लखनऊ : राजधानी के एक निजी कॉलेज के मालिक से पैसे लेकर दान के रूप में उन्हीं की संस्था में दोगुनी रकम भेजने का झांसा देकर 60 लाख रुपए हड़पने वाले दो जालसाजों को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए जालसाजों के पास से 48 लाख 43 हजार रुपये बरामद किए हैं.
डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि 'आरोपी राहुल सिंह और सचिन ने राजधानी के देवां रोड स्थित निजी कॉलेज के मालिक आशीष सिंह से बीती 18 अक्टूबर को एक होटल में मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान दोनों आरोपियों और पीड़ित आशीष सिंह के बीच तय हुआ कि वो रकम लेकर संस्था में दान के रूप में दोगुनी रकम वापस करेंगे. आशीष सिंह ने यह बात मान कर आरोपियों के अलग-अलग बैंक खातों में 60 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. आरोपियों ने पीड़ित आशीष को भरोसा दिलाया कि वो दोगुनी रकम दूसरे दिन उनकी बताई गई संस्था के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देंगे. आशीष दूसरे दिन पैसे वापस आने का इंतजार करते रहे, जब शाम तक पैसा नहीं आया तो उन्होंने दोनों को कॉल किया, लेकिन मोबाइल बंद था.
पीड़ित आशीष सिंह को खुद के साथ हुई जालसाजी का एहसास होने पर उन्होंने विभूति खंड थाने में एफआईआर दर्ज कराई. डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, दोनों आरोपियों के अन्य साथी राहुल व रतन रस्तोगी, जिन्हें पहले ही जेल भेजा जा चुका है, वो एजेंट का काम करते थे, वहीं सचिन ने मंगलम इंटर प्राइजेज के नाम से विभूतिखंड में एक ऑफिस खोल रखा था, वहीं आशीष सिंह भी पास में ही गोमतीनगर में रहते हैं, वो अपने कॉलेज की बुरे हालात से परेशान थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात जालसाजों से हुई थी और आरोपियों ने पैसा डबल करने की स्कीम बताई थी. डीसीपी के मुताबिक, दोनों आरोपियों को शहीद पथ के पास से गिरफ्तार किया गया है.'
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