लखनऊः प्रवासी श्रमिकों की जिस तरह पूरे देश में दुर्दशा हुई है और उन्हें जिस तरह के कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा है. ऐसे में पंडित जवाहरलाल नेहरू और ज्यादा प्रासंगिक हो उठे हैं. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पंडित नेहरू की पुण्यतिथि के मौके पर कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने कहां के राजनीतिक दलों के नेताओं को जेल में डालना प्रदेश सरकार की विफलता का नमूना है.
पंडित जवाहरलाल नेहरू की 56वीं पुण्यतिथि के मौके पर प्रदेश कार्यालय में कांग्रेसियों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर कार्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी विधानमंडल दल के नेता आराधना मिश्रा समेत अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी मौजूद रहे.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इस मौके पर कहा कि देश में जिस तरह से प्रवासी श्रमिक मारे-मारे फिर रहे हैं. उन्हें अपने ही घर में लौटने के लिए मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में पंडित जवाहरलाल नेहरू और ज्यादा याद आ रहे हैं. प्रमोद तिवारी ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने आजाद भारत में मजदूरों को पूंजीपतियों के चंगुल से निकालने के लिए सार्वजनिक उपक्रमों की स्थापना की और मजदूरों को रोजगार दिलाया. उन्होंने कहा कि आज जब देश की सीमाओं पर अशांति के बादल मंडरा रहे हैं तो नेहरू की नीतियां याद आ रही है.
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कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल भेजे जाने और उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किए जाने को लेकर योगी सरकार की निंदा की. उन्होंने कहा कि राजनीति का ऐसा पाठ पंडित जवाहरलाल नेहरू ने नहीं सीखा था और न उन्होंने कांग्रेसियों को इसकी शिक्षा दी. आज हम सभी लोगों को काली पट्टी बांधकर सरकार की ऐसी कार्रवाई का विरोध करना पड़ रहा है, जो कि राजनीतिक द्वेष के चलते की जा रही है.