लखनऊ: उत्तर रेलवे मंडल चिकित्सालय ( इंडोर अस्पताल) में आगामी 27 अक्टूबर से ओपीडी की शुरुआत होगी. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. करीब साढ़े तीन माह बाद एक बार फिर से ओपीडी शुरू हो रही है, जिससे मरीजों को सहूलियत मिलेगी.
भर्ती हैं 40 कोविड मरीज
बता दें कि कोविड-19 के लिए इंडोर अस्पताल को लेवल वन अस्पताल बनाया गया है. 275 बेड वाले कोविड अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या करीब 40 है. सीएमएस डॉ विश्व मोहिनी सिन्हा के नेतृत्व में कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
अब फिर होगा अस्पताल में उपचार
मंडलीय चिकित्सालय होने के कारण लखनऊ मंडल के विभिन्न स्टेशनों से मरीज यहां उपचार कराने आते थे. कोविड अस्पताल बनने के बाद बीते 16 जुलाई से यहां ओपीडी बंद कर दी गई. वर्तमान में डीजल शेड आलमबाग, डीआरएम कार्यालय हजरतगंज, सवारी डिब्बा कारखाना आलमबाग और लोको वर्कशॉप के हेल्थ यूनिटों में ओपीडी के जरिए रेलकर्मियों का उपचार किया जा रहा है. गंभीर रोगियों के लिए आरडीएसओ और बादशाहनगर चिकित्सालय में उपचार की व्यवस्था है.
गंभीर बीमारी के लिए निजी अस्पताल लिस्ट में शामिल
रेलवे अस्पताल से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि गंभीर मरीजों के लिए रेलवे के पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में भी रेल कर्मियों का उपचार कराया जा रहा है. इंडोर अस्पताल में 27 अक्टूबर से ओपीडी शुरू होगी. कोविड अस्पताल और ओपीडी का रास्ता अलग-अलग होगा.
लखनऊ के रेलवे अस्पताल में इस दिन से शुरू होगी ओपीडी
लखनऊ के उत्तर रेलवे मंडल चिकित्सालय में साढ़े तीन माह बाद एक बार फिर से ओपीडी शुरू हो रही है, जिससे मरीजों को सहूलियत मिलेगी. कोविड अस्पताल बनने के बाद बीते 16 जुलाई से यहां ओपीडी बंद कर दी गई थी.
लखनऊ: उत्तर रेलवे मंडल चिकित्सालय ( इंडोर अस्पताल) में आगामी 27 अक्टूबर से ओपीडी की शुरुआत होगी. इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. करीब साढ़े तीन माह बाद एक बार फिर से ओपीडी शुरू हो रही है, जिससे मरीजों को सहूलियत मिलेगी.
भर्ती हैं 40 कोविड मरीज
बता दें कि कोविड-19 के लिए इंडोर अस्पताल को लेवल वन अस्पताल बनाया गया है. 275 बेड वाले कोविड अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या करीब 40 है. सीएमएस डॉ विश्व मोहिनी सिन्हा के नेतृत्व में कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
अब फिर होगा अस्पताल में उपचार
मंडलीय चिकित्सालय होने के कारण लखनऊ मंडल के विभिन्न स्टेशनों से मरीज यहां उपचार कराने आते थे. कोविड अस्पताल बनने के बाद बीते 16 जुलाई से यहां ओपीडी बंद कर दी गई. वर्तमान में डीजल शेड आलमबाग, डीआरएम कार्यालय हजरतगंज, सवारी डिब्बा कारखाना आलमबाग और लोको वर्कशॉप के हेल्थ यूनिटों में ओपीडी के जरिए रेलकर्मियों का उपचार किया जा रहा है. गंभीर रोगियों के लिए आरडीएसओ और बादशाहनगर चिकित्सालय में उपचार की व्यवस्था है.
गंभीर बीमारी के लिए निजी अस्पताल लिस्ट में शामिल
रेलवे अस्पताल से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि गंभीर मरीजों के लिए रेलवे के पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में भी रेल कर्मियों का उपचार कराया जा रहा है. इंडोर अस्पताल में 27 अक्टूबर से ओपीडी शुरू होगी. कोविड अस्पताल और ओपीडी का रास्ता अलग-अलग होगा.