डोज 14 करोड़ 19 लाख से ज्यादा को लगी है. राज्य में 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगना शुरू हुई. पहले चरण में हेल्थ वर्कर ,फ्रंटलाइन वर्कर व 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को तीसरी डोज लगाई जा रही है. इसमें पुलिस कर्मी भी शामिल हैं. अब तक 3 करोड़ 76 लाख बूस्टर डोज़ लगाई गईं.