नई दिल्ली/लखनऊ: उन्नाव रेप पीड़िता को सोमवार रात में लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिये दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया गया. वहां से एम्स ट्रामा सेंटर तक दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. इसके माध्यम से 12.2 किलोमीटर की दूरी महज 18 मिनट में पूरी कर ट्रैफिक पुलिस ने एम्बुलेंस को अस्पताल तक पहुंचाया.
जानिए पूरा मामला-
- सड़क हादसे में घायल होने के बाद से उन्नाव रेप पीड़िता का उपचार लखनऊ के केजीएमयू में चल रहा था.
- हालत में सुधार न होने पर सोमवार को दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाने का निर्णय लिया गया.
- सोमवार शाम को एयर एंबुलेंस के जरिए लखनऊ से उसे दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया.
- दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एयरपोर्ट से महिपालपुर फ्लाईओवर होते हुए धौला कुआं के रास्ते रिंग रोड का इस्तेमाल किया.
- रिंग रोड पर मोती बाग और नौरोजी नगर होते हुए एम्स ट्रामा सेंटर तक का सफर पूरा किया गया.
- इस ग्रीन कॉरिडोर पर आम वाहनों को उस समय रोक दिया गया जब यह गाड़ी वहां से गुजर रही थी.
- ट्रैफिक पुलिस के अनुसार रात लगभग 9 बजे यह एंबुलेंस एयरपोर्ट से चली थी जो 9.18 पर एम्स ट्रॉमा सेंटर में पहुंच गई थी.
एंबुलेंस में मौजूद पीड़िता के शरीर में कई जगहों पर फ्रैक्चर थे, जिसकी वजह से एंबुलेंस को ध्यानपूर्वक लाया गया है. आमतौर पर जब एंबुलेंस में प्रत्यर्पण के लिए कोई अंग लाया जाता है तो उसे तेज रफ्तार से चलाया जाता है. लेकिन एंबुलेंस में घायल युवती के होने की वजह से इस बात का खास ध्यान रखा गया कि उसे कोई चोट न पहुंचे. इस वजह से 12.2 किलोमीटर का सफर पूरा करने में ट्रैफिक पुलिस को लगभग 18 मिनट का समय लगा.
-वरिष्ठ अधिकारी