लखनऊः राजधानी की लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की ज्यादातर बसें कंडम हो चुकी हैं. कुछ बसें रूट पर संचालित होकर यात्रियों को सफर में सहूलियत प्रदान कर रही हैं, लेकिन कभी-कभी यह बसें बीच सड़क में ही दगा दे जाती हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी भी होती है. सिटी ट्रांसपोर्ट प्रबंधन ने कबाड़ हो चुकी बसों को दुरुस्त करने की तैयारी शुरू कर दी है. होली से पहले इन सभी बसों को दुरुस्त कर सड़क पर उतार दिया जाएगा. 60 और सिटी बस सड़क पर उतरने से मुसाफिरों को सहूलियत मिलेगी.
सप्ताह भर में दुरुस्त हो जाएंगी कबाड़ बसें
सिटी बस प्रबंधन ने कबाड़ हो चुकीं सिटी बसों की मरम्मत कराने के काम में तेजी दिखानी शुरू कर दी है. मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को सिटी बसों की सुविधा दी जा सके. लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पल्लव कुमार बताते हैं कि टायर और बैटरी के आभाव में खड़ी बसों के सामान खरीदने की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.
इस सामान से 60 बसों को दुरुस्त किया जाएगा. बता दें कि वर्तमान में दुबग्गा और गोमतीनगर डिपो से सिर्फ 75 महानगरीय बसों का संचालन किया जा रहा है. इन बसों में 40 सीएनजी बसें और 35 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं. 60 और बसों की मरम्मत में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा. होली के करीब दैनिक यात्रियों के लिए सिटी बसों का सफर राहत देने वाला होगा.
मई में बस बेड़े में शामिल होंगी 100 इलेक्ट्रिक बसें
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पीके बोस बताते हैं कि वर्तमान में संचालित हो रही सिटी बसों की स्थिति बेहद खराब है. 60 बसों की मरम्मत कराकर उन्हें संचालित कराया जाएगा. वे बताते है कि मई माह से 100 इलेक्ट्रिक बसें सिटी बस बेड़े में और जुड़ जाएंगी. इन बसों के आने से यात्री गर्मी में वातानुकूलित बस से सफर कर सकेंगे.