लखनऊ : इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल-उलूम देवबंद से गिरफ्तार किए गए बंग्लादेशी नागरिक तलहा फारुख ने ATS की पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं. तलहा फारुख ने एटीएस को बताया कि वह टेलीग्राम पर एक ग्रुप में जुड़ा था. इस ग्रुप के जरिए उसे जिहाद की ट्रेनिंग दी जाती थी.
यूपी एटीएस प्रवक्ता ने बताया है कि पूछताछ में तलहा तालुकदार बिन फारुख ने बताया कि उसका एक बंग्लादेशी साथी अब्दुल्ला ने उसे 5 टेलीग्राम के ग्रुप लिंक भेजे थे. जिसमें जेहादी साहित्य व वीडियो भेजे जाते थे. तलहा ने बताया कि वह उन सभी ग्रुप में जुड़ गया था. पूछताछ में तलहा ने बताया कि अब्दुल्ला साल 2021 में कुछ महीने देवबंद में रहा था. देवबंद में वह ववि अब्दुल्ला से मुलाकात करता रहता था. इसी दौरान अब्दुल्ला ने तलहा को सेफ ब्रॉउजर व VPN का प्रयोग करना सीखाया था.
एटीएस के मुताबिक, तलहा के पास से 4 रजिस्टर बरामद हुए हैं, जो बंग्ला भाषा मे लिखे हैं. बंग्ला भाषा में लिखे इन रजिस्टरों का हिंदी और अंग्रेस अनुवाद कराया जा रहा है. अनुवाद होने के बाद तलहा के असली मंसूबों के बारे में पता चल सकेगा. एटीएस तलहा के मोबाइल का डेटा भी एक्सट्रेश करवा रही है.
तलहा तालुकदार बिन फारुख देवबंद से हुआ था गिरफ्तार
बीते 28 अप्रैल को सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार हुआ तलहा फारुख 2015 से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय बनकर रह रहा था. फर्जी दस्तावेज के सहारे देवबंद में रहकर वह अरबी की पढ़ाई कर रहा था. उसका पूरा नाम तलहा तालुकदार बिन फारुख है. फारुख बंग्लादेश में कुम्मिला जिले के दाउद कंदी पुलिस थाना क्षेत्र स्थित बरगुआली के रहने वाला है.
तलहा के कब्जे से एटीएस ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, दारुल उलूम देवबंद का पहचान पत्र, लाइफ टाइम मेंबरशिप कार्ड, बंग्लादेशी मुद्रा, बंग्लादेशी पासपोर्ट की फोटो कॉपी और कुछ भारतीय मुद्रा बरामद की थी. तलहा के बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बंग्लादेश (JMB) से लिंक था. छानबीन में यह बात भी सामने आई है कि वह पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग ले चुका है. फारुख भोपाल में पकड़े गए जेएमबी संगठन के 4 सक्रिय सदस्यों के सीधे संपर्क में था. इन्हीं लोगों से पूछताछ के बाद ATS तलहा तक पहुंची थी.
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