लखनऊ : राजधानी के आशियाना क्षेत्र का तुलसी पार्क शांति का अहसास कराता है. तुलसी पार्क में बुजुर्गों और महिलाओं को सुबह-शाम टहलते देखा जा सकता है. तुलसी पार्क में एक हजार से ज्यादा तुलसी के पौधे लगे हैं. तुलसी के विभिन्न प्रजातियों के पौधे इस पार्क में देखे जा सकते हैं. कोरोना काल में लोगों ने तुलसी का काढ़ा बनाकर उसका सेवन किया और लोगों को तुलसी के प्रति लगाव पैदा हो गया है.
आशियाना क्षेत्र में यह एक ऐसा पार्क है, जहां पर तुलसी के हजारों पौधे लगे हुए हैं. लोग सुबह शाम टहलने के लिए इस पार्क में आते हैं. दिन की खुली धूप में बच्चे इस पार्क में भरपूर आनंद लेते हैं. लोगों का कहना है कि इस पार्क में टहलने से तुलसी की खुशबू बराबर मिलती रहती है, जिससे दिमागी सुकून मिलता है.
इस पार्क में पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए गुलाब वाटिका भी स्थापित की गई है. अवकाश के दिनों में बच्चों में पर्यावरण के प्रति लगाव पैदा हो, इसलिए यहां पर पाठशाला भी लगाई जाती है. धूप में बैठी आसपास की कुछ महिलाओं ने बताया कि कई सालों से हम लोग आशियाना परिवार की ओर से पार्क की देखभाल करते हैं. महिलाओं का कहना है कि इस पार्क में टहलने से व बैठने से मन को शांति मिलती है. वो लोग तो तुलसी की पूजा भी करती हैं, और आशियाना परिवार की तरफ से द्विवेदी पार्क के तुलसी वाटिका में तुलसी विवाह का आयोजन भी किया जा चुका है.