लखनऊ : यूपी विधानसभा के मानसून का शुक्रवार को पांचवां और अंतिम दिन है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा में ज़ब भी आते हैं तो कुछ नया करते हैं. शानदार गैलरी बनाई है. मुझे उम्मीद है कि गैलरी में आपने राइट औऱ लेफ्ट का संतुलन बनाया होगा. अखिलेश ने कहा कि ये चाल, चरित्र औऱ चेहरे का दावा करते थे, मगर आज नफ़रत, महंगाई औऱ बेरोजगारी पहचान बन गई. नेता सदन बहुत समझदार हैं. बिना किसान की मदद के वन ट्रिलियन इकॉनमी कैसे संभव है.
उन्होंने कहा कि 'पिछली बार जितने सवाल थे एक का भी जवाब नहीं मिला. पूरे यूपी में जलमार्ग कहां पर है? सब पुरानी सरकारों के काम हैं. गोरखपुर की कोई ऐसी गली बता दो जहां पानी न भरा हो. नेता सदन साढ़े छह साल से अपने शहर का जल भराव नहीं दूर कर पाए, जो अपना घर नहीं ठीक कर पाए वो आगे क्या करेंगे. पूरे प्रदेश का क्या करेंगे. किसानों की आय कैसे दोगुनी होगी. कोई नई मंडी नहीं बनाई गई. आलू सरकार ने कितना खरीदा ये नेता सदन बताएंगे. क्या सरकार ने मक्का खरीदा, धान खरीद की क्या सरकार ने. बताया जाए क्या गन्ने का पेमेंट हो गया. सरकार ये भी तो बताए कि बकाया कितना है. महंगाई के अनुरूप क्या गन्ने की क़ीमत मिल रही है. आप कह रहे हैं कि आपने चावल एक्सपोर्ट किया है. नेता सदन बताएं कि कब से चावल एक्सपोर्ट नहीं हुआ है. दिल्ली और लखनऊ की गाड़ी आपस में टकरा रही हैं. टमाटर की कीमत ने आपके चेहरों को लाल कर दिया है. टमाटर की महंगाई पर बात करने वाले को जेल भेज दिया. टमाटर के लिए आपको फोर्स लगानी पड़े. टमाटर चोरी की खबरें आ रही थीं. टमाटर की क़ीमत सरकार बताए.'
उन्होंने कहा कि 'आप बड़े-बड़े शहरों में टमाटर के ठेले लगा रहे हो औऱ सपना वन ट्रिलियन इकॉनमी का सपना दिखा रहे हो. सरकार बताए यूपी में अंडा मार्केट क्या है. हमने अंडों का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया है. आप इस योजना को समाप्त करना चाहिए था. गुलदार, बाघ औऱ सांड जान ले रहे हैं. नेता सदन सांड के नाम पर मुस्कुरा रहे हैं. जंगली जानवर किसानों की जान ले रहे हैं. सरकार क्या कर रही है. हमने न केवल किसान बीमा से बल्कि मुख्यमंत्री राहत कोष से भी मदद करते थे. सरकार उससे ज्यादा मदद करे. इस सरकार का प्रिय जानवर सांड है. यह मामूली बात नहीं है. मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात अफसर की जान जानवर से गाड़ी टकराने से हो गई थी. क्या आपने अमेरिका में यही देखा था कि सांड सड़क पर टहलें. लायन सफारी इटावा में हमने अपने लिए नहीं बनाया.'
उन्होंने कहा कि 'कम से कम सांड से जो मौत हो रही है, सरकार उसमें मदद करे. आप फूल बरसा रहे हैं. फिर जिन कावड़ियों की जान गई हैं, वे सब किसान गरीब हैं. उनकी मदद की जाए. आपके बुलडोजर ने एक मां बेटी को जिन्दा जला दिया. सरकार ऐसे परिवारों की एक-एक करोड़ से मदद करें औऱ सरकारी नौकरी दे.'