लखनऊ : राजधानी में सेंट्रल ट्रांसपोर्ट कंपनी के ठिकानों पर पड़ी इनकम टैक्स की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी रही. सूत्रों की मानें तो इस दौरान टीम को 10 करोड़ रुपये की हेराफेरी का पता चला है. यही नहीं यह भी सामने आया है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी टैक्स चोरी के पैसों को भोजपुरी फिल्मों को बनाने में लगा रही थी. फिलहाल टीम ने जरुरी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं.
बीते गुरुवार को राजधानी के सेंट्रल ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पड़ी छापेमारी दूसरे दिन शुक्रवार को देर शाम तक जारी रही. छापे में पता चला है कि कंपनी अपने कालाधन को कर्मचारियों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर भोजपुरी इंडस्ट्री में खपा रही थी. सूत्रों के अनुसार, कई कर्मचारियों के खातों में कंपनी से संदिग्ध लेनदेन मिले हैं. यही नहीं कई खातों में तो कर्मचारी की सैलरी से अधिक पैसा ट्रांसफर हुआ है. ये लेनदेन चार लाख रुपये तक के बताए गए हैं. जांच में करीब 10 करोड़ रुपये का हेरफेर मिला है.
इनकम टैक्स की टीम ने कंपनी का कंप्यूटर व हार्ड डिस्क कब्जे में ले लिया है. जांच के दौरान जीएसटी विभाग के कर्मचारी भी थे. इनकम टैक्स विभाग ने एल्डिको उद्यान-2 स्थित मैनपावर सप्लाई कंपनी रॉयल टेक मैनेजमेंट के ऑफिस पर भी छापेमारी की थी. इसके ट्रांसपोर्ट कंपनी से संबंध बताए जा रहे हैं. कंपनी के लैपटॉप समेत अन्य दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है. सूत्रों के अनुसार, दोनों कंपनियों से सील हार्डडिस्क, लैपटॉप व अन्य दस्तावेजों की जांच कर सस्पीसियस ट्रांजेक्शन रिपोर्ट (एसटीआर) तैयार की जाएगी.
दरअसल, सरोजनीनगर के ट्रांसपोर्ट नगर में सी-14 में सेंट्रल ट्रांसपोर्ट कम्पनी का कार्यालय संचालित है, जहां से सैकड़ों बसों का संचालन किया जाता है. इस कंपनी के मालिक लईक थे, जिनके देहांत के बाद अब यह कंपनी उनके बेटे मो अमान चलाते हैं. गुरुवार सुबह लगभग 8:00 बजे भारी सुरक्षा बल जवानों संग इनकम टैक्स विभाग की टीम ने इस कंपनी पर छापा डाला था.