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लखनऊ: फर्जी वेबसाइट बनाकर खनन विभाग को चूना लगाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार - खनन विभाग में फर्जीवाड़ा

राजधानी लखनऊ में फर्जी वेबसाइट की मदद से खनन विभाग को चूना लगाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साइबर थाने के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भू विज्ञान व खनन निदेशालय के अधिकारी सुभाष रंजन ने साइबर क्राइम थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई थी.

फर्जी वेबसाइट की मदद से खनन विभाग को चूना लगाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
फर्जी वेबसाइट की मदद से खनन विभाग को चूना लगाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
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Published : Sep 24, 2020, 8:37 PM IST

लखनऊ: राजधानी में फर्जी वेबसाइट बनाकर खनन के परिवहन के लिए फर्जी दस्तावेज जारी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को साइबर क्राइम टीम ने गिरफ्तार किया है. साइबर टीम ने अयोध्या निवासी शिवांश रस्तोगी और प्रयागराज निवासी जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया है.

आरोपी अपने गिरोह के साथ फर्जी तरह से वेबसाइट बनाकर खनन के परिवहन के लिए वाहनों के फर्जी ई रवन्ना (फर्जी रॉयल्टी पेपर) बनाकर पिछले लंबे समय से खनन विभाग को चूना लगा रहे थे. फर्जी रॉयल्टी पेपर बनाकर अवैध तरह से बालू, मौरंग, गिट्टी की निकासी की जा रही थी, जिससे खनन विभाग को लगभग 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. लखनऊ साइबर थाने में दर्ज मामले में दो आरोपी शिवांश रस्तोगी और जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह में कई अन्य सदस्य भी हैं, जिनको लेकर जांच चल रही है. आने वाले दिनों में सबूतों के आधार पर अन्य गिरफ्तारी की जाएगी.

साइबर थाने के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भू विज्ञान व खनन निदेशालय के अधिकारी सुभाष रंजन ने साइबर क्राइम थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को दो आरोपी शिवांशु रस्तोगी और जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी इस मामले में अपराध में लिप्त सचिन सिंह और अखिलेश प्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फर्जी तरह से वेबसाइट बनाकर खनन विभाग को चूना लगाने वाले इन आरोपियों का एक बड़ा सिंडिकेट है. सिंडिकेट से जुड़े हुए लोगों की पहचान करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है.

लखनऊ: राजधानी में फर्जी वेबसाइट बनाकर खनन के परिवहन के लिए फर्जी दस्तावेज जारी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को साइबर क्राइम टीम ने गिरफ्तार किया है. साइबर टीम ने अयोध्या निवासी शिवांश रस्तोगी और प्रयागराज निवासी जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया है.

आरोपी अपने गिरोह के साथ फर्जी तरह से वेबसाइट बनाकर खनन के परिवहन के लिए वाहनों के फर्जी ई रवन्ना (फर्जी रॉयल्टी पेपर) बनाकर पिछले लंबे समय से खनन विभाग को चूना लगा रहे थे. फर्जी रॉयल्टी पेपर बनाकर अवैध तरह से बालू, मौरंग, गिट्टी की निकासी की जा रही थी, जिससे खनन विभाग को लगभग 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. लखनऊ साइबर थाने में दर्ज मामले में दो आरोपी शिवांश रस्तोगी और जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह में कई अन्य सदस्य भी हैं, जिनको लेकर जांच चल रही है. आने वाले दिनों में सबूतों के आधार पर अन्य गिरफ्तारी की जाएगी.

साइबर थाने के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भू विज्ञान व खनन निदेशालय के अधिकारी सुभाष रंजन ने साइबर क्राइम थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को दो आरोपी शिवांशु रस्तोगी और जीवनलाल सिंह को गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी इस मामले में अपराध में लिप्त सचिन सिंह और अखिलेश प्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फर्जी तरह से वेबसाइट बनाकर खनन विभाग को चूना लगाने वाले इन आरोपियों का एक बड़ा सिंडिकेट है. सिंडिकेट से जुड़े हुए लोगों की पहचान करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है.

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