लखनऊ: कुशीनगर में हुए मस्जिद ब्लास्ट मामले में यूपी एटीएस ने मास्टरमाइंड कुतुबुद्दीन और अशफाक को गिरफ्तार किया था. इन दोनों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक मास्टरमाइंड कुतुबुद्दीन ने ही रमजान से पहले मस्जिद में विस्फोटक रखा था.
11 नवंबर को मस्जिद में किया गया ब्लास्ट
9 नवंबर को अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद 11 नवंबर को कुशीनगर जिले में स्थित मस्जिद में विस्फोट हुआ था, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. मामले में मस्जिद के मौलवी सहित सात लोगों के ऊपर FIR दर्ज की गई थी. जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि विस्फोट में प्रयोग किया गया विस्फोटक लो ग्रेट का है.
विस्फोटक रखते समय कुतुबुद्दीन ने एक मौलवी से कहा था कि ये विस्फोटक काम की चीज है, आगे काम आएगा. जो विस्फोटक मस्जिद में रखा गया था, वह पटाखों में प्रयोग किए जाने वाला बारूद था, मास्टरमाइंड कुतुबुद्दीन पर पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं.
साजिश के तहत किया गया ब्लास्ट
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आपसी सौहार्द बिगाड़ने के लिए की गई साजिश के तहत ही विस्फोटक मस्जिद में रखा गया था. अगर अयोध्या मामले के बाद दंगा भड़कता तो कुतुबुद्दीन इस विस्फोटक का प्रयोग करता. कुतुबुद्दीन की गिरफ्तारी के साथ यूपी एटीएस ने हैदराबाद से एक और आरोपी अशफाक को गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में इस बात का पता चला है कि हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए अशफाक कुतुबुद्दीन का नाती है. यूपी एटीएस कुतुबुद्दीन को गोरखपुर से गिरफ्तार किया था. एटीएस ने दोनों को रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की है.
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क्या आरोपियों का है आतंकी कनेक्शन ?
एटीएस की पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि कुतुबुद्दीन अपने तीन साथियों के साथ कुशीनगर पहुंचा था और साथियों के साथ मिलकर ही उसने मस्जिद में विस्फोटक रखा था. एटीएस अब दोनों आरोपियों से पूछताछ कर उनका आतंकी कनेक्शन ढूंढ़ने में जुटी है.