लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट कक्षाओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 25 जनवरी से शुरू हो रही हैं. परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी. प्रैक्टिकल एग्जाम शुरू होने में करीब 20 दिन का समय ही शेष बचा है. जो विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा देने जा रहे हैं, उन्हें रसायन विज्ञान में किन सवालों का जवाब पहले देना है, किसका बाद में देना सही है और प्रैक्टिकल देते समय किन चीजों का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है. इस बारे में अमीनाबाद इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक चंद्र मोहन बाजपेई ने महत्वपूर्ण टिप्स बच्चों को दिए हैं.
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की रसायन विज्ञान में 70 अंक का पेपर लिखित और 30 अंक का प्रैक्टिकल होता है. शिक्षक चंद्र मोहन बाजपेई ने बताया कि यूपी बोर्ड के रसायन विज्ञान की प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्रों से एसिड बेस एनालिसिस, टिट्रेशन वस्तु पर आधारित प्रयोग, जिसमें पीएच बेस पूछा जाएगा. इसके अलावा गुणात्मक विश्लेषण, आयतनीय विश्लेषण वस्तु आधारित प्रयोग होगा. इसके अलावा प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्रों से बेहतर लाना चाहते हैं तो वह अपनी प्रैक्टिकल फाइल चार्ट पेपर को बेहतर ढंग से तैयार करें उन्होंने जो चार्ट तैयार किया है उसे टॉपिक को अच्छे से पढ़ ले वह उसकी हर एक जानकारी का अलग से नोट तैयार कर लें, जिससे प्रैक्टिकल के दिन परीक्षक जब उनसे द्वारा बनाए गए चार्ट पेपर के बारे में पूछे तो वह उसका जवाब सही से दे सकें.
शिक्षक चंद्र मोहन बाजपेई ने बताया कि विद्यालय में रसायन विज्ञान में हर बच्चे को करीब 8 से 10 प्रैक्टिकल कराए गए होंगे. इन सभी प्रैक्टिकल्स को बच्चे अच्छे से रिवाइज कर लें जो भी परीक्षक प्रैक्टिकल एग्जाम लेने के लिए आएगा. वह विद्यालय में कराए गए इन्हीं आठ से 10 प्रैक्टिकल में से कोई दो ही आपको एग्जाम में पूछेगा. इसलिए बच्चों को जो भी दिक्कतें हों इन प्रैक्टिकल्स में उसे समय रहते अपने शिक्षक से पूछ कर उसे दूर कर लें, ताकि जब एग्जाम का समय आए तो उन्हें इसे हल करने में कोई दिक्कत न हो.
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