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भारत में फर्जी सिम से साइबर ठगी करता था चीनी गैंग, UP-ATS ने धरा - लखनऊ समाचार

यूपी एटीएस (UP-ATS) ने चीनी गैंग के साइबर ठग (cyber thug) को गिरफ्तार किया है. चीनी गैंग (Chinese gang), भारत में फर्जी सिम के जरिए साइबर ठगी करता था.

साइबर ठगी करता था चीनी गैंग
साइबर ठगी करता था चीनी गैंग
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Published : Sep 23, 2021, 2:37 PM IST

लखनऊ: यूपी एटीएस (UP-ATS) ने गुरुवार को भारत में फर्जी सिम के जरिए संचालित साइबर चीनी गैंग के सदस्य व एक लाख के इनामी अब्दुल रज्जाक अब्दुल नबी मेमन को महाराष्ट्र के ठाणे स्थित घर से गिरफ्तार किया है. आरोपी अब्दुल रज्जाक के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट के साथ धारा (82-CRPC) वारंट तथा ब्लू कार्नर नोटिस भी जारी किया गया था. एटीएस पकड़े गए आरोपी को न्यायालय ठाणे के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई है.

बता दें कि बीते 7 फरवरी 2021 को बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर 10 जून को गिरफ्तार किए गए संदिग्ध चीनी नागरिक हान जुनवेई (36) को कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रांजिट रिमांड पर बी वारंट लेकर लखनऊ लाया गया था. पूछताछ के दौरान एटीएस को चीनी साइबर गैंग के सदस्य अब्दुल रज्जाक अब्दुल नबी मेमन निवासी बंगला नंबर- 39, आनंद सहकारी, भदेकरू मलिकी, गृह निर्माण संस्था मर्यादित, ठाकुर पी मुम्बई ठाणे के बारे में इनपुट मिला था. इनपुट के आधार पर मुंबई पुलिस की मदद से यूपी ATS ने अब्दुल रज्जाक को दबोच लिया.



यूपी एटीएस ने विगत जनवरी 2021 में प्री एक्टिवेटिड सिम के माध्यम से OTP प्राप्त कर ऑनलाइन खाते खोलने और उनमें कार्डलेस ट्रांजेक्शन कर अवैध रूप से धन मंगाने के आरोप में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के क्रम में यह तथ्य भी सामने आया कि इनमें कुछ विदेशी लोग भी शामिल हैं. यह अपराध संगठित तरीके से किया जा रहा है. इनमें अन्य कई लोग भी शामिल हैं.



यूपी एटीएस ने क्रमशः 24 एवं 27 जनवरी को UP ATS ने 3 चीनी नागरिक जू ज़ुंगफू, ली टेंग ली और सुन जी यिंग समेत 17 आरोपी गिरफ्तार किया था. इन अभियुक्तों द्वारा संगठित गिरोह बनाकर अपने आर्थिक लाभ, साइबर अपराध तथा उसके माध्यम से अन्य विभिन्न प्रकार के अपराध, जिनमें छल हेतु धोखाधड़ी, प्रतिरूपण, कूट रचना, कूटरचित प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स से अवैध क्रियाकलापों द्वारा बैंक खाते खोलकर आपराधिक षड्यंत्र एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी हेतु प्रतिरूपण एवं अन्य अपराधिक गतिविधियां की गई. इनके पास से दूसरे व्यक्तियों के नाम पतों से Pre-activated सिम हजारों की संख्या (1300 से अधिक) में बरामद किए गए थे, जिस सम्बन्ध में मु.अ.सं 03/2021, धारा 419/420/467/468/471/120बी भादवि व 66 D IT एक्ट, थाना-एटीएस, लखनऊ, यूपी. दर्ज किया गया था. इस सम्बन्ध में यूपी एटीएस ने 2151 पृष्ठ का आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित किया था.

आईजी एटीएस जीके गोस्वामी की मानें तो चाइनीज आरोपियों जू जुंगफू, ली टेंगे ली उर्फ एलिस के जरिए होटल स्टार स्प्रिंग, गुरुग्राम के चाइनीज आरोपी मुख्य निवेशक जुनवेई हान उर्फ जेम्स तथा उसकी चाइनीज पत्नी यूं ताई तियान उर्फ वीविया के साथ आपराधिक षड्यंत्र के तहत होटल के निदेशकों प्रशांत पोट्टेल्ली तथा अब्दुल रजाक अब्दुल नबी मेमन के आपराधिक सहयोग से होटल के चाइनीज मैनेजर अभियुक्त सुन जी यिंग उर्फ डेविड को हजारों प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्ड्स बेचे गए थे.

चाइनीज अभियुक्त जुनवेई हान उर्फ जेम्स तथा यूं ताल तियान उर्फ बीविया के साथ आपराधिक षड्यंत्र कर अभियुक्त सुन जी यिंग उर्फ डेविड द्वारा सैकड़ों प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स कपड़ों के पार्सल में छिपाकर विभिन्न चाइनीज संदिग्ध व्यक्तियों को कोरियर से चीन भेजा. उसने तथा अभियुक्ता ली टेंग ली ने सैकड़ों प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्ड्स के जरिये व्हाट्सएप एक्टिवेशन OTP जेनेरेट कर व्हाट्सएप, वीचैट पर चाइनीज अभियुक्त यूं ताल तियान व अन्य व्यक्तियों को शेयर किए.

आरोपियों के अंतराष्ट्रीय गैंग के अन्य सदस्यों द्वारा अपने गिरोह के इन सदस्यों के सहयोग से प्राप्त प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्डस का दुरूपयोग करके फर्जी ऑनलाइन बैंक खाते खोलकर उनमें धोखाधड़ी आदि गतिविधियों से अर्जित धन को उन खातों में जमा कराकर उक्त धन कार्डलेस पेमेंट मोड से ऐसे प्रीएक्टीवेटेड मोबाइल नंबरों पर स्थानांतरित कर निकाला जाता है.

पढ़ें- बाढ़ में गरमाई सुलतानपुर की सियासत, एक बार फिर आमने-सामने मेनका और मोनू

लखनऊ: यूपी एटीएस (UP-ATS) ने गुरुवार को भारत में फर्जी सिम के जरिए संचालित साइबर चीनी गैंग के सदस्य व एक लाख के इनामी अब्दुल रज्जाक अब्दुल नबी मेमन को महाराष्ट्र के ठाणे स्थित घर से गिरफ्तार किया है. आरोपी अब्दुल रज्जाक के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट के साथ धारा (82-CRPC) वारंट तथा ब्लू कार्नर नोटिस भी जारी किया गया था. एटीएस पकड़े गए आरोपी को न्यायालय ठाणे के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई है.

बता दें कि बीते 7 फरवरी 2021 को बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर 10 जून को गिरफ्तार किए गए संदिग्ध चीनी नागरिक हान जुनवेई (36) को कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रांजिट रिमांड पर बी वारंट लेकर लखनऊ लाया गया था. पूछताछ के दौरान एटीएस को चीनी साइबर गैंग के सदस्य अब्दुल रज्जाक अब्दुल नबी मेमन निवासी बंगला नंबर- 39, आनंद सहकारी, भदेकरू मलिकी, गृह निर्माण संस्था मर्यादित, ठाकुर पी मुम्बई ठाणे के बारे में इनपुट मिला था. इनपुट के आधार पर मुंबई पुलिस की मदद से यूपी ATS ने अब्दुल रज्जाक को दबोच लिया.



यूपी एटीएस ने विगत जनवरी 2021 में प्री एक्टिवेटिड सिम के माध्यम से OTP प्राप्त कर ऑनलाइन खाते खोलने और उनमें कार्डलेस ट्रांजेक्शन कर अवैध रूप से धन मंगाने के आरोप में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के क्रम में यह तथ्य भी सामने आया कि इनमें कुछ विदेशी लोग भी शामिल हैं. यह अपराध संगठित तरीके से किया जा रहा है. इनमें अन्य कई लोग भी शामिल हैं.



यूपी एटीएस ने क्रमशः 24 एवं 27 जनवरी को UP ATS ने 3 चीनी नागरिक जू ज़ुंगफू, ली टेंग ली और सुन जी यिंग समेत 17 आरोपी गिरफ्तार किया था. इन अभियुक्तों द्वारा संगठित गिरोह बनाकर अपने आर्थिक लाभ, साइबर अपराध तथा उसके माध्यम से अन्य विभिन्न प्रकार के अपराध, जिनमें छल हेतु धोखाधड़ी, प्रतिरूपण, कूट रचना, कूटरचित प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स से अवैध क्रियाकलापों द्वारा बैंक खाते खोलकर आपराधिक षड्यंत्र एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी हेतु प्रतिरूपण एवं अन्य अपराधिक गतिविधियां की गई. इनके पास से दूसरे व्यक्तियों के नाम पतों से Pre-activated सिम हजारों की संख्या (1300 से अधिक) में बरामद किए गए थे, जिस सम्बन्ध में मु.अ.सं 03/2021, धारा 419/420/467/468/471/120बी भादवि व 66 D IT एक्ट, थाना-एटीएस, लखनऊ, यूपी. दर्ज किया गया था. इस सम्बन्ध में यूपी एटीएस ने 2151 पृष्ठ का आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित किया था.

आईजी एटीएस जीके गोस्वामी की मानें तो चाइनीज आरोपियों जू जुंगफू, ली टेंगे ली उर्फ एलिस के जरिए होटल स्टार स्प्रिंग, गुरुग्राम के चाइनीज आरोपी मुख्य निवेशक जुनवेई हान उर्फ जेम्स तथा उसकी चाइनीज पत्नी यूं ताई तियान उर्फ वीविया के साथ आपराधिक षड्यंत्र के तहत होटल के निदेशकों प्रशांत पोट्टेल्ली तथा अब्दुल रजाक अब्दुल नबी मेमन के आपराधिक सहयोग से होटल के चाइनीज मैनेजर अभियुक्त सुन जी यिंग उर्फ डेविड को हजारों प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्ड्स बेचे गए थे.

चाइनीज अभियुक्त जुनवेई हान उर्फ जेम्स तथा यूं ताल तियान उर्फ बीविया के साथ आपराधिक षड्यंत्र कर अभियुक्त सुन जी यिंग उर्फ डेविड द्वारा सैकड़ों प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स कपड़ों के पार्सल में छिपाकर विभिन्न चाइनीज संदिग्ध व्यक्तियों को कोरियर से चीन भेजा. उसने तथा अभियुक्ता ली टेंग ली ने सैकड़ों प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्ड्स के जरिये व्हाट्सएप एक्टिवेशन OTP जेनेरेट कर व्हाट्सएप, वीचैट पर चाइनीज अभियुक्त यूं ताल तियान व अन्य व्यक्तियों को शेयर किए.

आरोपियों के अंतराष्ट्रीय गैंग के अन्य सदस्यों द्वारा अपने गिरोह के इन सदस्यों के सहयोग से प्राप्त प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्डस का दुरूपयोग करके फर्जी ऑनलाइन बैंक खाते खोलकर उनमें धोखाधड़ी आदि गतिविधियों से अर्जित धन को उन खातों में जमा कराकर उक्त धन कार्डलेस पेमेंट मोड से ऐसे प्रीएक्टीवेटेड मोबाइल नंबरों पर स्थानांतरित कर निकाला जाता है.

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