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जेल में बंद आजम खां को समाजवादी पार्टी ने बनाया उम्मीदवार, बेटे अब्दुल्ला को भी दिया टिकट - सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर नेताओं का दल-बदल का सिलसिला जारी है. बुधवार को मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गईं. इसको लेकर समाजवादी पार्टी में कई तरह की प्रतिक्रिया मिलीं. वहीं जेल में बंद सपा नेता आजम खां को समाजवादी पार्टी ने रामपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.

आजम खां
आजम खां
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Published : Jan 20, 2022, 7:21 AM IST

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनावी रणनीति बनाते हुए उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं. करीब 2 साल से कई मामलों में आरोपी होने के चलते जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व सपा के मुस्लिम चेहरे आजम खां को रामपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक सोची-समझी रणनीति के तहत जेल में बंद रामपुर से सांसद आजम खान व पिछले दिनों ही जेल से रिहा होने वाले आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को विधानसभा चुनाव लड़ा रहे हैं.

मुस्लिम समाज को यह संदेश देने की अखिलेश यादव कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार भले ही आजम खां पर कितने भी जुल्म करें, लेकिन वह आजम परिवार के साथ थे, हैं और आगे भी रहेंगे. यही कारण है कि अखिलेश यादव ने आजम खां को रामपुर विधानसभा सीट से तो उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को स्वार विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.

स्वार सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अब्दुल्ला आजम को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन आयु प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े के चलते न्यायालय ने अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी थी और स्वार सीट रिक्त कर दी गई थी. अब जब विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है तो समाजवादी पार्टी ने आजम परिवार पर विश्वास जताया और मुस्लिम समाज को साथ लाने की कवायद के साथ उन्हें उम्मीदवार बनाया है. इससे समाजवादी पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी फायदा मिलने की उम्मीद भी है.

सपा से जुड़े नेता बताते हैं कि जेल में ही रहकर आजम खां चुनाव लड़ेंगे और चुनाव प्रचार की पूरी कमान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम संभालेंगे. सूत्र यह भी कहते हैं कि आजम की कई मामलों में जमानत हो चुकी है तो अब सिर्फ एक या दो मामलों में ही उनकी जमानत होना बाकी है. आजम के परिवारीजन उनकी जमानत कराने का प्रयास कर रहे हैं. परिवार को उम्मीद है कि जमानत कभी भी हो सकती है और वह जेल की सलाखों से बाहर आएंगे. साथ ही समाजवादी पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान भी संभालेंगे.

समाजवादी पार्टी ने आज आजम और उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया है और नामांकन के लिए फार्म बी का आवंटन किया गया है. हालांकि, औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में कोई प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की गई है. इस बार एक सोची-समझी रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी विधानसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान सार्वजनिक रूप से नहीं कर रही है. सिर्फ उम्मीदवारों को सिंबल के रूप में दिए जाने वाले फार्म बी का आवंटन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत को समाजवादी पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज समाजवादी पार्टी ने रामपुर जिले की पांचों विधानसभा सीट पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं और सबको फार्म बी के साथ सिंबल दिया गया है. इनमें रामपुर शहर से मोहम्मद आजम खां, स्वार-टांडा से अब्दुला आजम खां, मिलक से विजय सिंह, बिलासपुर से अमरजीत सिंह, चमरौआ से नसीर अहमद खान को प्रत्याशी बनाया गया है. एक दिन पहले ही आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और अखिलेश यादव ने दोनों लोगों को चुनाव लड़ाने की हरी झंडी दी थी, जिसके बाद आज उम्मीदवार बना दिया गया.

यह भी पढ़ें: सपा से ऐसे दूर चलीं गईं मुलायम कुनबे की छोटी बहू अपर्णा...पढ़िए पूरी खबर

समाजवादी पार्टी ने गुन्नौर सीट जिस पर शिवपाल सिंह यादव के किसी करीबी नेता को टिकट देने की बात हो रही थी उस पर राम खिलाड़ी यादव को उम्मीदवार बनाया है. देखना दिलचस्प होगा कि यह टिकट शिवपाल सिंह यादव की मर्जी से हुआ है या नहीं. सूत्र यह भी बताते हैं कि गुन्नौर सीट पर शिवपाल खुद चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन इस मामले में न तो सपा और न ही प्रसपा का कोई नेता बोल रहा है. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने बरेली में दो उम्मीदवार को टिकट दिया है. इनमें शहर विधानसभा से राजेश अग्रवाल और नवाबगंज से भगवत शरण गंगवार को प्रत्याशी बनाया गया है.

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लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनावी रणनीति बनाते हुए उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं. करीब 2 साल से कई मामलों में आरोपी होने के चलते जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व सपा के मुस्लिम चेहरे आजम खां को रामपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक सोची-समझी रणनीति के तहत जेल में बंद रामपुर से सांसद आजम खान व पिछले दिनों ही जेल से रिहा होने वाले आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को विधानसभा चुनाव लड़ा रहे हैं.

मुस्लिम समाज को यह संदेश देने की अखिलेश यादव कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार भले ही आजम खां पर कितने भी जुल्म करें, लेकिन वह आजम परिवार के साथ थे, हैं और आगे भी रहेंगे. यही कारण है कि अखिलेश यादव ने आजम खां को रामपुर विधानसभा सीट से तो उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को स्वार विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.

स्वार सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अब्दुल्ला आजम को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन आयु प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े के चलते न्यायालय ने अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी थी और स्वार सीट रिक्त कर दी गई थी. अब जब विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है तो समाजवादी पार्टी ने आजम परिवार पर विश्वास जताया और मुस्लिम समाज को साथ लाने की कवायद के साथ उन्हें उम्मीदवार बनाया है. इससे समाजवादी पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी फायदा मिलने की उम्मीद भी है.

सपा से जुड़े नेता बताते हैं कि जेल में ही रहकर आजम खां चुनाव लड़ेंगे और चुनाव प्रचार की पूरी कमान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम संभालेंगे. सूत्र यह भी कहते हैं कि आजम की कई मामलों में जमानत हो चुकी है तो अब सिर्फ एक या दो मामलों में ही उनकी जमानत होना बाकी है. आजम के परिवारीजन उनकी जमानत कराने का प्रयास कर रहे हैं. परिवार को उम्मीद है कि जमानत कभी भी हो सकती है और वह जेल की सलाखों से बाहर आएंगे. साथ ही समाजवादी पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान भी संभालेंगे.

समाजवादी पार्टी ने आज आजम और उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया है और नामांकन के लिए फार्म बी का आवंटन किया गया है. हालांकि, औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में कोई प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की गई है. इस बार एक सोची-समझी रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी विधानसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान सार्वजनिक रूप से नहीं कर रही है. सिर्फ उम्मीदवारों को सिंबल के रूप में दिए जाने वाले फार्म बी का आवंटन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत को समाजवादी पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज समाजवादी पार्टी ने रामपुर जिले की पांचों विधानसभा सीट पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं और सबको फार्म बी के साथ सिंबल दिया गया है. इनमें रामपुर शहर से मोहम्मद आजम खां, स्वार-टांडा से अब्दुला आजम खां, मिलक से विजय सिंह, बिलासपुर से अमरजीत सिंह, चमरौआ से नसीर अहमद खान को प्रत्याशी बनाया गया है. एक दिन पहले ही आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और अखिलेश यादव ने दोनों लोगों को चुनाव लड़ाने की हरी झंडी दी थी, जिसके बाद आज उम्मीदवार बना दिया गया.

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समाजवादी पार्टी ने गुन्नौर सीट जिस पर शिवपाल सिंह यादव के किसी करीबी नेता को टिकट देने की बात हो रही थी उस पर राम खिलाड़ी यादव को उम्मीदवार बनाया है. देखना दिलचस्प होगा कि यह टिकट शिवपाल सिंह यादव की मर्जी से हुआ है या नहीं. सूत्र यह भी बताते हैं कि गुन्नौर सीट पर शिवपाल खुद चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन इस मामले में न तो सपा और न ही प्रसपा का कोई नेता बोल रहा है. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने बरेली में दो उम्मीदवार को टिकट दिया है. इनमें शहर विधानसभा से राजेश अग्रवाल और नवाबगंज से भगवत शरण गंगवार को प्रत्याशी बनाया गया है.

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