लखनऊ: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत सपाइयों के हंगामे से हुई. सभी सपा विधायक काले कपड़े पहनकर पहुंचे और सदन के बाहर से ही हंगामा करना शुरू कर दिया. सपाइयों के हंगामे पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा के सदस्य शोर मचा रहे हैं. इस पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का कहना था कि हम सदन में शोर नहीं मचा रहे हैं. लेकिन, जब सरकार बहरी हो जाए तो हम उसे जगाने का काम कर रहे हैं.
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"अगर रेवेन्यू सरप्लस है तो किसानों को सुविधाएं मिलनी चाहिए। जिस सरकार का रेवेन्यू सरप्लस है वह किसानों को जीएसटी पर सब्सिडी क्यों नहीं देती?"
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- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, उत्तर प्रदेश विधानसभा pic.twitter.com/vBxN85Jtja
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इसके साथ ही अखिलेश यादव ने उनकी पार्टी के सदस्यों की ओर से पूछे गए सवाल पर सरकार के मंत्री के गोलमोल जवाब पर भी तल्ख टिप्पणी की. कहा, कि सरकार बार-बार रेवेन्यू सरप्लस होने की बात करती है. लेकिन, इससे किसानों को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा. खेती-किसानी के उपकरणों पर 18 फीसदी जीएसटी वसूली जा रही है.
क्या जब रेवेन्यू सरप्लस है तो खेती-किसानी के उपकरणों पर जीएसटी की दर कम नहीं होनी चाहिए. क्या सरकार ऐसा कोई कदम उठाने जा रही है. जब रेवेन्यू सरप्लस है तो किसानों को सुविधा मिलनी चाहिए. दूसरे दिन का सत्र शुरू होने से पहले सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती है. इसका उदाहरण है ये कम समय का सत्र. सरकार विपक्ष के सवालों को सुनना नहीं चाहती है. यही कारण है कि शीतकालीन सत्र का समय काफी कम रखा गया है.