लखनऊ: राम सागर मिश्र चिकित्सालय में कोरोना वायरस के संक्रमित 44 मरीज भर्ती हैं. इस अस्पताल में कोविड-19 के लिये दो टीमें बनाई गई हैं. एक टीम में छह डाक्टर, छह स्टाफ नर्स मिलाकर कुल 25 लोगों को रखा गया है. शुरुआत से पहली टीम के फिजीशियन डॉ. गिरीश पांडे की निगरानी में काम कर रही है. दूसरी टीम के दो डॉक्टर इस महत्वपूर्ण ड्यूटी से कई दिनों से अनुपस्थित चल रहे हैं. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक को इसकी रिपोर्ट भेज दी है.
राजधानी के बख्शी का तालाब स्थित राम सागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की भर्ती के लिये आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. कोविड-19 की महत्वपूर्ण ड्यूटी में शुरुआत से टीम लीडर डॉ. गिरीश पांडे की निगरानी में पहली टीम काम कर रही है. पहली टीम के लीडर डॉ. गिरीश पांडे ने बताया कि अस्पताल का लेवल वन के लिये चयन होने के बाद से कोविड-19 में दोनों टीमों की ड्यूटी लगाई गई है. दूसरी टीम के लीडर डॉ. अजय अग्रवाल हैं. अजय अग्रवाल और उनके साथ ही एक महिला चिकित्सक भी पिछले कई दिनों से ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे हैं. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीके सिंह ने अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. संजीव कुमार को भेजी गई रिपोर्ट में अवगत कराया कि कोविड-19 की ड्यूटी से डॉ. अजय अग्रवाल बीते 4 अप्रैल से और डॉ. पूजा सिंह 29 मार्च से अनुपस्थित चल रही हैं.
अपर निदेशक को भेजे गये पत्र में अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि ये चिकित्सक बीमारी का प्रार्थना पत्र देकर ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक इस महत्वपूर्ण ड्यूटी में किसी तरह का बहाना बनाकर अनुपस्थित रहना उचित नहीं है. इससे ड्यूटी में लगे स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल गिरता है.