लखनऊ: फर्जी पासपोर्ट और टेरर फंडिंग के मामले में यूपी एटीएस की टीम ने देश भर में पांच जगहों पर एक साथ छापेमारी की है. इनमें उत्तर प्रदेश के तीन जगहों पर छापेमारी की प्रक्रिया चल रही है, वहीं मुंबई और हैदराबाद में भी छापेमारी की खबर है. यूपी एटीएस की टीम ने उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर के खलीलाबाद के साथ बस्ती और अलीगढ़ में छापेमारी की है. प्रदेश में रोहिंग्यायों की मौजूदगी और उनके आतंकवादी कनेक्शन को लेकर इस तरह की छापेमारी चल रही है. इस मामले में खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात एक जेई को भी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. जिससे पूछताछ की जा रही है.
एक साथ पांच जगहों पर एटीएस की छापेमारी
टेरर फंडिंग और फर्जी पासपोर्ट के मामले में आज एटीएस की टीम ने देश के पांच अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है. उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर के खलीलाबाद में तैनात जेई अब्दुल मन्नान को एटीएस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही पांच अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ चल रही है. इसके अलावा बस्ती और अलीगढ़ में भी छापेमारी हुई है.
संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद ब्लॉक में कार्यरत जेई अब्दुल मन्नान पासपोर्ट बनाने का काम भी करता था. मंगलवार की देर रात लखनऊ से आई यूपी एटीएस टीम ने कोतवाली क्षेत्र के मोती नगर और मोहद्दीनपुर में छापेमारी करते हुए जेई अब्दुल मन्नान और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया. एटीएस की टीम चारों को अपने साथ लखनऊ लेकर चली गई. एटीएस ने ये कार्रवाई इतनी गुप्त तरीके से की कि, इसकी खबर खबर स्थानीय पुलिस को भी नहीं मिली. बताया जा रहा है कि एटीएस की टीम ने टेरर फंडिंग और फर्जी पासपोर्ट के मामले में मनरेगा में तैनात जेई को गिरफ्तार किया है.
संत कबीर नगर जिले के जिम्मेदार अधिकारी एटीएस की छापेमारी की बारे में कोई भी जानकारी देने से कतरा रहे हैं. एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिए. संत कबीर नगर जिले में एटीएस की छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है.
छापेमारी का केंद्र है रोहिंग्या
देश में एटीएस की पांच जगहों पर छापेमारी हुई है. बताया जा रहा है कि, इस छापेमारी के पीछे टेरर फंडिंग के अलावा 14,000 से ज्यादा रोहिंग्यायों की जानकारी भी एक कारण है. इनमें से कई लोगों के आतंकी कनेक्शन बताए जा रहे हैं. ये लोग देश में अवैध रूप से रह रहे हैं. इसके पहले भी इनमें से कई लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. जिनमें इनके पास से फर्जी पासपोर्ट और कई संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद हो चुके हैं.