लखनऊ: सोशल मीडिया पर रविवार से एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें लखनऊ के मलिहाबाद विधनासभा क्षेत्र के माल के मंझी गांव में भाजपा विधायक व भाजपा प्रत्याशी जयदेवी कौशल प्रचार के लिए गईं थीं, लेकिन ग्रामीणों ने वहां उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई. विधायक सफाई देती रहीं और ग्रामीण आरोप पर आरोप मढ़ते रहे. ग्रामीणों ने कहा कि 5 वर्षों तक आप गायब थीं. आज वोट मांगने चली आईं. इसके बाद सुरक्षाकर्मी उनको वहां से लेकर चले गए.
इस पूरे वीडियो की पड़ताल करने ईटीवी भारत की टीम माल के मंझी गांव पहुंची और ग्रामीणों से इस बारे में पूछताछ की तो वायरल वीडियो पूर्णतयः सही निकला. ग्रमीणों ने बताया कि पिछले पांच साल में विधायक ने जीत के बाद एक बार भी क्षेत्र की सुध नहीं ली. कोई विकास कार्य नहीं किया. विधायक जयदेवी कौशल मोहनलालगंज से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर की पत्नी हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने मंझी गांव के लोगों से विकास को लेकर बातचीत की तो ग्रामीण रामरूप, ईश्वरदीन, नागेंद्र, प्रेम, रंजीत, डॉ. भानु प्रताप सिंह और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि 2017 विधनासभा चुनाव जीतने के बाद एक बार भी गांवों की ओर रुख नहीं किया. जिन समस्याओं को लेकर हम सभी ने इनको चुना था, उन सभी मुद्दों पर कोई कार्य नहीं किया. आज भी वह प्रमुख समस्याएं बनी हुईं हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि यहां की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. पास में मंदिर है वहां की लाइट खराब पड़ी हुई है. आज तक उसकी मरम्मत नहीं हुई. क्षेत्र में आवारा जानवरों ने जीना दूभर कर रखा है. गोशालाएं केवल खानापूर्ति के लिए बनी हुईं हैं.
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मंझी गांव के एक दिव्यांग ग्रामीण कविन्द ने बताया कि हम लोगों ने बहुत उम्मीदों से अपने विधायक को चुना था कि क्षेत्र में विकास कार्य होंगे. जनता खुशहाल होगी, लेकिन चुनाव जीतने के बाद विधायक ने एक बार भी हम लोगों की सुध नहीं ली. आज भी लोग मूलभूत सुविधाओ से वंचित हैं. जब हम लोग विधायक से उनके आवास पर मिलने जाते हैं तो वहां वह मिलने से इनकार कर देती हैं. इस बार का चुनाव विकास पर होगा जो क्षेत्र में विकास करेगा, उसी को सभी लोग समर्थन करेंगे.
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