लखनऊ: राजधानी के अस्पतालों में इस समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. खासकर निजी अस्पतालों में मरीजों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में शुक्रवार को दो मरीजों की मौत हो गई.
वहीं एक परिवारीजन ने मरीजों की मौत की वजह अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी और लापरवाही को बताया है. इसके बाद अस्पताल में तोड़फोड़ हुई.
जानकीपुरम निवासी रजनीश श्रीवास्तव को अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई. परिवारीजन के मुताबिम रजनीश को पहले शहीद पथ स्थिति निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां ऑक्सीजन की कमी बताकर दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया. इस स्थित में अल्पाइन मेडिक्स अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया. परिजन के मुताबिक रजनीश की तबीयत में सुधार था. तीन दिन से भर्ती मरीज में शुक्रवार को ऑक्सीजन हटा दिया गया. ऐसे में वह शॉक चले गए. इसके बाद डॉक्टर लगातार समस्या को नजरअंदाज करते रहे. रात नौ बजे के करीब रजनीश की मौत हो गई.
तीमारदारों से मंगवाते हैं सिलेंडर
परिजन राहुल के मुताबिक अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट था. सुबह से तीमारदारों से बाजार से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए जा रहे हैं. अस्पताल में खुद की ऑक्सीजन व्यवस्था बदतर है. ऐसे में दो मरीजों की मौत हो चुकी है. शाम को तीमारदारों ने विरोध किया. अस्पताल में तोड़फोड़ की. ऑक्सीजन के अभाव में कई मरीजों को डिसचार्ज कर दिया गया. परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा. बवाल बढ़ता देख स्टाफ भाग गया.
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सीएमओ डॉ संजय भटनागर को कॉल की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया. वहीं अस्पताल प्रशासन ने भी कोई पक्ष जारी नहीं किया. इंस्पेक्टर विकास नगर अनिल कुमार के मुताबिक रेशमा, और रजनीश दो मरीजों की मौत हुई है. लापरवाही, वसूली का आरोप लगाया है.