लखनऊः राजधानी लखनऊ में रविवार को कवि उदय प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत से तमाम सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को साझा किया. इस दौरान उन्होंने देश के वर्तमान प्रभावी मुद्दों पर चर्चा की.
देश की एकता और सद्भाव को लेकर रखे अपने विचार
देश के जाने-माने साहित्यकार और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के शिक्षक रहे कवि उदय प्रताप सिंह ने लखनऊ में ईटीवी से बातचीत की. कवि उदय प्रताप सिंह ने देश की एकता, अखंडता और सद्भाव को लेकर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि देश को केवल जमीन का टुकड़ा भर नहीं कहा जा सकता. देश के निर्माण में हर नागरिक का हिस्सा होता है. देश में रहने वाले लोग ही असली देश हैं. देश के हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह देश के निर्माण के लिए आगे आए.
देश के लिए न जीने वाला अपराधी
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और देश के वरिष्ठ हिंदी कवि उदय प्रताप सिंह का मानना है कि देश का हर नागरिक इसके निर्माण के लिए उत्तरदायी है. उनका कहना है कि चाहे व्यक्ति किसी भी जाति, धर्म या संस्कृति का हो, अगर वह देश के लिए नहीं जी रहा है तो वह अपराधी है.
जन्म से ही समाज का प्रतिनिधि होता है कवि
कवि उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कवि जनता का स्वाभाविक और जन्मजात प्रतिनिधि होता है. सांसद, विधायक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुने जाते हैं, जबकि कवि अपने जन्म काल से ही जनता का प्रतिनिधित्व करता है, वह जनता की बात करता है.
समाज को दिशा दिखाता है कवि
कवि उदय प्रताप सिंह ने कबीर दास जी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने समाज के लिए ही हमेशा सोचा और समाज को दिशा दी. यही कारण है कि कवि की दुनिया से पटरी नहीं बैठती, कवि समाज को आईना दिखाता चलता है.
ये भी पढ़ें: लखनऊः बंद कमरे में मिला महिला का शव, चेहरा कुचलकर हुई हत्या