लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने गुरुवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलों के नेताओं से सहयोग का अनुरोध किया है. सभी नेताओं ने सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया है. विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना समेत सभी दलों के नेता मौजूद थे.
'बचाव ही उपाय'
सर्वदलीय बैठक में नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वैश्विक महामारी की इस त्रासदी के दौरान उत्तर प्रदेश विधानमंडल की पहली बैठक गुरुवार से प्रारंभ होने जा रही है. पूरी दुनिया इस समय कोविड की त्रासदी से बुरी तरह प्रभावित है. दुनिया के जितने भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं, सब का यह मानना है कि जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती या उपचार नहीं आ जाता, तब तक उसके संक्रमण से बचाव ही एकमात्र उपाय है. इस संक्रमण से बचाव के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संवैधानिक बाध्यता के कारण छह महीने के अंदर विधानसभा की कार्यवाही के लिए सदन बैठना है. हम लोग संवैधानिक उत्तरदायित्व का निर्वहन भी करेंगे. कोविड-19 पर सार्थक बहस भी कर सकेंगे.
देश-दुनिया में जाएगा संदेश
सीएम योगी ने कहा कि अगर कोविड-19 पर चर्चा होगी तो देश और दुनिया को एक संदेश देने वाला यह कार्य होगा, लेकिन वह एक सार्थक चर्चा का माध्यम बने. आरोप-प्रत्यारोप का नहीं. अच्छे सुझाव आएं. विधानसभा की ओर से सदन में जो मर्यादा और व्यवस्थाएं बनाई गई हैं, अगर सभी दल उसका पालन करें और सभी दलीय नेता अपने दल के सदस्यों को उन दायित्वों का निर्वहन करने के लिए कहें तो यह अच्छा संदेश होगा.
विपक्ष ने दिया आश्वासन
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि वह अपने-अपने विधायकों को यह संदेश देने का कष्ट करें. बैठक में नेता प्रतिपक्ष के स्थान पर समाजवादी पार्टी के नेता नरेंद्र सिंह वर्मा, बहुजन समाज पार्टी के नेता लालजी वर्मा, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा मोना, अपना दल के नेता नील रतन पटेल एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किए. सभी ने विषम परिस्थितियों में सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया.
कार्यमंत्रणा समिति की हुई बैठक
सर्वदलीय बैठक से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई. अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि बैठक में 20 से 24 अगस्त तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा हुई. 20 अगस्त को मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन, उत्तर प्रदेश की मंत्री कमल रानी वरुण, चेतन सिंह चौहान, दो वर्तमान विधायक विरेंद्र सिंह सिरोही, पारसनाथ यादव, पूर्व सदस्यों के साथ-साथ गलवान घाटी में शहीदों व कोरोना वारियर्स, जिनकी कोरोना के दौरान कर्तव्य पालन के बीच मृत्यु हो गई है, सभी को शोकांजलि के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा. अनुपूरक बजट एवं मदों के बारे में कार्य मंत्रणा समिति की पुनः बैठक होगी.
सत्र के दौरान इन विधेयकों को मंजूर कराएगी सरकार
- उत्तर प्रदेश आकस्मिकता निधि संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश राज्य विधान मंडल सदस्यों की उपलब्धियों और पेंशन संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश लोक एवं निजी संपत्ति क्षति वसूली विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन द्वितीय संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक विवाद संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश कारखाना विवाद संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश गोवर्धन निवारण संशोधन विधेयक 2020
- कारागार उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक
- लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी संशोधन विधेयक 2020
- कारागार अधिनियम 1984 में संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश मूल्य संवर्धित कर संशोधन विधेयक 2020
- उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन-भत्ता और प्रतिदिन उपबंध संशोधन विधेयक
- श्रम विधियों से अस्थायी छूट संशोधन विधेयक 2020