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KGMU में इलाज के दो नए सेंटर बनेंगे, बाहर से दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर नजर

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Published : Aug 11, 2021, 10:05 PM IST

संस्थान में प्रिसक्रिप्शन ऑडिट लागू किया जाएगा. इसे फार्माकोविजिलेंस कहा जाएगा. यह टीम ओपीडी में मरीजों को लिखी जा रही दवा का निरीक्षण करेगी.

केजीएमयू में इलाज के दो नए सेंटर बनेंगे
केजीएमयू में इलाज के दो नए सेंटर बनेंगे

लखनऊ : केजीएमयू में इलाज के लिए दो नए सेंटर बनेंगे. इनके लिए शासन से जमीन की डिमांड की गई है. वहीं, बाहर से दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर अब नजर रहेगी. इसके लिए प्रिसक्रिप्शन ऑडिट लागू करने का एलान किया गया है.

केजीएमयू के कुलपति डॉ. विपिन पुरी का एक साल हो गया. बुधवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि केजीएमयू में इंफेक्शन डिजीज (संक्रामक रोग) के इलाज के लिए सेंटर बनेगा. दूसरा इंस्टिट्यूट ऑफ वीमेन हेल्थ केयर सेंटर बनेगा. इसके लिए शासन से जमीन की डिमांड की गई है.

इसके अलावा संस्थान में प्रिसक्रिप्शन ऑडिट (prescription audit) लागू किया जाएगा. इसे फार्माकोविजिलेंस कहा जाएगा. यह टीम ओपीडी में मरीजों को लिखी जा रही दवा का निरीक्षण करेगी. इसमें डॉक्टर किस कंपनी की दवा, किस बीमारी में मरीज को लिख रहे हैं, अंदर की दवा क्यों नहीं लिख रहे हैं, जेनरिक के बजाय ब्रांडेड दवा क्यों लिख रहे हैं, इन सभी मामलों पर टीम रिपोर्ट तैयार करेगी.

संबंधित डॉक्टरों से पूछताछ भी की जाएगी. वहीं, वार्ड में भर्ती किसी मरीज को दवा की डोज देने पर कोई रिएक्शन हुआ है तो उसे डॉक्टर को पत्र में लिखकर केजीएमयू प्रशासन को भेजना होगा. संस्थान प्रशासन संबंधित कंपनी से जवाब-तलब करेगी.

यह भी पढ़ें : UP Assembly Elections 2022 में JDU ने भी ठोकी ताल, नियुक्त किए मंडल प्रभारी

इन योजना का भी दावा

- केजीएमयू में डॉक्टरों की रिटायरमेन्ट आयु को 65 से 70 वर्ष की जाएगी. अभी सिर्फ एम्स दिल्ली, चंडीगढ़ में यह नियम है.

- मेडिकल अंकोलॉजी, थोरेसिक और वस्कुलर सर्जरी विभाग को फैकल्टी दिया गया. जल्द विभाग शुरू होंगे.

- संस्थान में रोबोटिक सर्जरी होगी. इसके लिए तीन कंपनियों से बात चल रही है.

- पुणे के बाद केजीएमयू बनाएगा, बीएसएल-4 लैब. स्टेट की एडवांस लैब होगी.

- मेडिकल छात्रों को इलेक्टिव स्टडी का मौका मिलेगा. इसमें जीनोमिक मेडिसिन, बायोकेमिस्ट्री आदि शामिल हैं.

- रिसर्च के लिए फ़ास्ट ट्रैक सिस्टम बनेगा. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एचबीटीयू, आइआइटी, एकेटीयू से करार.

- नर्सेज की भर्ती जल्द होगी. कर्मियों का एनएचएम के समान मानदेय.

- 7 विभाग में पीजी की सीटें 41 से बढ़ाकर 88 कर दी गईं हैं. तीन विभागों में नए कोर्स जल्द.

- स्टूडेंट काउंसिल, गरीब मेधावी छात्र के लिए स्कॉलरशिप और जॉब प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था की जाएगी.

- केजीएमयू की लाइब्रेरी की ऑनलाइन मेंबरशिप, 50 रुपये में पेशेंट रिकॉर्ड बुक

- 23 नए भवन बनेंगे. हर भवन का एक इंचार्ज बनाया गया.

- मेडिकल कॉलेज-पैरामेडिकल कॉलेज अटल यूनीवर्सिटी से बनेंगे.

- ईको प्लेट फार्म से मरीजों का इलाज और ट्रेनिंग.

- कम्युनिटी रेडियो स्टेशन शुरू होगा जिनसे बीमारियों व इनसे संबंधित परामर्श दिया जाएगा.

- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर नर्सिंग एक माह में तैयार हो जाएगा.

- ई-ऑफिस, कैश लेस इलाज की व्यवस्था करना.

लखनऊ : केजीएमयू में इलाज के लिए दो नए सेंटर बनेंगे. इनके लिए शासन से जमीन की डिमांड की गई है. वहीं, बाहर से दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर अब नजर रहेगी. इसके लिए प्रिसक्रिप्शन ऑडिट लागू करने का एलान किया गया है.

केजीएमयू के कुलपति डॉ. विपिन पुरी का एक साल हो गया. बुधवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि केजीएमयू में इंफेक्शन डिजीज (संक्रामक रोग) के इलाज के लिए सेंटर बनेगा. दूसरा इंस्टिट्यूट ऑफ वीमेन हेल्थ केयर सेंटर बनेगा. इसके लिए शासन से जमीन की डिमांड की गई है.

इसके अलावा संस्थान में प्रिसक्रिप्शन ऑडिट (prescription audit) लागू किया जाएगा. इसे फार्माकोविजिलेंस कहा जाएगा. यह टीम ओपीडी में मरीजों को लिखी जा रही दवा का निरीक्षण करेगी. इसमें डॉक्टर किस कंपनी की दवा, किस बीमारी में मरीज को लिख रहे हैं, अंदर की दवा क्यों नहीं लिख रहे हैं, जेनरिक के बजाय ब्रांडेड दवा क्यों लिख रहे हैं, इन सभी मामलों पर टीम रिपोर्ट तैयार करेगी.

संबंधित डॉक्टरों से पूछताछ भी की जाएगी. वहीं, वार्ड में भर्ती किसी मरीज को दवा की डोज देने पर कोई रिएक्शन हुआ है तो उसे डॉक्टर को पत्र में लिखकर केजीएमयू प्रशासन को भेजना होगा. संस्थान प्रशासन संबंधित कंपनी से जवाब-तलब करेगी.

यह भी पढ़ें : UP Assembly Elections 2022 में JDU ने भी ठोकी ताल, नियुक्त किए मंडल प्रभारी

इन योजना का भी दावा

- केजीएमयू में डॉक्टरों की रिटायरमेन्ट आयु को 65 से 70 वर्ष की जाएगी. अभी सिर्फ एम्स दिल्ली, चंडीगढ़ में यह नियम है.

- मेडिकल अंकोलॉजी, थोरेसिक और वस्कुलर सर्जरी विभाग को फैकल्टी दिया गया. जल्द विभाग शुरू होंगे.

- संस्थान में रोबोटिक सर्जरी होगी. इसके लिए तीन कंपनियों से बात चल रही है.

- पुणे के बाद केजीएमयू बनाएगा, बीएसएल-4 लैब. स्टेट की एडवांस लैब होगी.

- मेडिकल छात्रों को इलेक्टिव स्टडी का मौका मिलेगा. इसमें जीनोमिक मेडिसिन, बायोकेमिस्ट्री आदि शामिल हैं.

- रिसर्च के लिए फ़ास्ट ट्रैक सिस्टम बनेगा. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एचबीटीयू, आइआइटी, एकेटीयू से करार.

- नर्सेज की भर्ती जल्द होगी. कर्मियों का एनएचएम के समान मानदेय.

- 7 विभाग में पीजी की सीटें 41 से बढ़ाकर 88 कर दी गईं हैं. तीन विभागों में नए कोर्स जल्द.

- स्टूडेंट काउंसिल, गरीब मेधावी छात्र के लिए स्कॉलरशिप और जॉब प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था की जाएगी.

- केजीएमयू की लाइब्रेरी की ऑनलाइन मेंबरशिप, 50 रुपये में पेशेंट रिकॉर्ड बुक

- 23 नए भवन बनेंगे. हर भवन का एक इंचार्ज बनाया गया.

- मेडिकल कॉलेज-पैरामेडिकल कॉलेज अटल यूनीवर्सिटी से बनेंगे.

- ईको प्लेट फार्म से मरीजों का इलाज और ट्रेनिंग.

- कम्युनिटी रेडियो स्टेशन शुरू होगा जिनसे बीमारियों व इनसे संबंधित परामर्श दिया जाएगा.

- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर नर्सिंग एक माह में तैयार हो जाएगा.

- ई-ऑफिस, कैश लेस इलाज की व्यवस्था करना.

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