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अब मूकबधिरों की भी शिकायत सुनेगी यूपी 112, रोजाना रिसीव होंगी लाखों कॉल - UP 112 will also listen to complaints

अपातकाल सेवा यूपी 112 की एडिशनल एसपी मोहनी पांडे के मुताबिक, 'हम जल्द ही एक नई डेस्क बनाने जा रहे हैं, जिसमें ऐसे लोगों को बैठाया जायेगा (complaints of deaf and dumb people) जो साइन लैंग्वेज जानते होंगे. यूपी 112 व्हाट्सएप नंबर हम जारी करेंगे.'

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 17, 2023, 8:34 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में यदि किसी ऐसे व्यक्ति को पुलिस से मदद चाहिए हो, जो ना ही बोल सकता हो और न ही सुन सकता हो, तो सोचिए वो कैसे पुलिस को कॉल कर अपनी समस्या बता सकेगा? ये अब तक तो संभव नहीं हो सका, लेकिन आने वाले दिनों में यूपी 112 इसे संभव बनाएगा. यह मूकबधिरों की समस्या भी सुनेगा और उन्हें सहायता प्रदान कराएगा. आइए जानते हैं कि ऐसा क्या है यूपी 112 का नया प्लान जो मूकबधिर के लिए साबित हो सकता है बड़ा कदम.


'मूकबधिर की मदद न कर पाने में होता है अफसोस' : उत्तर प्रदेश की अपातकाल सेवा यूपी 112 की एडिशनल एसपी मोहनी पांडे के मुताबिक, 'हमारे पास जितनी भी कॉल आती हैं, वो किसी न किसी समस्या के वक्त फंसे होने पर पुलिस सहायता के लिए ही होती है. कॉलर अपनी समस्या बताता है और हम उनकी समस्या सुनकर उनकी लोकेशन जान कर उनकी मदद करते हैं, लेकिन कई बार ऐसी भी कॉल आती थी, जिसमें कॉल करने वाला बोल पाने में असमर्थ होता था या फिर मूकबधिर होने पर बोल ही नहीं सकता था. ऐसे में हम उनकी मदद न कर पाने में असमर्थ होते हैं, लेकिन अब हमने फैसला किया है कि हम उनकी भी मदद करेंगे जो बोल या सुन पाने में असमर्थ हैं.'

यूपी 112 में रोजाना रिसीव होंगी लाखों कॉल
यूपी 112 में रोजाना रिसीव होंगी लाखों कॉल

इशारों में ही यूपी 112 समझेगी समस्या : एडिशनल एसपी मोहनी पांडे बताती हैं कि, 'हम जल्द ही एक नई डेस्क बनाने जा रहे हैं, जिसमें ऐसे लोगों को बैठाया जायेगा जो साइन लैंग्वेज जानते होंगे. यूपी 112 व्हाट्सएप नंबर हम जारी करेंगे, जिसमें यदि ऐसे व्यक्ति को मदद चाहिए जो सुनने व बोलने में असमर्थ है वह उस पर वीडियो कॉल कर सकेगा और हमारे टेलीकॉलर उनकी बात को समझकर उन्हें मदद का भरोसा दिला सकेंगे. इतना ही नहीं यूपी 112 के एक्सपर्ट वीडियो कॉल के जरिए ही उनसे उनकी लोकेशन, उनकी समस्या का कारण समेत सभी जानकारियां जुटा लेगा.'

अब हजारों नही लाखों कॉल होंगी रिसीव : इसके अलावा एडिशनल एसपी ने बताया कि 'हमारी सेवा के दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है. इस चरण में हम रिस्पॉन्स टाइम पर काफी काम कर रहे हैं. वर्ष 2017 में यूपी 112 का औसत रिस्पांस टाइम 25 मिनट 42 सेकेंड था, लेकिन यही औसत रिस्पॉन्स टाइम वर्ष 2023 में घटकर 9 मिनट 18 सेकेंड रह गया. इसके अलावा हम यूपी 112 की गाड़ियों को भी बढ़ा रहे हैं और अगले छह माह में 6278 पीआरवी किया जायेगा.'





यूपी 112 हेल्पलाइन को किया जाएगा अपग्रेड : एडिशनल एसपी ने बताया कि 'यूपी 112 की PRV में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे कॉलर के पास GPS लिंक का रियल टाइम मैसेज जाएगा, इसकी मदद से PRV की लोकेशन अपने फोन में ट्रैक की जा सकेगी और पता लग सकेगा कि पुलिस कितनी दूर है. इसके साथ ही यूपी 112 हेल्पलाइन को अपग्रेड किया जाएगा. इससे कॉल ड्रॉपिंग में कमी आयेगी और हमारे कॉलर 1.30 लाख कॉल रिसीव कर सकेंगे. अभी 60 हजार ही कॉल रिसीव होती हैं. जल्द ही कॉल टेकर्स की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जो 673 से बढ़कर 825 होगी.'

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस की 112 सेवा को नहीं मिल रहे कर्मचारी, सेवा प्रदाता नई कंपनी दे रही ऐसा ऑफर

यह भी पढ़ें : यूपी 112 विवाद में बड़ी कार्रवाई, हटाए गए एडीजी अशोक कुमार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में यदि किसी ऐसे व्यक्ति को पुलिस से मदद चाहिए हो, जो ना ही बोल सकता हो और न ही सुन सकता हो, तो सोचिए वो कैसे पुलिस को कॉल कर अपनी समस्या बता सकेगा? ये अब तक तो संभव नहीं हो सका, लेकिन आने वाले दिनों में यूपी 112 इसे संभव बनाएगा. यह मूकबधिरों की समस्या भी सुनेगा और उन्हें सहायता प्रदान कराएगा. आइए जानते हैं कि ऐसा क्या है यूपी 112 का नया प्लान जो मूकबधिर के लिए साबित हो सकता है बड़ा कदम.


'मूकबधिर की मदद न कर पाने में होता है अफसोस' : उत्तर प्रदेश की अपातकाल सेवा यूपी 112 की एडिशनल एसपी मोहनी पांडे के मुताबिक, 'हमारे पास जितनी भी कॉल आती हैं, वो किसी न किसी समस्या के वक्त फंसे होने पर पुलिस सहायता के लिए ही होती है. कॉलर अपनी समस्या बताता है और हम उनकी समस्या सुनकर उनकी लोकेशन जान कर उनकी मदद करते हैं, लेकिन कई बार ऐसी भी कॉल आती थी, जिसमें कॉल करने वाला बोल पाने में असमर्थ होता था या फिर मूकबधिर होने पर बोल ही नहीं सकता था. ऐसे में हम उनकी मदद न कर पाने में असमर्थ होते हैं, लेकिन अब हमने फैसला किया है कि हम उनकी भी मदद करेंगे जो बोल या सुन पाने में असमर्थ हैं.'

यूपी 112 में रोजाना रिसीव होंगी लाखों कॉल
यूपी 112 में रोजाना रिसीव होंगी लाखों कॉल

इशारों में ही यूपी 112 समझेगी समस्या : एडिशनल एसपी मोहनी पांडे बताती हैं कि, 'हम जल्द ही एक नई डेस्क बनाने जा रहे हैं, जिसमें ऐसे लोगों को बैठाया जायेगा जो साइन लैंग्वेज जानते होंगे. यूपी 112 व्हाट्सएप नंबर हम जारी करेंगे, जिसमें यदि ऐसे व्यक्ति को मदद चाहिए जो सुनने व बोलने में असमर्थ है वह उस पर वीडियो कॉल कर सकेगा और हमारे टेलीकॉलर उनकी बात को समझकर उन्हें मदद का भरोसा दिला सकेंगे. इतना ही नहीं यूपी 112 के एक्सपर्ट वीडियो कॉल के जरिए ही उनसे उनकी लोकेशन, उनकी समस्या का कारण समेत सभी जानकारियां जुटा लेगा.'

अब हजारों नही लाखों कॉल होंगी रिसीव : इसके अलावा एडिशनल एसपी ने बताया कि 'हमारी सेवा के दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है. इस चरण में हम रिस्पॉन्स टाइम पर काफी काम कर रहे हैं. वर्ष 2017 में यूपी 112 का औसत रिस्पांस टाइम 25 मिनट 42 सेकेंड था, लेकिन यही औसत रिस्पॉन्स टाइम वर्ष 2023 में घटकर 9 मिनट 18 सेकेंड रह गया. इसके अलावा हम यूपी 112 की गाड़ियों को भी बढ़ा रहे हैं और अगले छह माह में 6278 पीआरवी किया जायेगा.'





यूपी 112 हेल्पलाइन को किया जाएगा अपग्रेड : एडिशनल एसपी ने बताया कि 'यूपी 112 की PRV में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे कॉलर के पास GPS लिंक का रियल टाइम मैसेज जाएगा, इसकी मदद से PRV की लोकेशन अपने फोन में ट्रैक की जा सकेगी और पता लग सकेगा कि पुलिस कितनी दूर है. इसके साथ ही यूपी 112 हेल्पलाइन को अपग्रेड किया जाएगा. इससे कॉल ड्रॉपिंग में कमी आयेगी और हमारे कॉलर 1.30 लाख कॉल रिसीव कर सकेंगे. अभी 60 हजार ही कॉल रिसीव होती हैं. जल्द ही कॉल टेकर्स की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जो 673 से बढ़कर 825 होगी.'

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