लखनऊ: राजधानी में रविवार को सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ के बैनर तले एक बड़ी बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में विभाग से जुड़ी कई मांगों के साथ निजीकरण के विरोध पर आम राय बनी और पदाधिकारियों ने सरकार से उनकी मांगों को मानने की गुजारिश करते हुए होली से पहले विरोध के तौर पर चक्काजाम और कार्य बहिष्कार तक चेतावनी दे डाली.
सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री जसवंत सिंह ने मीडिया को बताया कि आज की बैठक में चालक, परिचालक से जुड़े मामलों पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि बैठक में फैसला हुआ है कि 16 मार्च से 31 मार्च के बीच प्रादेशिक चुनाव जो लंबे वक्त से टल रहा है उसे कराए जाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही राष्ट्रीय मार्गों पर प्राइवेट बसों को परमिट देने के फैसले का सबने विरोध किया. जसवंत सिंह ने कहा कि संविदा पर तैनात हजारों की संख्या में चालक और परिचालक को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है, जिसकी मांग हम कर रहे हैं.
मांगे नही पूरी होने पर होली से पहले करेंगे कार्य बहिष्कार
कर्मचारी संघ की इस बड़ी बैठक में फैसला लेते हुए महामंत्री जसवंत सिंह ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही चालक, परिचालक और राष्ट्रीय मार्गों पर निजी बसों के परमिट को वापस लेने के फैसले को रद्द नहीं करती है तो उत्तरप्रदेश परिवहन के 40 हजार कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे और होली जैसे पर्व पर चक्काजाम करने को मजबूर होंगे.
परिवाहन कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी
राजधानी लखनऊ में सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ ने परिवाहन कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार और चक्काजाम करने की चेतावनी दी है.
लखनऊ: राजधानी में रविवार को सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ के बैनर तले एक बड़ी बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में विभाग से जुड़ी कई मांगों के साथ निजीकरण के विरोध पर आम राय बनी और पदाधिकारियों ने सरकार से उनकी मांगों को मानने की गुजारिश करते हुए होली से पहले विरोध के तौर पर चक्काजाम और कार्य बहिष्कार तक चेतावनी दे डाली.
सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री जसवंत सिंह ने मीडिया को बताया कि आज की बैठक में चालक, परिचालक से जुड़े मामलों पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि बैठक में फैसला हुआ है कि 16 मार्च से 31 मार्च के बीच प्रादेशिक चुनाव जो लंबे वक्त से टल रहा है उसे कराए जाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही राष्ट्रीय मार्गों पर प्राइवेट बसों को परमिट देने के फैसले का सबने विरोध किया. जसवंत सिंह ने कहा कि संविदा पर तैनात हजारों की संख्या में चालक और परिचालक को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है, जिसकी मांग हम कर रहे हैं.
मांगे नही पूरी होने पर होली से पहले करेंगे कार्य बहिष्कार
कर्मचारी संघ की इस बड़ी बैठक में फैसला लेते हुए महामंत्री जसवंत सिंह ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही चालक, परिचालक और राष्ट्रीय मार्गों पर निजी बसों के परमिट को वापस लेने के फैसले को रद्द नहीं करती है तो उत्तरप्रदेश परिवहन के 40 हजार कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे और होली जैसे पर्व पर चक्काजाम करने को मजबूर होंगे.