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कमलेश तिवारी हत्याकांड: सूरत में लखनऊ पुलिस की दो टीमें कर रहीं हत्यारों की तलाश - दो टीमें सूरत में कर रहीं हत्यारों की तलाश

कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. वहीं लखनऊ पुलिस की दो टीमें हत्यारों की तलाश में सूरत के लिए रवाना कर दी गई हैं. इसके साथ ही कमलेश के परिजनों की सुरक्षा को देखते हुए चार गनर की तैनाती की गई है.

दो टीमें सूरत में कर रही हत्यारों की तलाश.
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Published : Oct 19, 2019, 10:37 PM IST

लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामले में यूपी व गुजरात पुलिस के संयुक्त प्रयासों के चलते तीन साजिशकर्ताओं को सूरत से गिरफ्तार किया गया है. वहीं घटना को अंजाम देने वाले दोनों कातिलों की तलाश में लखनऊ पुलिस की दो टीमें सूरत के लिए रवाना की गई हैं.

कमलेश तिवारी हत्याकांड मामला.

हत्यारों की तलाश जारी
एसपी क्राइम दिनेश पुरी के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को सूरत के लिए रवाना की गई है. गिरफ्तार किए गए साजिशकर्ताओं से मिली जानकारी के आधार पर हत्यारों की तलाश की जा रही है. लखनऊ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ पुलिस की टीम को कई महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं.

परिवार की सुरक्षा में तैनात किए चार गनर
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद परिवार की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश के परिवार की सुरक्षा में चार गनर की तैनाती की गई है, जो 24 घंटे सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे. वहीं घर की सुरक्षा के लिए एक हेड कांस्टेबल और 3 कांस्टेबल लगाए गए हैं. इसके साथ ही लोकल थाने की पुलिस व पीएसी को भी सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से फैजान, मौलाना मोहसिन शेख, राशिद अहमद खुर्शीद, अहमद पठान नाम के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. युवकों की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश और गुजरात पुलिस के संयुक्त प्रयासों से की गई है.

मिठाई के डिब्बे से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में हुई कमलेश तिवारी की हत्या के मामले पर तत्काल लखनऊ पुलिस सहित उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस ने घटना पर पहुंचकर साक्ष्यों को जुटाया. मौके से बरामद किए गए मिठाई के डब्बे के आधार पर तत्काल गुजरात पुलिस से संपर्क साधा गया, जिसके बाद उत्तर प्रदेश से कई छोटी-छोटी टीमें विभिन्न जनपदों व राज्यों में भेजकर जांच शुरू की गई.

सीसीटीवी से हुई पहचान
मिठाई का डिब्बा सूरत जिले की दुकान से संबंधित था, वहां के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. सीसीटीवी में संदिग्ध व्यक्ति फैजान यूनुस भाई की पहचान हुई. इसके बाद गुजरात और उत्तर प्रदेश पुलिस के संयुक्त प्लान के तहत फैजान यूनिस भाई के अतिरिक्त दो अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया.

जल्द होगी हत्यारों की गिरफ्तारी
डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि विवेचना और संयुक्त पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि तीनों आरोपी कमलेश तिवारी की हत्या के के षड्यंत्र में शामिल थे. दरअसल 2015 में कमलेश तिवारी की ओर से जारी किए गए एक बयान को लेकर यह प्लान तैयार किया गया था, जिसके तहत घटना को अंजाम दिया गया है. डीजीपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी.

हत्या में नहीं है आतंकी कनेक्शन
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि साल 2015 में कमलेश द्वारा दिए गए बयान के चलते ही हत्या की गई हो, लेकिन इस हत्या में किसी भी आतंकी कनेक्शन होने की कोई बात सामने नहीं आई है. बताते चलें कि जिन आतंकवादियों ने कमलेश तिवारी का नाम लिया था, वह जेल में बंद हैं. आतंकवादियों से या अन्य किसी भी आतंकवादी संगठन से अब तक कोई कनेक्शन नहीं मिला है.

गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से दो अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन उनसे पूछताछ करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. हालांकि पुलिस अभी भी उन पर नजर बनाए हुए हैं.

सूरत से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में आरोपी राशिद अहमद, खुर्शीद अहमद पठान का सऊदी कनेक्शन निकल कर सामने आया है. यह सूरत में दर्जी का काम करता है, लेकिन कंप्यूटर का अच्छा जानकार बताया जा रहा है. यह पिछले लंबे समय से दुबई में रह रहा था. ऐसे में यूपी पुलिस के दुबई कनेक्शन पर भी काम कर रही है. वहीं चर्चा यह भी है कि घटना को अंजाम देने के लिए जिस असलहे का प्रयोग किया गया है, वह सूरत से ही खरीदा गया था.

लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामले में यूपी व गुजरात पुलिस के संयुक्त प्रयासों के चलते तीन साजिशकर्ताओं को सूरत से गिरफ्तार किया गया है. वहीं घटना को अंजाम देने वाले दोनों कातिलों की तलाश में लखनऊ पुलिस की दो टीमें सूरत के लिए रवाना की गई हैं.

कमलेश तिवारी हत्याकांड मामला.

हत्यारों की तलाश जारी
एसपी क्राइम दिनेश पुरी के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को सूरत के लिए रवाना की गई है. गिरफ्तार किए गए साजिशकर्ताओं से मिली जानकारी के आधार पर हत्यारों की तलाश की जा रही है. लखनऊ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ पुलिस की टीम को कई महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं.

परिवार की सुरक्षा में तैनात किए चार गनर
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद परिवार की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश के परिवार की सुरक्षा में चार गनर की तैनाती की गई है, जो 24 घंटे सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे. वहीं घर की सुरक्षा के लिए एक हेड कांस्टेबल और 3 कांस्टेबल लगाए गए हैं. इसके साथ ही लोकल थाने की पुलिस व पीएसी को भी सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से फैजान, मौलाना मोहसिन शेख, राशिद अहमद खुर्शीद, अहमद पठान नाम के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. युवकों की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश और गुजरात पुलिस के संयुक्त प्रयासों से की गई है.

मिठाई के डिब्बे से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में हुई कमलेश तिवारी की हत्या के मामले पर तत्काल लखनऊ पुलिस सहित उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस ने घटना पर पहुंचकर साक्ष्यों को जुटाया. मौके से बरामद किए गए मिठाई के डब्बे के आधार पर तत्काल गुजरात पुलिस से संपर्क साधा गया, जिसके बाद उत्तर प्रदेश से कई छोटी-छोटी टीमें विभिन्न जनपदों व राज्यों में भेजकर जांच शुरू की गई.

सीसीटीवी से हुई पहचान
मिठाई का डिब्बा सूरत जिले की दुकान से संबंधित था, वहां के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. सीसीटीवी में संदिग्ध व्यक्ति फैजान यूनुस भाई की पहचान हुई. इसके बाद गुजरात और उत्तर प्रदेश पुलिस के संयुक्त प्लान के तहत फैजान यूनिस भाई के अतिरिक्त दो अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया.

जल्द होगी हत्यारों की गिरफ्तारी
डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि विवेचना और संयुक्त पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि तीनों आरोपी कमलेश तिवारी की हत्या के के षड्यंत्र में शामिल थे. दरअसल 2015 में कमलेश तिवारी की ओर से जारी किए गए एक बयान को लेकर यह प्लान तैयार किया गया था, जिसके तहत घटना को अंजाम दिया गया है. डीजीपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी.

हत्या में नहीं है आतंकी कनेक्शन
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि साल 2015 में कमलेश द्वारा दिए गए बयान के चलते ही हत्या की गई हो, लेकिन इस हत्या में किसी भी आतंकी कनेक्शन होने की कोई बात सामने नहीं आई है. बताते चलें कि जिन आतंकवादियों ने कमलेश तिवारी का नाम लिया था, वह जेल में बंद हैं. आतंकवादियों से या अन्य किसी भी आतंकवादी संगठन से अब तक कोई कनेक्शन नहीं मिला है.

गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से दो अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन उनसे पूछताछ करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. हालांकि पुलिस अभी भी उन पर नजर बनाए हुए हैं.

सूरत से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में आरोपी राशिद अहमद, खुर्शीद अहमद पठान का सऊदी कनेक्शन निकल कर सामने आया है. यह सूरत में दर्जी का काम करता है, लेकिन कंप्यूटर का अच्छा जानकार बताया जा रहा है. यह पिछले लंबे समय से दुबई में रह रहा था. ऐसे में यूपी पुलिस के दुबई कनेक्शन पर भी काम कर रही है. वहीं चर्चा यह भी है कि घटना को अंजाम देने के लिए जिस असलहे का प्रयोग किया गया है, वह सूरत से ही खरीदा गया था.

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लखनऊ हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में जहां उत्तर प्रदेश बा गुजरात पुलिस के संयुक्त प्रयासों के तहत तीन शातिर कर्ताओं को सूरत से गिरफ्तार किया गया है तो वहीं घटना को अंजाम देने वाले दोनों कातिलों की तलाश में लखनऊ पुलिस की दो टीमें सूरत के लिए रवाना की गई हैं एसपी क्राइम दिनेश पुरी के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को सूरत के लिए रवाना की गई है गिरफ्तार किए गए साजिश कर्ताओं से मिली जानकारी के आधार पर हत्यारों की तलाश की जा रही है लखनऊ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ पुलिस की टीम को कई महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं जिसके आधार पर जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार किया जा सकता है


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जहां एक और पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करने के प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी ओर परिवार की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कमलेश तिवारी के परिवार की सुरक्षा में चार गनर की तैनाती की गई है जो 24 घंटे सुरक्षा उपलब्ध कराएंगे वहीं घर की सुरक्षा के लिए एक हेड कांस्टेबल 3 कांस्टेबल लगाए गए हैं वही लोकल थाने कि पुलिस व पीएसी को भी सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से फैजान, मौलाना मोहसिन शेख, राशिद अहमद खुर्शीद अहमद पठान नाम के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है तीनों संदिग्धों को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है यह कामयाबी उत्तर प्रदेश व गुजरात पुलिस की संयुक्त प्रयासों से मिली है।


डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में हुई घटना को लेकर तत्काल लखनऊ पुलिस सहित उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय हो गई और घटना पर पहुंचकर साक्ष्यों को जुटाया गया मौके से बरामद किए गए मिठाई के डब्बे के आधार पर साक्ष्य जुटाए गए और तत्काल गुजरात पुलिस से संपर्क साधा गया जिसके बाद उत्तर प्रदेश से कई छोटी-छोटी टीमें विभिन्न जनपदों व राज्यों में भेजकर जांच शुरू की गई। मिठाई का डिब्बा सूरत जिले कि दुकान से संबंधित था वहां के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिसमें संदिग्ध व्यक्ति फैजान यूनुस भाई की पहचान हुई पहचान के बाद गुजरात का उत्तर प्रदेश पुलिस के संयुक्त प्लान के तहत फैजान यूनिस भाई के अतिरिक्त दो अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया

डीजीपी ओपी सिंह बताया कि विवेचना और संयुक्त पूछताछ के क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि तीनों आरोपी कमलेश तिवारी की हत्या के के षड्यंत्र में शामिल थे डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि 2015 में कमलेश तिवारी की ओर से जारी किए गए एक बयान को लेकर या प्लान तैयार किया गया था जिसके तहत घटना को अंजाम दिया गया है बीजेपी ने बताया की घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तार भी कर ली जाएगी।


डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में कमलेश द्वारा दिए गए बयान के चलते ही हत्या की गई हो लेकिन इस हत्या में किसी भी आतंकी कनेक्शन के ना होने की बात कही है बताते चलें आतंकवादियों ने कमलेश तिवारी का नाम लिया था वह जेल में बंद है आतंकवादियों से या अन्य किसी भी आतंकवादी संगठन से अब तक कोई कनेक्शन नहीं मिला है

गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुजरात से दो अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया था लेकिन उनसे पूछताछ करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया हालांकि पुलिस अभी भी उन पर नजर बनाए हुए हैं।



सूरत से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों मैं एक आरोपी राशिद अहमद खुर्शीद अहमद पठान का सऊदी कनेक्शन निकल कर आया है यह सूरत में दर्जी का काम करता है लेकिन कंप्यूटर का अच्छा जानकार बताया जा रहा है या पिछले लंबे समय से दुबई में रह रहा था ऐसे में यूपी पुलिस के दुबई कनेक्शन पर भी काम कर रही है। वही चर्चा यह भी है की घटना को अंजाम देने के लिए जिस स्थल का प्रयोग किया गया है वह सूरत से ही खरीदी गई थी।


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