लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ रही डग्गामार बसों के खिलाफ परिवहन विभाग के अधिकारी मैदान में उतर कर कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. इन अवैध बसों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान में अधिकारी बसों को सीज भी कर रहे हैं और उनका चालान भी कर रहे हैं. परिवहन विभाग की तरफ से अनाधिकृत बसों के खिलाफ कार्रवाई से जहां अवैध बस संचालकों की कमर टूटी है, वहीं विभाग को काफी राजस्व लाभ भी प्राप्त हुआ है. डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (लखनऊ जोन) निर्मल प्रसाद बताते हैं कि अवैध बसों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी. किसी भी कीमत पर अवैध बसों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा.
एक तरफ परिवहन विभाग के अधिकारी लगातार अवैध वाहनों पर शिकंजा कस रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ अवैध वाहन संचालक भी बसों का संचालन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. एक बार चालान या सीज होने के बाद फिर से बस संचालक अपनी बस सड़क पर संचालन के लिए उतार रहे हैं. यही वजह है कि कार्रवाई के बावजूद अधिकारियों को वही बसें फिर से सड़क पर संचालित होती हुई मिल रही हैं. उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश पर मंगलवार को परिवहन विभाग ने अनाधिकृत बसों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चलाया. इसके तहत विभिन्न जनपदों और लखनऊ-फैजाबाद-गोरखपुर मार्ग पर चेकिंग करते हुए बसों को बंद करने की कार्रवाई की गई है.
उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने बताया कि कुल 40 अवैध बसों पर कार्रवाई की गई है. इनमें अयोध्या में 10 बसों को और बस्ती में पांच बसों को सीज किया गया. लखनऊ परिक्षेत्र में 15 बसों का चालान और 25 बसों को बंद किया गया. उन्होंने बताया कि अनाधिकृत बसों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चलती रहेगी.
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